झारखण्ड राज्य के पलामू ज़िला से शंकर पाल ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि वो पहले मानेसर में कार्य करते थे और होली से पहले अपने गृह राज्य आए है। जिसके बाद लॉक डाउन हो गया। अब साधन की व्यवस्था नहीं होने के कारण वो वापस जा नहीं सकते है। वो अपने विचार व्यक्त करते हुए कहते है कि अगर वो वापस चले भी जाएँगे तो उन्हें उनके काम के अनुसार वेतन नहीं मिलेगा। श्रमिकों को उनके मेहनत अनुसार सामान काम के लिए सामान वेतन मिलना चाहिए।
