बिहार राज्य के जमुई जिला सिकंदरा प्रखंड से विजय कुमार मोबाइल वाणी के द्वारा जानकारी साझा करते हुए कहते हैं कि डब्लूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार प्रति वर्ष 30 लाख बच्चे कुपोषण के शिकार हो जाते हैं, हालाँकि इनमें से 20 लाख बच्चों को टीकाकरण के जरिये सुरक्षित कर लिया जाता है।इसके बावजूद हर साल इस संख्या में इजाफा देखने को मिलता है।एक रिपोर्ट के अनुसार विकासशील देशों में हर साल 20 करोड़ बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पाता है।सर्वे के अनुसार यह बात सामने आयी है कि भारत में 47% बच्चे कुपोषण के शिकार होते हैं।इसका मुख्य कारण होता है, पेट में संक्रमण के कारण जरुरी पोषक तत्व पेट से बाहर आ जाते हैं।इसका सीधा असर बच्चे के ब्रेन पर पड़ता है।गंदगी में खेलने,गंदा पानी पीने,बिना हाथ धोये खाना खाने से कीटाणु आंत तक पहुँच जाते हैं,जिससे काफी हानि होती है।