झारखंड से सर्वेश तिवारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि झारखंड के धनबाद ज़िले में लगभग दस हज़ार फर्जी किसानों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत योजना का लाभ ले लिया है, जिनसे वसूली की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसके लिए कृषि पदाधिकारी और सम्बंधित अंचलों के पदाधिकारियों की ज़िम्मेदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। यह फ़र्जीवाड़ा एक सप्ताह पहले ही उजागर हुआ है। इस योजना में वित्तीय वर्ष 2019-20 पचहत्तर हज़ार किसानों ने निबंधन काराया था, लेकिन 2020-21 में एक लाख, तीन हज़ार एक सौ अड़तीस किसानों ने अबतक पंजीकरण कराया है। एक साल में बढ़ी किसानों की संख्या जाँच का विषय है। इनमें से सत्तर हज़ार, आठ सौ उनतालिस को निरस्त किया जा चुका है। इसमें बिचौलियों और कर्मचारियों की भूमिका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इतनी अधिक संख्या में आ रहे आवेदनों को देखते हुए इनकी जाँच के लिए सभी प्रखंडों के सम्बंधित अधिकारियों और ग्राम प्रमुखों की सम्मिलित टीम बनायी गयी है। पात्र किसानों को पेंशन सुविधा का लाभ देने और अपात्रों से पेंशन की वसूली करने के सख़्त निर्देश दिए गए हैं। झारखंड के अन्य ज़िलों से भी इस तरह के फ़र्जीवाड़े की सूचना है।