तिरुपुर से हमारी एक श्रोता बताती रहीं हैं कि आज पांच लोगों ने कंपनी में काम करने से मना कर दिया। लॉक डाउन के दौरान कंपनी प्रबंधक ने उन मजदूरों को घर जाने भी नहीं दिया और ना ही उन्हें उनका पूरा वेतन दिया। कंपनी प्रबंधक ने मजदुरों को वही रह कर काम करने की सलाह दी और राशन पानी देने की बात कही लेकिन उन्हें कभी भी पूरा वेतन नहीं दिया। मजदूरों को काम चलाने के लिए बस 500-1000 रूपए देता रहा। इससे ख़ासा नाराज़ होकर आज मजदूरों ने काम छोड़ दिया