जिला रांची के ओरमांझी प्रखण्ड से श्री राम महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की झारखण्ड के रांची शहर में कई निजी विद्यालय है जंहा शिक्षको के साथ शौषण किया जाता है।निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा शिक्षको को उचित बेतन नहीं दिया जाता है। विद्यालय प्रबंधन द्वारा स्कुल बही खाते में कम पैसा देकर हस्ताक्षर करवा कर उस बही खाते में ज्यादा रकम चठाया जाता है।देश में शिक्षको को राष्ट्रनिर्माता कहा जाता है पर शिक्षको का बहुत शोषण किया जाता है इस तरह से समाज में विद्यालय प्रबंधन एक तरह से भ्रामक गुरु बन कर शिक्षा बांट रहा है. शिक्षको से पूरा कार्य लिया जाता है पर शिक्षको को पूरा पैसा नहीं दिया जाता है ,जहां शिक्षको का आर्थिक शोषण कर उन्हें बेतन के नाम पर कटौति कर वेतन दिया जाता है वही शिक्षा प्रबंधन के सदस्यगण ,सचिव ,और अध्यक्ष वे पैसा से मालामाल है अत: झारखण्ड के मुख्यमंत्री ,वित् मंत्री, शिक्षा मंत्री एवं बीईओ साहब से निवेदन है की निजी विद्यालयों में शिक्षकों के साथ हो रहे इस अन्याय से निजात दिलाया जाए।

जिला रांची,बारीडीह ओरमांझी से फूलकुमारी देवी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि प्राथमिक स्वास्थ केंद्र जो सरकार के द्वारा बनाया गया है वह तो ठीक है लेकिन उसकी स्थिति चरमरा गई है, इन स्वास्थ्य केंद्रों में गरीबो के लिए जो व्यवस्था होनी चाहिए वह संतोषजनक नहीं है। गर्भवती महिलाओं के जाँच के लिए सारी सुविधा उपलब्ध नहीं कराया जाता है,यदि गरीब महिला निजि हॉस्पिटल से अल्ट्रासॉउन्ड कराती है तो काफी महंगाई का सामना करना पड़ता है इसके आलवे स्वास्थ केंद्र में बड़ा ऑपरेशन की सुविधा है लेकिन जो महिला दूसरी या तीसरी बार माँ बनती है तो उसे ऑपरेशन की सुविधा मुहैया नहीं कराई जाती है इसलिए सरकार से अनुरोध है की प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में ऑपरेशन और जाँच की सुविधा जल्द से जल्द शुरू किया जाए।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

रांची से अंजुमन आरा जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की आज कल बहुत सारी लड़कियो की 14 से 15 साल की उमर में शादी कर दी जाती है ,माँ-बाप समझते है की कहीं बेटी कुछ उच्च नीच न कर बैठे ,इस वजह से वे उनकी शादी कर देते है ,और उनकी पढाई ,आज़ादी छीन लेते है। माँ -बाप सोचते है की वे यह सब उनकी भलाई के लिए कर रहे है , पर हकीकत कुछ और ही है। माँ - बाप की सबसे बड़ी गलती यह है की बच्चे कितने भी बड़े हो जाये माँ - बाप उनको बच्चे ही समझते है। वे यह भी बता रही है लड़कियां मछली की तरह होती है , समाज उन्हें जितनी बड़ी जगह में पालेंगे वे उतनी ही आगे बढेंगी