झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से सुदाम कुमार सेन ,श्रमिक वाणी के माध्यम से कहते है कि प्रवासी श्रमिकों का जीवन तकलीफ भरा रहता है। कार्य क्षेत्र में बड़ी समस्या होती है। ठेकेदार द्वारा सही से वेतन नहीं मिलता है कि श्रमिक अपने परिवार का भरण पोषण कर पाए। अगर ऊँची इमारतों में काम करते वक़्त श्रमिकों के साथ दुर्घटना हो जाती है तो उन्हें कार्यक्षेत्र से तो सहायता मिलती ही नहीं। अगर श्रमिक की दुर्घटना में मौत हो जाती है तो तो उनके मालिक और पुलिस प्रशासन द्वारा परिवार वालों को श्रमिक की भनक तक नहीं लगने देते है। कार्यक्षेत्र का ही नहीं ,जहाँ प्रवासी श्रमिक निवास करते है ,वहां भी उनके साथ दुर्व्यवहार होता है