दिल्ली एनसीआर के कापसहेड़ा से नन्द किशोर की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से अस्फाक से हुई। अस्फाक कहते है कि अभी के समय दिहाड़ी का कार्य सही ही चल रहा है। रोज़ाना काम मिल जाता है। ठकेदार के तरफ से काम करते है। उन्हें 600 रूपए दिहाड़ी मिलती है,जो 15 दिनों में मिलती है । उन्हें कार्यक्षेत्र में ठेकेदार द्वारा सुरक्षा के प्रबंधन नहीं मिलते है। बेलदारी का काम झारखण्ड में मिलता है लेकिन रेट सही नहीं रहती है इसलिए वहाँ पर काम नहीं करते है