झारखंड राज्य के रामगढ़ जिले के पतरातू से आशीष कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कार्यक्रम 'मेरा मुखिया कैसा हो ' के तहत बताया कि एके पंचायत में मुखिया द्वारा आम जनता को कोई भी सुविधा का लाभ नहीं दिया जाता है।जब भी लोग मुखिया से बात करते हैं तो वे फंड ना मिलने का बहाना बना देते हैं। जबकि प्रत्येक वर्ष मुखिया को पच्चीस लाख रूपए फंड के रूप में मिलता है जिसका कोई लेखा जोखा नहीं है। वहीँ मुखिया द्वारा जनता के बीच आम सभा नहीं किया जाता है, ना ही जनता से कोई राय ली जाती है और ना ही किसी भी योजना का लाभ दिया जाता है