जिला धनबाद के तोपचांची प्रखंड से फर्केश्वर महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि खेड़ाबेडा के ग्रामीण की बैठक मंगलवार को राम टहल महतो के अध्यक्षता में की गई जिसमे खेड़ाबेडा जलापूर्ति योजना का शिलान्यास चेता गाँव में राजनीतिक साजिस के तहत किया गया है।ग्रामीणों ने बताया की खेड़ाबेडा के नाम से आई जलापूर्ति योजना को खेड़ाबेडा में नहीं बनाया गया तो सड़क प्रदर्शन किया जाएगा।
जिला धनबाद के तोपचांची प्रखंड से फर्केश्वर महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से अपनी कहानी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की बच्चो की पढाई और अच्छे भविष्य के लिए बाहर पलायन करना पड़ता है।
जिला धनबाद के तोपचांची प्रखंड से फर्केश्वर महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि चेता पंचायत के अंतर्गत खेड़ा-बेड़ा के ग्रामीणो की वर्षो पुराणी मांग जलापूर्ति योजना चयन योजना को मनमानी ढंग से दुसरे गाँव में लगाया गया है इसकी खुलासा हुई है।इस योजना का नाम खेड़ा बेड़ा जलापूर्ति योजना है लेकिन इस योजना ग्राम चेता में 1 मार्च 2014 को शिलान्याश phd मंत्री स्थानीय मुखिया के द्वारा सयुक्त रूप से किया गया।
धनबाद: फरकेश्वर महतो ख़राबेड़ा,तोपचांची, धनबाद से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि वाकई झारखण्ड मोबाइल वाणी बेअसर को असर कर दिखाया।दरअसल चैता पंचायत अंतर्गत खेराबेड़ा गांव में आंगनबाड़ी भवन निर्माण में गुणवत्तापूर्ण सामग्री न लगाने जाने की खबर झारखण्ड मोबाइल वाणी पर रिकॉर्ड कराया गया था. इस खबर के झारखण्ड मोबाइल वाणी पर चलने के बाद CDPO के प्रभारी कुमारी शिखा के लिए आंगनबाड़ी भवन पहुंचीं साथ में JEO भी उपस्थित थे। इस दौरान न सिर्फ इस आंगनबाड़ी की जाँच की बल्कि तीन और अन्य आंगनबाड़ी की भी जाँच की। निरिक्षण के दौरान ग्रामीणों के समक्ष चैता पंचायत के मुखिया ने कहा कि झारखण्ड प्रदेश में सभी तरह के योजनाओ पर दो नंबर के कार्य किये जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण कार्य हेतु बांग्ला ईटा का प्रयोग किया जा रहा है लेकिन उन्होंने यह स्वीकार किया की आगे से ऐसा नहीं होगा।
जिला धनबाद के तोपचांची प्रखंड से फरकेश्वर महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि आंगनबाड़ी में कार्यरत सेविका सहाईका को तीन माह से मानदेय नहीं मिलने कारन काफी समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है।साथ ही THR टेक होम विभाग द्वारा राशि नहीं दी गई है।जिसके कारन बच्चो और धात्री माताओ को भी काफी परेशानी हो रही है।सेविकाओं का कहना है रासन के लिए अभिभावक काफी परेशान कर रहे है।सेविकाओं ने बताया की पहले राशि का भुगतान CDPOकार्यालय में हर माह भुगतान कर दिया जाता था परन्तु वर्ष 2014 से जिला समाज कल्याण विभाग के द्वारा THR राशि का भुगतान किया जाना है लेकिन अबतक भुगतान नहीं हुवा है। सेविकाओं का कहना है की इससे अच्छा CDPOकार्यालय से ही भुगतान किया जाए पुरे जिले में लगभग २हजार आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है।
जिला धनबाद के तोपचांची प्रखंड से फर्केश्वर महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि बच्चो को गाँव में सभी सुविधा मिलने के बाद भी कोई सुविधा बच्चो को नहीं पसंद आता है।जिसके कारण बच्चे गाँव जाना पसंद नहीं आता है।शहर में बच्चो को काफी चीजे देखने घुमने को मिलती है जिससे उन्हें काफी ख़ुशी मिलती है।
जिला धनबाद के तोपचांची प्रखंड से फर्केश्वर महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि
जिला धनबाद के तोपचांची प्रखंड से फर्केश्वर महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि खेड़ा-बेड़ा गाँव के ग्रामीण गढ़े और नदी का गन्दा पानी पी रहे है।पूर्व एक साल पहले विभाग के द्वारा जमुनिया नदी में पाइप लाइन के दवरा बनाया गया परन्तु विधायक और मुखिया के द्वारा मनमानी कर चेता में शिलान्यास किया गया साथ ही कार्य को लेकर विधायक के द्वारा बहुत ही मनमानी किया जाता है।ग्रामीण जलापूर्ति योजना का प्रकालित राशी 6 करोड़ रुपया है।जिसमे पीएचडी मंत्री और स्थानिये विधायक द्वारा कमीशन लिया जा रहा है।
धनबाद : खेराबेड़ा,तोपचांची,धनबाद से फरकेश्वर महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि राज्य में स्थानीय भाषाओ को प्राथमिकता नहीं दी जाती है। वे कहते हैं कि झारखण्ड प्रदेश में ओलचिकि आदिवासियों का प्रमुख भाषा है लेकिन विद्यालयों में इस भाषा को प्राथमिकता नहीं दी जाती है। उनका कहना है की चैता पंचायत अंतर्गत ग्राम केशलपुर एक आदिवासी बहुल इलाका है लेकिन यहां के उत्क्रमित मध्यविद्यालय में ओलचिकि भाषा को नहीं पढ़ाया जाता है। अत: शिक्षा अधीक्षक से मांग करते हैं कि इस भाषा को प्राथमिकता दी जाये।
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