गोपी कृष्णा कुवंर लोहरदगा से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर मानसून की बेरुखी बता रहे है जिससे लोहरदगा में सुखाड की स्थिती है.किसानो के माथे पर चिंता की स्थिती बनी हुई है लोहरदगा में अबतक 40% ही धान की रोपनी हो पाई है, कुछ समृद्ध किसान तो जुगाड-पानी लगाकर धान की रोपनी कर तो रहे है पर अच्छी वर्षा न होने से धान की खेती अच्छी न होगी। वर्षा के आभाव में पहले से लगाये हुए धान के बिचड़े पीले पड़ने लगे है.