उत्तरप्रदेश राज्य के कानपूर देहात से लज्जा राम ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि श्रमिकों की मज़बूरी का फ़ायदा उठा कर उन्हें दिन प्रतिदिन कमज़ोर किया जाता है। बात पहले की हो या कोरोना के वक़्त की श्रमिक समस्याओं का सामना करते आये है। कोरोना आने के बाद भी श्रमिकों को सबसे ज़्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा। आर्थिक रूप से उन्हें बहुत समस्या हुई। अब लेबर कोड को लेकर भी श्रमिक चिंतित है। श्रमिकों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। श्रमिकों की ग़रीबी बढ़ती ही जा रही है।