Transcript Unavailable.
राजेश कुमार साथ निरंजन प्रसाद गिरिडीह से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बढ़ती हुई महिला हिंसा पर चिंता जताते हुए कहते है कि इसका एक कारण संयुक्त परिवार से हट जाना दूसरा शिक्षा कि कमी जो कि काफी महत्वपूर्ण है क्योँकि शिक्षा जागरूकता लाती है इसलिए महिलाओ को जागरूक होना होगा शिक्षित होना होगा हमारा समाज ऐसा है कि यहाँ पर महिलाओ के द्वारा ही महिलाओ पर घरेलु हिंसा कि जाती है इसका एक प्रमुख कारण दहेज़ है दहेज़ हमारे समाज में कैंसर कि तरह है जो कि बुरी तरह फैला हुआ है इसे अंतरजातीय विवाह के माध्यम से दूर किया जा सकता है
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
राजेश कुमार साथ में असलम गिरिडीह से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बाल यौन हिंसा पर कहते है कि इसका कारण गरीबी और भुखमरी है जिसकी वजह से बहुत सरे परिवार अपने छोटे-छोटे बच्चे को होटलो और कारखानो या फिर मजदूरी का काम करने के लिए भेज देते है जिससे इनका वहां पर शोषण होता है और ये विरोध नहीं कर पाते है इसे रोकने में एक कमी यह भी है कि कानून का सही से और कड़ाई से लागु नहीं होना जीसके कारण भी बाल यौन हिंसा बढ़ रही है आपराधिक प्रवृतियो के कारण भी बच्चे रिमांड होम भेजे जाते है वहां पर भी नीतियो और कानून के सही से लागु नहीं होने के कारण बच्चो का बाल यौन शोषण किया जाता है अलग अलग तरीको से.इसे बढ़ावा देने में हमारा समाज भी कम उत्तरदायि नहीं है इसकी अहम् भूमिका होती है अगर माता-पिता अपने बच्चो कि थोड़ी बहुत ख्याल रखे सचेत रहे तो इसे बहुत हद तक रोका जा सकता है लेकिन गरीबी रेखा से निचे जीवन यापन करने वाले के बच्चो को गाव के बिचोलिये और अन्य मध्यमो से दिल्ली और दूसरे प्रदेशो में कार्य करने के लिए ले जाते जहां उनका शोषन किया जाता है तो इसे केवल सरकार ही रोक सकती है एक ऐसी एजेंसी बनायीं जाये जो सिर्फ इसी पर कार्यरत हो और इसे रोकने में हर सम्भव प्रयासरत रहे.
गिरिडीह से राजेश कुमार साथ दिलीप झा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला हिंसा पर कहते है कि महिला हिंसा को रोकने में स्थानीय प्रशसन अहम् भूमिका निभा सकती है अगर कही पर महिला हिंसा होती है तो वहां की पुलिस इसे रोक सकती है महिलाओ को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए पुरुषो द्वारा महिलाओ पर कि जाने वाली हिंसा सबसे जयादा निंदनीय है महिलाओ और पुरुषो के बीच इंट्रकशन पैदा करके इस हिंसा को रोका जा सकता है महिलाओ पर पुरुष के साथ साथ महिलाओ के द्वारा भी अनेक माध्यम से हिंसा किया जा रहा है जैसे कि केश दर्ज कराया जा रहा है इसे रोकने में सरकार चाहे वो राज्य सरकार हो या फिर केंद्र सरकार इस पर अभियान सेमिनार आयोजित करके महिलाओ को जागरूक कर सकती है जो बहुत हद तक महिला हिंसा को रोकने में कारगर साबित हो सकता है.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
