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दोस्तों, आज के इस सूचना के युग में मोबाइल हमारे जीवन का एक अहम् हिस्सा बन गया है। इस बदलती दुनिया में अपने आप को बनाये रखने के लिए ताज़ा जानकारियों तक पहुँच बेहद ज़रूरी हो गई है। और इस जानकारी तक पहुचने का सबसे आसान मध्यान बन गया है इंटरनेट। । इस बात से हम भली भांति परिचित हैं कि आज के समय में जितनी तेजी से विश्व में मोबाइल फ़ोन का उपयोग बढ़ा है उतनी ही तेजी से इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में भी इज़ाफ़ा हुई है।यही वजह है कि वर्तमान में मोबाइल सेवा प्रदाता कम्पनियाँ हमारे लिए तरह तरह के विज्ञापन जारी करती हैं ताकि हम आगे बढ़कर उनकी सेवा का स्तेमाल करे लेकिन यह विज्ञापन कई बार भ्रामक भी होती है। इंटरनेट की स्पीड कम होने की वजह से हमे कई बार मुसिब्बत भी झेलनी पड़ जाती है और एक सर्वे के मुताबिक एक साधारण सा फाइल चाहे वो एक छोटा गाना या सरकारी नौकरी का आवेदन पत्र ही क्यों न हो, डाउनलोड करने में काफी ज़्यादा टाइम लग जाता है ।दोस्तों, क्या आप ने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है ? अगर नहीं तो सोचिये और हमे बताइये नंबर 3 दबाकर की आप के क्षेत्र के इंटरनेट की स्थिति कैसी रहती है ? और आप किसी ऑपरेटर को चुनने से पहले किन बातो पर ज़्यादा ध्यान देते है ? अगर आपने किसी ऑपरेटर का प्रचार देखने के बाद उनका सेवा लिया है तो किस हद तक उनके दावें सच साबित हुए है ? साथ ही दोस्तों, अगर आप जानना चाहते है दूसरे मोबाइल कंपनियों के इंटरनेट सेवा से आप के ऑपरेटर की तुलना किन आधारों पर की जाती है, कौन से ऑपरेटर आप के क्षेत्र में सबसे बेहतर सेवा प्रदान करता है और यदि आप उन मापदंडों के बारे में अधिक समझना चाहते हैं जो आपके मोबाइल इंटरनेट स्पीड को प्रभावित करते है तो आप गूगल प्ले स्टोर से मोबाइल इंटरनेट क्वालिटी ऑफ़ सर्विस इनफार्मेशन एप्प डाउनलोड करके जानकारी ले सकते है। यह एप्प आई आई टी दिल्ली द्वारा विकसित की गई है ताकि लोग आसानी से अपने ऑपरेटर की सेवाओं के बारे में पता कर सके। इस एप्प का गूगल प्ले स्टोर लिंक है http://bit.ly/2FEj9EP
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बिहार राज्य के जमुई जिला ,सिकंदरा प्रखंड से विजय कुमार ने सिकंदरा मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि देश में मोबाइल फ़ोन की संख्या आबादी के अकड़े को कुछ ही दिनों में पार कर लेगी। यह स्थिति देख अब राजनितिक दल भी लोगों तक पहुंचने के लिए मोबाइल को सबसे बड़ा जरिया मनने लगे हैं।बिहार में मोबाइल फ़ोन की संख्या 7.32 करोड़ तक पहुंच चुकी है,जबकि आबादी 10.38 करोड़ है। प्रदेश में भी फेसबुक और ट्विटर जैसे शोशल मिडिया में छा जाने की विभिन्न राजनितिक दलों में होड़ मची हुई है। लोक सभा चुनाव नजदीक देख शोशल मिडिया पर सभी दलों ने अपनी गतिविधियाँ तेज कर रखीं है
बिहार राज्य के जमुई जिला सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के द्वारा कहती हैं कि आज के युग में जाने अनजाने हर बच्चे को स्मार्ट फोन की लत लग जाती है।जिसके बाद यह महसूस होने लगता है कि इसके बगैर रहना मुश्किल है।लेकिन इसका प्रयोग बच्चों के लिए बेहद ही घातक सिद्ध हो रहा है।यह बच्चे के शरीर और दिमाग दोनों पर ही बुरा प्रभाव डालता है।स्मार्ट फोन के प्रयोग से बच्चे की याददाश्त क्षमता में कमी तो आती ही है, इसके साथ ही बच्चों के स्मार्टनेश को भी कम कर देता है।दुनिया के कई वैज्ञानिकों ने भी इस संबन्ध में चेतावनी देते हुए कहा है कि स्मार्टफोन का प्रयोग बच्चों के लिए खतरनाक शाबित हो सकता है
बिहार राज्य के जमुई जिला सिकंदरा प्रखंड से विजय कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा कहते हैं कि किसी तरह के आपातकाल की दशा में आप संबंधित नंबर पर फोन करते हैं. लेकिन, वास्तविक में ऐसा हो सकता है कि कई बार आप उस बात करने की दशा में भी न रहें, क्योंकि आप इतने खतरनाक हालात में हो सकते हैं कि ऐसा करना मुश्किल हो।ऐसे में स्मार्टफोन की नयी तकनीक एक नया उपाय लेकर आयी है।हो सकता है, आप किसी वाहन में पीछे की ओर बैठे हों और किसी से मदद चाहते हों, लेकिन वह यह नहीं जान पा रहा हो कि आप कहां बैठे हैं।या फिर आपके आसपास कोई ऐसा हो, जो आपको डरा-धमका रहा हो और आप इस बारे में किसी को बता नहीं पा रहे हों।ऐसे में यह तकनीक बेहद कारगर साबित हो सकती है।इन दशाओं में आपका फोन स्वयं कॉल करेगा और यदि आपको वाकई में सहायता की जरूरत है, तो वह आपकी आवाज में इसे बता भी सकता है।इसे इमर्जेंसी एसओएस कहा गया है, और फिलहाल इसे एप्पल आईफोन में इंस्टॉल किया गया है। इसके एक खास मॉडल में एक बटन दिया गया है, जिसके जरिये इस गतिविधि को अंजाम दिया जा सकेगा।इसके लिए बस आपको वह बटन प्रेस करना होगा और सारा काम स्वत: होगा। .
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