शहर की संस्था ‘कलाश्रम’ द्वारा 23 से 25 अप्रैल तक स्थानीय नवयुवक पुस्तकालय में तीन दिवसीय कला एवं शिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।प्रदर्शनी में 25 कलाकारों की लगभग सौ कलाकृतियाँ प्रदर्शित हुईं हैं। प्रदर्शनी में अलग-अलग विधाओं में उत्कृष्ट कलाकृतियों ने लोगों का ध्यान आकृष्ट किया। जिसमें पेंसिल, वाटर कलर, ऑयल पेस्टल, फेब्रिक कलर, ग्लास पेंटिंग, ऑयल कलर, सैंड वर्क, मूर्तिकला सहित अन्य विधाओं से बनी कलाकृतियाँ थीं। उक्त कला प्रदर्शनी में वरीय कलाकार धर्मवीर प्रसाद की मॉडर्न आर्ट की एब्सट्रेक्ट विधा में बनाई गई कलाकृति काफी आकर्षक रही। वहीं कलाश्रम के संस्थापक सह निदेशक राजकुमार की शीर्षकहीन, दृश्य चित्र एवं आदिवासी महिला की कलाकृति आकर्षण का केंद्र रही। दूसरी तरफ प्रीतम कुमार का अप्लायड आर्ट में पोस्टर का उत्कृष्ट कार्य प्रदर्शन में हैं।

पीपराकोठी, एक संवाददाता। कस्तूरबा विद्यालय में अब दिव्यांग बेटियों का भी नामांकन होगा। इसके लिए कस्तूरबा विद्यालय का चयन किया गया है। इन विद्यालयों में नेत्रहीन और श्रवण विहीन छात्राओं का नामांकन होगा। बताया जाता है कि पहले चरण में जिले के कस्तूरबा विद्यालयों ने 50 नेत्रहीन और श्रवण विहीन का नामांकन लिया जायेगा। इसके लिए सभी कस्तूरबा विद्यालय की मूलभूत संरचना को ठीक किया जा रहा है। सभी कस्तूरबा विद्यालयों में विशेष शिक्षक रखें जाएंगे। बता दें कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा राज्यभर में सर्वे किया गया था। इसमें जीरो से 18 वर्ष तक के जिलेवार दिव्यांग बच्चों को चिह्नित किया गया। सर्वे में चिह्नित नेत्रहीन और श्रवण विहीन बच्चियों का नामांकन उसी जिले के कस्तूरबा विद्यालय में करवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त सभी सरकारी स्कूलों के पोषक क्षेत्रों में दिव्यांग बच्चों को चिह्नित कर नामांकन किया जाएगा। स्कूल में समय से दाखिला कराने के लिए कैलेंडर तैयार किया गया है। कैलेंडर के अनुसार दिव्यांग बच्चों को चिह्नित किया जाएगा। इसमें जीरो से लेकर 18 वर्ष तक के दिव्यांग शामिल होंगे। इस उम्र के दिव्यांग बच्चों को चिह्नित करने बाद उन्हें वैसी सभी सुविधाएं दी जाएंगी जो दिव्यांगों के लिए जरूरी है। इस पूरी प्रक्रिया में शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग और ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहा। जिला स्तर पर अनुश्रवण समिति, प्रखंड स्तर पर प्रखंड समिति का गठन करना है। इस कैलेंडर को जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा तैयार किया गया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा 2022 में दिव्यांग बच्चों का सर्वे किया गया था। जिसमें दिव्यांग बच्चे चिह्नित किये गये। और उनका दाखिला स्कूलों में करवाया गया। इस वर्ष चयनित दिव्यांग बेटियों का नामांकन समीप के कस्तूरबा विद्यालय में भी किया जाएगा।

शिक्षा विभाग की कोशिश है कि इस साल कोई बच्चा स्कूल से बाहर न रहे। लिहाजा, पूरे प्रदेश में बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने के लिए प्रवेशिकोत्सव चलाया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इसके लिए निर्देश भी जारी कर दिया है। अब पूरे अप्रैल तक बच्चों को स्कूल पहुंचाने का अभियान चलेगा। इसके तहत पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को हर हाल में स्कूल पहुंचाने का लक्ष्य लेकर काम होगा। जिलों में चलने वाले इस अभियान की शिक्षा विभाग नियमित मॉनिटरिंग भी करेगा। कई बच्चे किसी न किसी कारण से इस समय स्कूल से बाहर हैं। इनमें सभी आयु वर्ग के बच्चे शामिल हैं। अब इन बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए व्यापक अभियान चलेगा। यही नहीं, इनके अलावा अन्य छूटे बच्चों और स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों की पहचान कर उन्हें स्कूल पहुंचाया जाएगा। इसके लिए पूरे अप्रैल तक शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र में संपर्क अभियान चलाकर ऐसे बच्चों का नामांकन करवाएंगे। अपने इस अभियान के लिए वे स्थानीय स्तर पर प्रभावी लोगों के साथ-साथ अभिभावकों का सहयोग लेंगे। अभिभावकों को अपने-अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके तहत वैसे बच्चों की भी पहचान होगी, जो विभिन्न कारणों से बीच में अपनी पढ़ाई छोड़ छीजन ड्रापआउट के शिकार हुए हैं। ऐसे बच्चों को उम्र सापेक्ष की कक्षा में दाखिला कराया जाएगा। नामांकन अभियान चलाने में परेशानी भी इस समय शिक्षक तिहरी जिम्मेवारी निभा रहे हैं। उन्हें जातीय जनगणना अभियान में लगाया गया है। इसके अलावा शिक्षक अपने-अपने स्कूलों में पुस्तकोत्सव भी मना रहे हैं। इसके तहत स्कूलों में पहली से आठवीं तक के बच्चों को पुस्तकें बांटी जा रही है। स्कूलों में जैसे-जैसे पुस्तकें पहुंच रही है, वैसे-वैसे शिक्षकों को उस कार्य में लग जाना पड़ता है। यह अभियान मई तक चलना है। लिहाजा, प्रवेशिकोत्सव में परेशानी हो रही है। इन सबके बावजूद विभाग बच्चों को हर हाल में स्कूल पहुंचाने में जुटा है।

केंद्र प्रायोजित योजना नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के प्रारंभिक तैयारी से संबंधित शिक्षा सेवक तथा तालिमी मरकज को टिप्स दिया गया। शिक्षा सेवक तथा तालिमी मरकज को 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के असाक्षर महिला एवं पुरुष का सर्वेक्षण किया जाना है, जिसके संबंधित प्रपत्र में समेकन तैयार कर को उपस्थित होकर संबंधित अभिलेख जमा करने के लिए सभी शिक्षा सेवकों को निर्देश दिया गया। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमारी ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने को लेकर शिक्षक नीरज राम, शिक्षक राजेश कुमार गुप्ता को प्रतिनियुक्ति की गई है। वहीं इस अभियान में मुख्य रूप से 15 वर्ष की और आयु वर्ग के महिला पुरुष का सर्वेक्षण के उपरांत मैचिंग बैचिंग कर एनआईएलपी एप पर अपलोड करना है।

 केसरिया थाना के राजपुर जिरात के समीप 12 अप्रैल को अज्ञात वाहन की ठोकर से घायल युवक नीरज कुमार (25) की इलाज के दौरान शनिवार रात आईजीएमएस में मौत हो गयी। नीरज केसरिया थाना के ही चानपरसा गांव का रहने वाला था। उसके पिता वकील सहनी ने बताया कि नीरज अपनी बुलेट बाइक से 12 अप्रैल को ढेकहां गांव स्थित अपने ससुराल जा रहा था। इसी दौरान राजपुर जिरात के समीप अज्ञात गाड़ी के लापरवाह चालक ने उसकी बाइक में भीषण टक्कर मार दी। दुर्घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। लोगों की मदद से उसे इलाज के लिए पीएचसी केसरिया ले जाया गया। जहां के चिकित्सकों ने उसे मोतिहारी तथा मोतिहारी के चिकित्सकों ने उसे पटना रेफर कर दिया। पटना के आईजीएमएस में इलाज के दौरान शनिवार रात मौत हो गयी। जहां से उसका शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मोतिहारी लाया गया था।

इंटर कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा 2023 को लेकर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गयी है।परीक्षा को स्वच्छ व कदाचारमुक्त संचालन को लेकर परीक्षा केन्द्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। परीक्षा को कदाचार मुक्त संचालन को लेकर जोनल व सुपर जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं। आगामी 26 अप्रैल से 8 मई तक शहर के तीन परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा में कुल 1584 परीक्षार्थी शामिल होेंगे।परीक्षा केन्द्र मुजीब बालिक प्लस टू विद्यालय मोतिहारी में 656, श्रीअनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज मोतिहारी में 542 व प्रभावती गुप्ता बालिका प्लस टू परीक्षा केन्द्र में 386 परीक्षाथियों की परीक्षा आयोजित होगी। केन्द्राधीक्षक को छोड़कर प्रतिनियुक्त शिक्षकेत्तर कर्मचारी सहित प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी के पास परीक्षा केन्द्र में मोबाइल नहीं रहेगा। किसी भी परिस्थिति में कार्यरत वीक्षक व परीक्षा से जुड़े किसी भी कर्मी को मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। एसडीओ को परीक्षा को स्वच्छ ,निष्पक्ष व कदाचारमुक्त वातावरण में संपन्न कराने के लिए अपने स्तर से जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया गया है। एसडीओ के द्वारा परीक्षा केन्द्र के आसपास निषेधाज्ञा लागू करने को लेकर निर्देश दिया गया है। अपर समाहर्त्ता पवन कुमार सिन्हा को इस परीक्षा के लिए नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।

पिपरा बलवामन पुल के समीप सड़क किनारे की एक झाड़ी से रविवार को पुलिस ने एक 27 वर्षीय महिला का गला कटा हुआ शव बरामद किया है। थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि अभी तक मृतका की शिनाख्त नहीं हो सकी है। मृतका के गले का दाहिना हिस्सा रेता गया है तथा वह लाल रंग की साड़ी पहनी हुई है। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है जहां शव को सुरक्षित तरीके से रखकर उसके पहचान की हर संभव कार्रवाई की जा रही है।

बाबू वीर कुंवर सिंह जी की जयंती सत्याग्रह पार्क में मनाई गई ।इस अवसर पर बाबू वीर कुंवर सिंह जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया कार्यक्रम संयोजक अमरेंद्र सिंह ने बताया कि अंग्रेजों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ सभी वर्ग के लोगों ने एकजुट होकर आवाज उठाई थी। यही आवाज आगे चलकर अट्ठारह सौ सत्तावन में क्रांति का रूप धारण किया और प्रथम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन कहलाया। बिहार से वीर कुंवर सिंह इस संग्राम के नेतृत्वकर्ता बने। मेरठ में जब क्रांति का बिगुल बजा तो 80 वर्ष में बिहार का नेतृत्व वीर कुंवर ने संभाला। मनोज गुप्ता ने कहा कि हमें विदेशों के उत्पाद को त्याग कर स्वदेशी अपनाना चाहिए।

विदेशी व देसी शराब का हुआ विनष्टीकरण चकिया पुलिस ने विभिन्न कांडों में जब्त देसी व विदेशी शराब का शनिवार को विनष्टीकरण किया। अंचलाधिकारी सह दंडाधिकारी हेमंत कुमार झा की उपस्थिति में थाना परिसर में ही गड्ढा खोद शराब को नष्ट कर जमींदोज कर दिया गया। चकिया इंस्पेक्टर सहथानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के आलोक मे चकिया थाना के विभिन्न कांडों में जब्त किए गए लगभग दस हजार लीटर शराब का विनष्टीकरण किया गया है। जिसमे करीब नौ हजार लीटर विदेशी तथा एक हजार लीटर देशी शराब का शामिल है।

  पहाड़पुर में जहरीली शराब से थानाक्षेत्र के विभिन्न गांवों के छह लोगों की मौत को लेकर पुलिस व उत्पाद विभाग द्वारा लगातार छपेमारी की जा रही है।इस दौरान शनिवार को बलुआ पंचायत के बलुआ बैरिया गांव निवासी शराब धंधेबाज राजू मांझी के पुत्र अजय मांझी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष अम्बेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार शराब धंधेबाज ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि उसके पिता द्वारा उक्त जहरीली शराब हरसिद्धि क्षेत्र से लायी गयी थी। जिसको उसके पिता व उक्त गांव के मृतक बुटन मांझी,भोला प्रसाद आदि थे।