दफादार-चौकीदार पंचायत के संस्थापक पूर्व सांसद स्व. राम अवधेश सिंह के कारण ही तत्कालीन प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह को मंडल कमीशन के अनुशंसा को लागू करना पड़ा इसलिए उन्हें "गॉड फादर ऑफ मंडल रिजर्वेशन" कहा जाता है। उपर्युक्त बातें दफादार-चौकीदार पंचायत के प्रमंडलीय अध्यक्ष संजय केशरी ने अपने आवासीय कार्यालय में स्व. राम अवधेश सिंह की 86वीं जयन्ती पर उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा। श्री केशरी ने कहा कि राम अवधेश बाबू ने ही लम्बी लड़ाई लड़कर चौकीदारों को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी का दर्जा दिलाया था। मुंगेर जिला अध्यक्ष चौकीदार रावण पासवान ने कहा कि राम अवधेश बाबू ने आडवाणी जी के रथयात्रा के जवाब में शंबूक रथयात्रा निकालकर दलितों-पिछड़ों की आवाज को मजबूत किया था। जिला सचिव चौकीदार मो० इंसान एवं प्रवक्ता चौकीदार अशोक पासवान ने कहा कि राम अवधेश बाबू जातीय आरक्षण के विरोधी लोकनायक जयप्रकाश नारायण से भी इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से भिड़ गए थे। इस मौके पर नरेश कुमार गुप्ता, उत्तम पासवान, चन्दन गुप्ता, अजय प्रसाद सिंह, बबलु गुप्ता एवं अभिषेक आनंद सहित अन्य उपस्थित थे।

शुक्रवार को हर सप्ताह के भक्ति इस हफ्ते भी सदर अंचल कार्यालय मुंगेर में जनता दरबार का आयोजन किया गया जनता दरबार में 14 मामले आए जिसमें 12 मामले का निष्पादन कर दिया गया इसकी जानकारी राजस्व अधिकारी रजत प्रकाश ने दिए उन्होंने बताया कि हमने कुल 14 मामले की सुनवाई की और 12 मामले का निष्पादन कर दो मामले अभी लंबित है। जनता दरबार में उपस्थित अंचल कर्मी एवं अन्य फरियादी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

शुक्रवार को मुंगेर संग्रहालय के सभागार में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्य शुरू किया गया इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के 71 चयनित अनुसूचित जाति, जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग के युवा एवं महिला उद्यमी ने भाग लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम यूको आर सेटी मुंगेर एवं जिला उद्यान विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही है। इस संबंध में जानकारी देते हुए यूको आरसेटी के निर्देशक गौतम कुमार ने बताया कि, राज्य सरकार के द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति ,अति पिछड़ा युवाओं एवं महिलाओं स्वरोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू किया गया है। यह राज्य सरकार की अति महत्वकांक्षी योजना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन देवाशीष नायक अंचल प्रबंधक यूको बैंक बेगूसराय , अग्रणी जिला प्रबंधक नवीन कुमार, जिला उद्योग प्रबंधक अविनाश कुमार, यूको आरसेटी के निर्देशक गौतम कुमार ,उद्योग विस्तार पदाधिकारी राजीव रंजन ,नीलकमल वरीय प्रबंधक यूको बैंक बेगूसराय, पीयूष आनंद सहायक प्रबंधक यूको बैंक मुंगेर ,द्वारा संयुक्त रूप से दीप जलाकर उद्घाटन किया गया इस कार्यक्रम में उपस्थित यूको आर सेटी के सन्नी कुमार, देवेंद्र कुमार ,एवं अन्य लोग मुख्य रूप से उपस्थित थे

मुंगेर से अबोध ठाकुर की रिपोर्ट

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मुंगेर से अबोध ठाकुर की रिपोर्ट

बुधवार को सदर प्रखंड के मत्स्यजीवी सहयोग समिति के चुनाव का बहिष्कार करेंगे इसकी सूचना प्रेस वार्ता जारी कर नारायण साहनी ने दिए उन्होंने बताया कि हम लोगों ने सरकार एवं मुंगेर के पदाधिकारी से यह मांग किया कि पहले सदस्य बनाए जिनका नाम मतदाता सूची में छूटा हुआ है। तत्पश्चात चुनाव करवाएं इसके लिए हम लोग धरना पर भी बैठे विभाग में लिखित पत्र भी जारी किए पर किसी प्रकार का कोई सुनवाई नहीं हुई इसी को देखते हुए हम लोगों ने यह निर्णय लिया कि हम लोग चुनाव का बहिष्कार करेंगे इस मौके पर उपस्थित लक्ष्मी साहनी ,श्याम देवो साहनी, प्रताप साहनी, जीतो सहनी, शंकर सहनी, गणेश साहनी ,इत्यादि लोग मुख्य रूप से उपस्थित थे।

*बिहार की राजधानी पटना में पद्मश्री विमल जैन के हाथों हीरो राजन कुमार का हुआ सम्मान* _यंग महिला डायरेक्टर भावना मीत की फ़िल्म की शूटिंग कर रहे हैं राजन कुमार, दिखेंगे डॉक्टर के रोल में_ समाज सेवा के लिए पद्मश्री अवार्ड ले चुके विमल जैन ने आज अपनी टीम के साथ हीरो राजन कुमार को उनके कार्य के लिए बिहार की राजधानी पटना में सम्मानित किया। उन्होंने सम्मानित करते हुए कहा कि हीरो राजन कुमार एक अंतरराष्ट्रीय कलाकार हैं, जिन पर मुंगेर को ही नहीं, पूरे भारत को गर्व होना चाहिए। हीरो राजन कुमार अपनी टीम डायरेक्टर भावना मीत के साथ पटना में शूट कर रहे हैं। मेंटल डिसऑर्डर के विषय पर आधारित यह फिल्म कल्पो घरेलू हिंसा को दर्शाती है। यह फ़िल्म हंसी हंसी में बहुत कुछ कह जाती है। हीरो राजन कुमार ने बताया कि यह फ़िल्म डोमेस्टिक वायलेंस पर फोकस करती है। घरेलू हिंसा का काफी प्रभाव बच्चों पर, पड़ोसियों पर पड़ता है, इसी संवेदनशील विषय को इस के माध्यम से दर्शाया गया है। पद्मश्री विमल जैन साहब के हाथों ये सम्मान पाना मेरे लिए गर्व की बात है। आज मेरे लिए यह बड़ा दिन रहा। अपनी समाज सेवा के लिए उन्होंने पूरे भारत को विश्व के सामने खड़ा किया है। मैं उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करता हूँ और चाहता हूं कि इसी तरह वह युवाओं को प्रेरित करते रहें। पद्मश्री विमल जैन ने बताया कि राजन कुमार और मैं एक ही शहर के हैं। हम दोनों अलग अलग क्षेत्र में हैं मगर यह कमाल के कलाकार हैं, मैं इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ। राजन कुमार ने आगे बताया कि डायरेक्टर भावना जी का मैं मुरीद हूँ। पटना में शूटिंग करके हम सब उत्साहित हैं। वह बिहार के कलाकारों को लेकर यह बेहतरीन शार्ट फ़िल्म बना रही हैं। मैं इस फ़िल्म में डॉक्टर की भूमिका में हूँ। भारत विकास विकलांग पुनर्वास केंद्र एंड संजय आनंद विकलांग अस्पताल कम रिसर्च सेंटर पटना में हम इसकी शूटिंग कर रहे हैं। सोशल वर्कर रमेश कुमार का शुक्रिया अदा करते हुए राजन कुमार ने बताया कि यंगस्टर भावना मीत ने इस शार्ट फ़िल्म को एक डिफ्रेंट ढंग से बनाया है।

बुधवार को सदर प्रखंड के मत्स्य जीवी सहयोग समिति का नामांकन शुरू हुआ जिसमें अध्यक्ष पद के लिए दो तो सचिव सह कोषाध्यक्ष पद के लिए 2 अभ्यर्थियों ने अपना नामांकन दाखिल किया तथा प्रबंधन समिति के सदस्य हेतु 10 अभ्यर्थी ने अपना नामांकन दाखिल किया इसकी जानकारी शर्म परिवर्तन पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी खुशबू कुमारी ने दी।

पोषण पुनर्वास केंद्र में जनवरी से मई तक भर्ती हुए 104 अति कुपोषित बच्चे - एनआरसी में बेहतर देखभाल और इलाज के बाद 84 बच्चे पूरी तरह स्वस्थ्य होकर अपने घर गए - मई में मुंगेर और अन्य जिला के कुल 51 बच्चे एनआरसी में भर्ती कराए गए मुंगेर, 15 जून। सदर अस्पताल मुंगेर स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र में जनवरी से लेकर मई तक कुल 104 कुपोषित बच्चों को भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही कुल 84 बच्चे बेहतर इलाज और देखभाल के बाद पूरी तरह से स्वस्थ्य होने के बाद घर भेज दिए गए हैं। मालूम हो कि बच्चों को कुपोषण जैसी गंभीर समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए स्वास्थ्य कर्मी और आईसीडीएस के कर्मी काफी सजग हैं। इसी का परिणाम है बीते मई के महीने में मुंगेर स हित अन्य जिलों से कुल 51 अतिकुपोषित बच्चों को सदर अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया गया है। वहीं 30 बच्चे बेहतर इलाज और देखभाल के बाद स्वस्थ्य होने के बाद उनके घर भेजे गए। मुंगेर एनआरसी के नोडल अधिकारी विकास कुमार ने बताया कि बीते जनवरी के महीने में एनआरसी में कुल 6 अति कुपोषित बच्चों को भर्ती कराया गया । वहीं बेहतर इलाज और इलाज के बाद 11 बच्चे को उनके घर भेज दिया गया । एनआरसी में कुपोषित बच्चों एवं उनके बच्चों को 21 दिनों लिए भर्ती किया जाता है। इसी तरह से फरवरी 2022 में कुल 16 बच्चे भर्ती हुए वहीं बेहतर इलाज और देखभाल के बाद कुल 8 बच्चे उनके घर भेजे गए। मार्च 2022 में कुल 20 अति कुपोषित बच्चे एनआरसी में भर्ती हुए और 16 बच्चे बेहतर इलाज और देखभाल के बाद घर भेजे गए। वहीं अप्रैल 2022 में कुल 11 अति कुपोषित बच्चे एनआरसी में भर्ती कराए गए और बेहतर इलाज और देखभाल के बाद 19 बच्चे उनके घर भेजे गए। इसके साथ ही मई 2022 में कुल 51 अति कुपोषित बच्चे एनआरसी में भर्ती कराए गए वहीं बेहतर इलाज और के बाद कुल 30 बच्चे पूरी तरह स्वस्थ्य होकर उनके घर भेज दिए गए। एनआरसी मुंगेर में फीडिंग डिमोस्ट्रेटर के पद पर कार्यरत रचना भारती ने बताया कि मई के महीने में मुंगेर सहित अन्य जिलों से कुल 51 अतिकुपोषित बच्चे एनआरसी मुंगेर में भर्ती कराए गए जिसमें से 38 अति कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और 13 अति कुपोषित बच्चों को आईसीडीएस के कर्मियों ने एनआरसी मुंगेर में भर्ती कराया है। उन्होंने बताया कि असरगंज प्रखण्ड से कुल 4 अति कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया गया है। इनमें से 3 अति कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य कर्मी और 1 अति कुपोषित बच्चा को आईसीडीएस कर्मी ने एनआरसी मुंगेर में भर्ती कराया है। इसी तरह बरियारपुर से 2 बच्चे को एनआरसी में भर्ती कराया गया जिन्हें आईसीडीएस कर्मी ने भर्ती कराया है। धरहरा प्रखंड से कुल 4 अति कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया गया जिन्हें स्वास्थ्य कर्मी ने भर्ती कराया है। इसी तरह से जमालपुर से कुल 17, हवेली खड़गपुर से 7, संग्रामपुर से 4, तारापुर से 1, सदर प्रखंड से 8, टेटिया बम्बर से 3 और दूसरे जिला से 1 अति कुपोषित को पोषण एवम पुनर्वास केंद्र मुंगेर में भर्ती कराया गया है। इनमें से स्वास्थ्य कर्मियों ने जमालपुर से 10, हवेली खड़गपुर से 7, संग्रामपुर से 4, तारापुर से 1, सदर प्रखंड से 5, टेटिया बम्बर से 3 और अन्य जिला से 1 अति कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया है वहीं आईसीडीएस कर्मियो ने जमालपुर से 7 और सदर प्रखण्ड से 3 अति कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया है।