Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

रविवार को बंगलवा में टैम्पू चालक एवं टैम्पू मालिको ने अपने - अपने गाड़ियों को बंगलवा पंचायत सरकार भवन के परिसर में लगाकर दिनभर गाड़ी को बंद रखा । दिनभर सवारी गाड़ियों के बंद रहने के कारण दर्जनों यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा । इस दौरान टैम्पू चालकों एवं गाड़ी के मालिकों ने बंगलवा से दशरथपुर तथा बंगलवा से जमालपुर के बीच चलने वाली ई- रिक्शा चालकों के विरुद्ध जमकर हंगामा किया साथ ही बंगलवा में तीन पहिया वाहन एवं चार पहिया वाहनों से अवैध वसूली को लेकर भी हंगामा किया । उनका कहना है कि हमलोग अपने - अपने वाहनों को सड़क पर ही नंबर सिस्टम से लगाकर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम करते हैं । बावजूद बंगलवा के कुछ दबंग प्रवृति के लोग स्टैंड के नाम पर अवैध वसूली करते हैं तथा आए दिन अवैध वसूली करने वाले उक्त व्यक्ति और चालकों के बीच तू-तू-मैं-मैं होता रहता है ।

निधेश यादव , रंजीत कुमार , गौरव यादव , मो० रियासत उर्फ टेनी , परवेज आलम , मो० अताउल , नीरज कुमार यादव , बिट्टू कुमार , अजीत कुमार , बसंत कुमार , भूटो मंडल , रूपेश यादव , छोटू यादव , राजा साव , विन्देश्वरी यादव , रूदल कुमार सहित अन्य चालक एवं चालक मालिकों ने कहा कि वेलोग नंबर के अनुसार बंगलवा चौक से दशरथपुर तथा जमालपुर व मुंगेर के लिए यात्रियों को बैठाकर रवाना होते हैं किन्तु बंगलवा के कुछ ई- रिक्शा चालक अपने गाड़ियों को बिना नंबर में लगाए यात्रियों को दशरथपुर - जमालपुर- मुंगेर की लम्बी दूरी तक चले जाते हैं जिससे कि अन्य सवारी वाहन के चालकों को दिनभर का मेहनताना तक नहीं निकल पाता है । उन्होंने बताया कि बंगलवा में चलने वाले ई-रिक्शा चालकों में से 90 फीसदी चालक नाबालिग है । कम उम्र के चालक होने के कारण वे लड़कपन में ई-रिक्शा को अधिक रफ्तार में चलाते हैं जिसका परिणाम है कि आए दिन छोटी - मोटी दुर्घटनाएं होती रहती है । वहीं ई - रिक्शा चालक के द्वारा की गई दुर्घटना का खामियाजा टैम्पू चालकों को भुगतना पड़ता है ।

Transcript Unavailable.

एक सामान्य समझ है कि कानून और व्यवस्था जनता की भलाई के लिए बनाई जाती है और उम्मीद की जाती है कि जनता उनका पालन करेगी, और इनको तोड़ने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके उलट भारतीय न्याय संहिता में किये गये हालिया बदलाव जनता के विरोध में राज्य और पुलिस को ज्यादा अधिकार देते हैं, जिससे आभाष होता है कि सरकार की नजर में हर मसले पर दोषी और पुलिस और कानून पूरी तरह से सही हैं।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.