मुंगेर की आवाज के माध्यम से राजी कुमार ने वित्तीय जागरूकता अभियान के बारे में मगन कुमार मगन से बातचीत किया। जिसमें मगन कुमार बताते हैं कि मुंगेर के आवाज के माध्यम से अपना बात रख सकते हैं और टीबी या पेपर के माध्यम से अपना बात नहीं रख सकते हैं। और अपने भविष्य के बारे में कहते हैं कि एलआईसी एजेंट होने के कारण खुद अपने एलआईसी के माध्यम से बचत करते हैं। और कुछ पोस्ट ऑफिस के द्वारा भी फाइनेंस करते और करवाते भी हैं। फाइनेंस के द्वारा घरवालों को भी सेफ करना चाहते हैं।मुंगेर की आवाज के बारे में कहते हैं कि मुंगेर की आवाज ऐसी संचार है जिससे फाइनेंस के बारे में बहुत सी जानकारियां मिलती है।
मुंगेर के आवाज के माध्यम से राजीव कुमार ने मुंगेर में चल रहे वित्तीय जागरूकता के बारे में रजनी ठाकुर से बातचीत की जिसमें रजनी जी कहते हैं कि मुंगेर के आवाज के माध्यम से हम अपना बात रख सकते हैं और जनता तक अपनी आवाज पंहुचा सकते हैं। इसलिए मुंगेर की आवाज और संचार माध्यम से अलग है। बचत के बारे में कहते हैं कि एलआईसी और इन्शुरेंस कर के पैसा का बचत करते हैं।साथ ही कहते हैं की पोस्ट ऑफिस में चल रही योजनाओं के बारे में पहले पता नहीं था लेकिन अब पोस्ट ऑफिस जाकर योजना के बारे में पता कर के योजना का लाभ लूंगी। मुंगेर के आवाज के माध्यम से कहना चाहते हैं कि मुंगेर की आवाज को श्रोताओं लोग सुने और इसमें अपनी बातों को रखें। आजकल मोबाइल सबके पास हो गया है इसलिए मुंगेर की आवाज सब सुने जिससे सबको जानकारी मिल सके
बिहार राज्य के जिला मुंगेर से मोबाइल वाणी के माध्यम से राजीव कुमार ने वेलेन बाजार में एक ग्रामीण निकेत कुमार से मुंगेर की आवाज में चल रहे वित्तीय जागरूकता अभियान के बारे में बातचीत किया। जिसमें बचत के बारे में बताते हैं कि एलआईसी,एएनसी और पोस्ट ऑफिस में अनेक प्रकार के बचत के माध्यम है। साथ ही कहते हैं कि विकास पत्र, इंदिरा विकास पत्र जैसे योजनाओं को लेकर बचत को सुरक्षित कर सकते हैं।
बिहार राज्य के जिला मुंगेर से मोबाइल वाणी के माध्यम राजीव कुमार ने मुंगेर की आवाज के द्वारा प्रियम्दा कुमारी से डाकघर के बारे मे वित्तीय जागरूकता पर बातचीत किया। जिसमें प्रियम्दा जी कहते हैं कि लल्लन छुट्टन प्रोग्राम बहुत अच्छा लगता है।और जब इनसे पूछा गया कि आपके घर में बचत माध्यम है ? तो बताते हैं कि पोस्ट ऑफिस में इंदिरा विकास पत्र पहले भी ली थी।और अभी भी अपने बच्चों को लेने के लिए बोलती है। ताकि बाद में जरुरत के समय काम आए
बिहार राज्य के मुंगेर जिले से दीपक कुमार आर्य ने मोबाईल वाणी के माध्यम से प्राइवेट सेंजेवियर्स स्कुल के प्राचार्य मुकेश कुमार से मुंगेर की आवाज पर चल रहे वित्तीय जागरूकता के कार्यक्रम और लल्लन-छुट्टन नाटक के बारे में खास बातचीत की । डाकघर से मिलने वाली सुविधाओं से सम्बंधित प्रश्न का जवाब देते हुए मुकेश जी ने बताया कि डाकघर में बचत-पत्र,किसान विकास पत्र या एनएफसी की सुविधा है।इन्होने इन सुविधाओं से थोड़ा बहुत लाभ लिया है। इनके परिवार में पांच सदस्य हैं तथा उनके भविष्य के लिए आय से जो बचता है ,उसे बचत-खाते में जमा करते हैं।इनका कहना है कि अगर लल्लन छुट्टन के इस नाटक को दूर-दराज के इलाकों में सुनाया जाएगा तो लोगों को बहुत लाभ होगा। एवं वित्तीय जागरूकता संबधित जानकारी मिलेगी। यह आर्थिक युग है और भविष्य के लिए बचत जरूर करनी चाहिए। एवं वित्तीय जागरूकता संबधित जानकारी मिलेगी। यह आर्थिक युग है और भविष्य के लिए बचत जरूर करनी चाहिए।
बिहार राज्य के जिला मुंगेर से मोबाइल वाणी के माध्यम से राजीव कुमार मुंगेर की आवाज से संजय कुमार से वित्तीय जागरूकता के बारे में साक्षात्कार लिया। जिसमें संजय जी बताते हैं कि भविष्य के लिए इन्षुरेश करा चुके हैं। और कहते हैं कि सरकारी योजना का लाभ ले रहे हैं। पोस्ट ऑफिस दूर में होने के कारण किसान विकास पत्र, इंदिरा विकास पत्र का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। और मुंगेर की आवाज के माध्यम से कहने चाहते हैं कि अगर गांव में डाकघर या बैंकिंग सेवा मिलता है तो उसका ज्यादा से ज्यादा लाभ लेना चाहिए।
बिहार राज्य के जिला मुंगेर से दीपक कुमार आर्य ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मोहमद परवेज आलम से साक्षात्कार लिया। जिसमें उनसे पूछा गया कि मुंगेर की आवाज उन्हें कैसा लगा और मुंगेर की आवाज से वित्तीय को लेकर नाटक चल रहा है वो कैसा लगा।तो मोहमद परवेज आलम बताते हैं कि मैं अपने दुकान में बैठा था और सोच रहा था कि बिजनेस मैन अपनी लाइफ को कैसे सिक्योर करे। क्योंकि जबतक बिजनेस मैन का स्वास्थ्य ठीक है तब तक ही उसकी कमाने की क्षमता रहती है। स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने से कमाने में असमर्थ रह जाता है। उस समय परिवार चलाना बहुत मुश्किल होता है। इस बात को सोचकर एक प्लान तैयार किया है कि कोई भी बिजनेस मैन जो मासिक बीस हजार कमाता है और अगर पांच हजार का भी सरकार की पोस्ट ऑफिस द्वारा योजना चल रही है जैसे इंद्रा विकास पत्र, किसान विकास पत्र। और वह किसी तरह हर महीने पैसा बचा कर खरीदते जाए। तो ऐसे में आगे जाकर पैसा दोगुना हो जाएगा और आगे जाकर काम आयेगा। मोहमद परवेज आलम जी बताते हैं कि उन्होंने स्वयं का और परिवार के सभी सदस्यों का इंश्योरेंस करवाया है
मुंगेर से हमारे श्रोता ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि मुंगेर की आवाज पर चल रहा वित्तीय जागरूकता कार्यक्रम अंगिका या हिंदी भाषा में होना चाहिए,क्योंकि क्षेत्रीय लोगों को यही भाषाएँ समझ में आती है। साथ ही इन्होने कहा कि बचत के बारे में गंभीरता से हो कर बताना चाहिए न कि हंसी मजाक की तरह। इसे सीधा और साधारण भाषा में प्रस्तुत करना चाहिए था।
बिहार राज्य के मुंगेर जिले से दीपक कुमार आर्य ने मोबाईल वाणी के माध्यम से नितीश जी से डाकघर से मिलने वाली सुविधाओं के विषय में बातचीत की नितीश जी निजी कंपनी में काम करते हैं तथा प्राप्त आय को बैंक में बचत के रूप में रखते हैं।साथ ही इन्होने बताया कि डाकघर में चिट्टी-पत्री,रजिस्ट्री और स्पीड-पोस्ट का आना-जाना होता है। वहाँ भी पासबुक की सुविधा मिलती है ,यह जानकारी इनको है ,मगर इनके पास बचत खाता पहले से ही है ,इसलिए वहाँ नही खुलवाया। डाकघर से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ इन्होने अभी तक नही लिया है। इनके पास एलआईसी और एसबीआई का इंशोरेंस है।त्योहार के मौके पर कुछ बचत प्लान लेना चाहते हैं ,मगर ले नही पाते हैं।
बिहार राज्य के मुंगेर जिला से दीपक कुमार आर्य ने मोबाईल वाणी के माध्यम से संजय कुमार के साथ मुंगेर की आवाज पर, वित्तीय जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत पोस्ट-ऑफिस विषय पर चल रहे कार्यक्रम के बारे में बात किया । डाक-घर के बारे में पहले ये यही जानते थे कि यहाँ सिर्फ चिट्ठी और टिकट से सम्बंधित क्रियाकलाप होते हैं।साथ ही इन्होने बताया कि डाक-घर में बैंक सुविधा है इसकी जानकारी इन्हे मुंगेर की आवाज पर प्रसारित कार्यक्रम सुनकर मिली।इन्हे लल्लन छुट्टन की कहानी भी अच्छी लगती है।