प्रदूषण के विषय में......... हम अपने जिले के लिए क्या कर सकते हैं।

Transcript Unavailable.

संजीवन कुमार सिंह बीसीसी क्रिकेट क्लब मौरा द्वारा आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन मुकाबला रतनपुर बनाम निजवारा के बीच खेला गया। जिसका उद्घाटन मौरा के पैक्स अध्यक्ष श्री किस्टो रावत,पंचायत समिति श्री सरयू यादव, पूर्व मुखिया श्री बालमुकुंद यादव,पूर्व पंचायत समिति श्री राजेंद्र यादव गंगरा पंचायत के मोहम्मद राजू उर्फ नसीम ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निजवारा की टीम ने निर्धारित 14 ओवर में 123 रन बनाए। शुभेंदु ने 40 तथा रिशु ने 20 रन बनाए वहीं मुनमुन सिंह ने दो विकेट झटके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी रतनपुर की टीम 90 रन के योग पर सिमट गई जवाबी टीम के छोटू सिंह ने 6 विकेट झटके इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।मैच में उद्घोषक की भूमिका मोहम्मद टिंकू और मोहम्मद मेहताब ने निभाई। एंपायर की भूमिका में मोहम्मद जाहिद तथा शिव कुमार यादव थे। वहीं स्कोरर की भूमिका में मोहम्मद तजम्मूल थे। इस उद्घाटन मैच में श्री सचित रावत समाजसेवी,मोहम्मद हिदायत अंसारी, मोहम्मद याकूब अंसारी, मोहम्मद रियाज, मोहम्मद महफूज,पहलू यादव मोहम्मद मुस्ताक, नारायण सिंह, मोहम्मद वसीम, आसिफ, औरंगजेब एवं बीसीसी के सभी सदस्य उपस्थित थे।

बिहार राज्य के जमुई जिला से संजीवन कुमार सिंह ने मोबाइल वाणी को बताया कि 14 जनवरी को मनाई जाती है मकर संक्रांति, लेकिन इस बार 2019 में यह 15 जनवरी को मनाई जा रही है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है. इसी वजह से इस संक्रांति को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है. इस साल राशि में ये परिवर्तन 14 जनवरी को देर रात को हुआ , इसीलिए इस बार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जा रही है ।

बिहार राज्य के जमुई जिला गिद्धौर प्रखंड से रंजन जानकारी देते हैं की सबसे बड़ी कोर्ट ने पटाखों की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि केवल लाइसेंस वाले पटाखें ही बेचे जा सकते हैं। साथ ही कोर्ट ने रात 8-10 बजे तक पटाखें जलाने की अनुमति दी है।कोर्ट ने सिर्फ कम प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों की बिक्री को ही मंजूरी दी है। दीपावली के बाद बढ़ने वाले वायु प्रदूषण के लिए सिर्फ पटाखे जिम्मेदार नहीं हैं और सिर्फ इस वजह से पूरे उद्योग को बंद करने का आदेश देना न्यायसंगत नहीं होगा।पटाखें पर पाबंदी नहीं लगने से जहाँ एक ओर लोग खुश हैं,वहीं दूसरी तरफ सरकार घिरी नजर आ रही है।अगर देखा जाए तो सरकार को वायु प्रदूषण को कम करने के लिए पटाखें पर प्रतिबंध सही है।लेकिन त्यौहार की द्रष्टि से देखे तो पटाखें का उपयोग भी उचित है।ऐसे मे अगर सरकार पटाखें पर पुर्ण प्रतिबंध चाहती है,तो पटाखें बेचने वाले लोगों का लाइसेंस रद्द कर दे।जिसके बाद ही इस पर पुरी तरह से प्रतिबंध लगाना संभव हो सकेगा।

बिहार राज्य के जमुई जिला गिद्धौर प्रखंड से रंजन जानकारी देते हैं की हमारे समाज में जब एक है तब कुछ लोग ही ख़ुशी मनाते हैं।लोगों के मध्य हमेशा से ही यह धारणा बनी रही है की लड़कियों के जन्म के बाद उन्हें पढ़ाने और उनके विवाह में अत्यधिक खर्च का बोझ उनके ऊपर होगा।ऐसी धारणा अधिकतर अशिक्षित परिवार में होती है।पहले शिक्षा का प्रचलन सिर्फ उच्च जाति और संपन्न परिवारों में ही था।लेकिन अब शिक्षा के प्रति हर लोग जागरूक हो चुके हैं।जब एक शिक्षित लड़की विवाह के बंधन में बंधती है,तो उसे माँ बनने का सही उम्र परिवार नियोजन के तरीके और छोटा परिवार सुखी परिवार जैसी बातों होती है।जिससे वो एक अच्छे परिवार की नींव रखती है। इसके साथ ही को भी जागरूक करती है।वर्तमान में देखा जाए तो बेटियों ने ही माँ-पिता की सेवा करने में अपनी भूमिका दिखाई है।बेटे अक्सर शादी के बाद परिजनों को छोड़ कर अपने परिवार के साथ प्रदेश चले जाते हैं।लड़कियाँ हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं।इसलिए हम सब को बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ की धारणा के साथ ही आगे बढ़ना चाहिए।

बिहार राज्य के जमुई जिला गिद्धौर प्रखंड से भीम राज मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं की अक्टूबर और नवम्बर का महीना हमलोगों के लिए काफी खास होता है।इन दो महीनों में ही हम सब कई त्यौहार मनाते हैं।लेकिन इन त्यौहारों की खुशियों के साथ कई समस्याएँ भी आती है।सर्दियों की शुरुआत और वातावरण में प्रदूषक तत्व भी हमारे जीवन में जगह बनाते हैं।वैसे तो प्रदूषण की समस्या पुरे साल बरकरार रहती है,लेकिन अभी दिवाली के कारण प्रदूषण का स्तर बहुत बढ़ जाता है।इसके साथ ही पराली जलाने के कारण भी अभी प्रदूषण ज्यादा होता है।इस दिवाली अगर हम पटाखों की जगह चार दिये अगर ज्यादा खरीदे हम तो किसी की दिवाली बेहतर बन सकती है।इन त्यौहारों के नाम पर हम प्रदूषण फैलाते हैं।ऐसी खुशियाँ और त्यौहार किस काम के जिनसे हमारा ही स्वास्थ्य खतरे में पड़ जाता है

बिहार राज्य के जमुई जिला गिद्धौर प्रखंड से रंजन कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं की जमुई जिले में दो लोगों को डेंगू हो जाने की खबर मिली है,लेकिन उनका ईलाज जिले के सदर अस्पताल में सम्भव नहीं है,क्युँकि यहाँ पर डेंगू ईलाज की सुविधा उपलब्ध नहीं है।ऐसे में मरीज को ईलाज के लिए पटना जाना पड़ता है।डेंगू से बचाव के लिए हम सब को हमेशा मच्छरदानी के अंदर ही सोना चाहिए।डेंगू मच्छर हमेशा साफ़ पानी में पनपते हैं,इसलिए यह ध्यान देना चाहिए की घर में या घर के आस-पास कहीं भी जल जमाव ना हो।ध्यान रहे कि डेंगू का मच्छर दिन के समय ही काटता है, इसलिए दिन में खुद को मच्छरों से बचाएं, मच्छरों से बचाने वाली क्रीम लगाएं और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। खासतौर पर बरसात के समय फुल बाहों वाली कमाज और चप्पलों की जगह जूते जरूर पहनें। घर में कूलर, गमलों व परिंदों के पानी के लिये रखे बर्तनों आदि का पानी साफ करें। अपने घर के आसपास के गड्ढों में लार्वाभक्षी मछलियां डालें। ये मछलियां मलेरिया कार्यालय में निःशुल्क उपलब्ध होती हैं। घर में पानी की टंकियों को अच्छी तरह से ढंक कर रखें।ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ना,सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना।आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना, जो आंखों को दबाने या हिलाने से और बढ़ जाता है।बहुत ज्यादा कमजोरी लगना, भूख न लगना और जी मितलाना और मुंह का स्वाद खराब होना। डेंगू का इलाज इससे होने वाली परेशानियों को कम कर के ही किया जा सकता है

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.