मीनापुर से सलीम परवेज़ साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि सरकार मदद से अगर छोटा उद्योग स्थापित किया जाएगा तो मज़दूरों को समस्याओं से निजात मिलेगा और पलायन भी रुकेगा। स्थानीय रोजगार के अभाव के कारण ही स्थानीय लोग प्रदेश में नौकरी की तलाश में जाते हैं। लेकिन देखा जाता हैं कि दूसरी जगह पलायन करने के बाद भी उन्हें कई समस्या होती हैं। वहाँ उन्हें महीनों रोज़गार की तलाश में बैठना पड़ता हैं। अगर नौकरी मिल भी जाती हैं तो उनकी मज़दूरी का सही से भुगतान नहीं होता। बताते हैं कि उनके क्षेत्र में मनरेगा के तहत काम नहीं हो रहा हैं। पहले जो भी कार्य हुआ हैं उसमें भ्रष्टाचार ही देखा जाता हैं। क्षेत्र के मुखिया स्थानीय लोगों से धोखाधड़ी कर पैसा ले लेते हैं। अगर सरकार स्थानीय क्षेत्र पर रोज़गार के साधन उपलब्ध करवाऐंगे तो स्थानीय लोगों को आसानी से अपने क्षेत्र में उचित रोज़गार मिलेगा।