झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला से टेक नारायण प्रसाद झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से 'मेरा मुखिया कैसा हो ' कार्यक्रम के तहत कहते है कि मुखिया को शिक्षित और ईमानदार होना चाहिए जो वोट के लिए लोगों को मांस मदिरा का मोह न दे। गाँव -टोले के जो भी वार्ड सदस्य होते है उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को देखते हुए ,ग्राम सभा में उनकी समस्या को पेश करनी चाहिए। बिना रिश्वत लिए बुनियादी सुविधाओं को ग्रामीणों तक पहुँचाने की ज़िम्मेदारी मुखिया की होनी चाहिए। ग्रामीणों तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने की बात हो चाहे ग्रामीण विकास की बिना रिश्वत दिए कोई कार्य नहीं होता। देखा जाता है कि भ्रष्टाचारी के कारण संपन्न परिवारों को ही योजनाओं का लाभ मिलता है और गरीब लाभुक परिवार लाभ पाने से वंचित रह जाते है। इसलिए मुखिया को ऐसा होना चाहिए कि लाभुकों को सारी योजनाओं का उचित लाभ ईमानदारी के साथ प्रदान कराए।