कोइलख, मधुबनी से प्रमोद झा जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि पुरे जिले में आगामी 25 अगस्त को होने वाले कृष्ण जन्माष्टमी पूजा की तैयारी शुरू हो गई है, सभी मूर्तिकार भगवान श्री कृष्ण को अंतिम रूप देने में लग गए है, और विभिन्न तरह के मनोरंजन कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया है जो 25 अगस्त को होगी, दोस्तों .अगर आप भी हमसे इस तरह की जानकारी साझा करना चाहते है तो मिस्ड कॉल दे हमारे निशुल्क नंबर 08800984861 पर.
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जिला मधुबनी से रामानंद सिंह मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है की सिंचाई का कोई साधन नहीं होने के कारण राजनगर प्रखंड क्षेत्र के परायः सभी हिस्सो में खेतो में दरारे पड़ने लगी है। खरीफ धान के रोपे गए पौधे झुलसते नजर आ रहे है।सिंचाई का कोई साधन नहीं है ना तो नहर है ना ही स्टेट बोरिंग है और ना ही प्राइवेट बोरिंग को डीजल ही मिल रहा है डीजल अनुदान देना भी शायद सरकार ने बंद कर दिया है। सबसे ज्यादा परेशान किसान है, जो अपने मवेशियो को लेकर चिंतित है, उनके लिए हरे चारे का प्रबंध नहीं हो पा रहा है। धान निकोनी में भी जो चारा बन पाता वो झुलस रहे है।किसान अपने खाने से ज्यादा चिंतित मवेशियों के साल भर के चारे को लेकर है।
मधुबनी से रामानंद सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मधुबनी जिले में पिछले एक महीने से किसानों को चिलचिलाती धुप का सामना करना पड़ रहा है।खेतो में रोपे गए खरीफ धान के बीजे हरे होते-होते झुलसने लगे है,खेतो में दरारे पड़ने लगे है,सिंचाई का कोई व्यवस्था नही है, न तो नहर का प्रबंध है और न ही राजकीय बोरिंग की । ऐसे स्थिति में सरकार अब तक किसानों को डीजल अनुदान देने की कोई घोषण भी नही की है और अगर की भी है,तो इस पर अमल नही किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में किसान करे तो क्या करे,वे सुखाड़ का सामना करने पर उतारू हो चुके है।
जिला मधुबनी से रामानंद सिंह मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मधुबनी जिले के ग्रामीण विकास विभाग में कार्यरत इंदिरा आवास पर्यवेक्षक ,लेखा सहायक,इंदिरा आवास सहायक और कार्यपालक सहायको को 6 माह से मानदेय का भुगतान नहीं हो पाया है, जिससे करीबन 500 आवास कर्मियों की हालात दयनीय हो गयी है , इनके परिवार भी भुखमरी के कगार में पहुँच गयी है। इस सन्दर्भ में पर्यवेक्षक संघ के जिला अध्यक्ष जी कहते है कि अगर समय से मानदेय का भुगतान नही हुआ तो काम का वहिष्कार कर दिया जायेगा।
मधुबनी से मीरा देवी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से एक देश भक्ति गीत पेश कर रही है,जिसमे इन्होंने कहा है क न मैं हिन्दू हूँ,न मैं मराठी और न ही मैं हूँ गुजरती....न कोई मेरी भाषा है...गंगा मेरी माँ है .
जिला मधुबनी से रामानंद सिंह मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की स्वतंत्र्ता दिवस शुभ अवसर पर सभी सरकारी ,अर्द्धसरकारी,गैरसरकारी कार्यालयों सहित शिक्षण संस्थानों में स्वतंत्र्ता दिवस की 70वी वर्षगांठ पर झंडोतोलन कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गयी और राष्ट्रगान गाये गए, बच्चो के बीच मिठाइयां बांटी गयी साथ ही और विभिन्न खेल कार्यक्रमो का भी आयोजन किया गया।
मधुबनी से रामानंद सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि अब वो दिन दूर नहीं जब नर्सिंग होम को लोग अपनी दुकान समझ और कमाने खाने का रोजगार समझ लिए है उनकी अब खैर नहीं,शुरू हो चुकी है इनकी खोज खबर। लचर व्यवस्था के कारण चल रहे निजी अस्पतालो की संख्या काफी बढ़ गयी है।लोग इसे लोकसेवा की जगह पर सबसे बड़े मुनाफे के रूप में देखने लगे है, इसी वजह से आये दिन इन नर्सिंग होम में पहुंचने वाले लोगो द्वारा चिकित्सा की जगह पर लूट-खसोट की शिकायत थाने में पहुंच चुकी है. हंगामे होते रहे है। इस संदर्भ में झंझारपुर के थाना अध्यक्ष रामचंद्र मंडल कहते है की 24 घंटे के अंदर नर्सिंग होमो को कहा गया है वे अपना प्रमाणपत्र और लाइसेंस थाने में जमा करे अन्यथा उन पर कार्रवाई किया जायेगा साथ ही नर्सिंग होम सञ्चालन के लिए वैध कागज ,चिकित्सको का नाम ,पता प्रमाणपत्र सम्बंधित सभी कागजात ,नर्सिंग होम के कार्य करने का अनुभव प्रमाणपत्र ,नर्सिंग होम में कार्यरत कर्मियों की सूची नाम ,पता और मोबाइल नंबर के साथ देने को कहा गया है।
मधुबनी से रामानंद सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मधुबनी जिले के मध्य विद्यालयों से उत्क्रमित किये गये हाई स्कूलों में न तो प्रयोगशाला की कोई व्यवस्था की गयी है और न ही पुस्तकालय की व्यवस्था की गयी,और तो और शिक्षाको के पद भी अभीतक रिक्त पड़े हुए है जबकि एक स्कूल में दस शिक्षकों के पद स्वीकृत किये गये थे,इसके बावजूद भी शिक्षकों के आभाव है,मध्य विद्यालय के शिक्षक ही हाई स्कूल के बच्चो को पढ़ा रहे है। बिना प्रायोगिक वर्ग संचालन के छात्र कैसे दे पाएंगे प्रैक्टिकल परीक्षा। यह अभिभावक के सामने बहुत बड़ा प्रश्न बन कर खड़ा उतरा है पर इसका कोई समाधान नहीं मिल रहा है,न तो शिक्षा विभाग इस दिशा में कोई कदम उठा रहे है और न ही सरकार उठा रहे है।
मधुबनी से रामानंद सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि इनदिनों मधुबनी जिले में बिजली की हालत काफी चिंता जनक हो गयी है। पिछले एक साल से 15 से 20 बार राजनगर,बाबूबरही और चकदा फीडर ब्रेकडाउन हुआ है,इससे तक़रीबन 20 से 25 हज़ार उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गयी है। आये दिन ये गड़बड़ी सामने आती है। ग्रीड सबस्टेशन कहते है पॉवर सबस्टेशन की गड़बड़ी है और पॉवर सबस्टेशन कहते है ग्रीड के ब्रेकडाउन के कारण होता है और इसके कारण दिन भर हमारे कर्मचारी दौड़ते-घूमते रहते है। आखिर ये परेशानी कब तक चलेगा। उपभोक्ता आंदोलन करने पर उतारू है और कर भी रहे है।
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Aug. 13, 2016, 12:44 p.m.