सदर अस्पताल शेखपुरा से

सब्जी मंडी से अतिक्रमण हटाते ही होने लगा सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन

प्रखंड व नगर क्षेत्रों में

डीएम ने किया चॉकलेट एक्शन मटरगश्ती करने वाले बाइकर्स को बाइक की हवा पुलिस ने निकाली

जिला स्वयंसेवक बजरंग दल एवं भाजपा नेता भी शामिल थे

सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए देखा गया

चेवाडा़ में एक ही जगह पर भोजन करते सभी 27 लोग

लॉकडाउन को लेकर निर्धन परिवारों के बीच किया गया है खाद्य सामग्री का वितरण। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

यह कहते हुए सूना होगा कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रुप होते है, लोग उन्हें इज्जत देते है औऱ लोगों का इलाज कर के उनकों मौत के रास्ते से हटा देते है, लेकि कभी कभी ऐसी खबर सामने आ जाती है जिसे सून कर हम सब शर्मिन्दगी महसूस करने लगते है, ऐसा ही खबर खैरा प्रखंड के सरकारी अस्पताल में तैनात एक एएनएम का अमानवीय चेहरा देखने को मिला है, बताया जा रहा है कि प्रसव के कारण चिल्ला रही महिला के हाथ गलती से एएनएम के साड़ी पर लग गई, जिसके कारण एएनएम यानी प्रसव कराने वाली महिला पीड़ित महिला पर भड़क गई औऱ उसे पीटने लगी, इतानी ही नही बल्की प्रसव के कारण रो रही महिला को अनाधुन उसे मारने लग और तुरंत प्रसव कराना छोड़ कर रुम से बाहर निकल गई, जिसके बाद इस बात की पता चलते ही दूसरा स्वस्थ्यकर्मी ने पीड़ित महिला का प्रसव कराया, हालांकि महिला ने बच्ची को जन्म सही से दे दिया लेकिन पिटाई का निशान उसके चेहरे पर अभी भी दिख रहा है, वही पीड़ित महिला के परिजनों ने अधिकारियों को आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है,आपको बता दे कि जिले के नक्सल प्रभावित खैरा इलाके के टिटहियां गांव की एक गरीब अरुण राय की पत्नी महिला मुनिया देवी को प्रसव के लिए शुक्रवार को सुबह अस्पताल लाया गया था, प्रसव के दौरान दर्द से कराह रही इस महिला का हाथ गलती से एएनएम की साड़ी पर चला गया, जिससे गुस्‍साई एएनएम प्रेमलता ने प्रसव करवाना छोड़कर महिला की पिटाई कर दी, जिसके बाद वह लेबर रूम से चली गई, वहीं, इस घटना की बारे में पता चलते ही अस्‍पताल में मौजूद दूसरा स्‍टाफ लेबर रूम में पहुंचा, जिसके बाद महिला ने किसी तरह तो बच्ची के जन्म दे दिया, और भगवान भरोसे दोनों की जान यानी की जच्चा और बच्चा की जान बच गई, साथ ही पीड़िता ने बताया कि जब वो प्रसव के पीड़ा से कराह रही थी औऱ चिल्ला कर रो रही थी उसी दौरान गलती से एएनएम के साड़ी पर गलती से हाथ चला गया, जिसके कारण एएनएम ने पीड़ित को बुरी तरह से पीटाई कर दी, और प्रसव कराना छोड़ कर रुम से बाहर निकल गई । आखिर इस तरह की महिला कर्मचारी पीड़ित महिलाओं के साथ ऐसा व्यावहार क्यों करती है? सरकार ने स्वास्थ्य सेवा को बेहतर होने की बात करते है लेकिन उनके ही सरकारी अस्पताल के स्टॉप पीड़ितों के साथ गलत व्यावहार करते नजर आ रहे है स्टॉप के उपर कर्रवाई करने के नाम पर पीडितों को सिर्फ अश्वासन ही दिया जाता है। सुनने के लिए ऊपर के ऑडियो पर क्लिक करें। 

पटना महताब आलम : कोरोना जैसी महामारी के कारण इंडिया में संकट की स्थिति बनती जा रही है. बिहार में भी पिछले दो दिनों के अंदर कोरोना को लेकर तस्वीर एक दम बदल गई है. बिहार के सीवान में मामले तेजी के साथ बढ़ते ही जा रहे हैं. वहाँ अब तक कुल 29 मामले सामने आये हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अब तक बिहार के 11 जिलों में कोरोना के मरीज मिले हैं. हालांकि पटना और मुंगेर जिला फिलहाल कोरोना फ्री बन गया है. क्योंकि यहां अभी की एक्टिव केस नहीं है.बिहार में इस महामारी से अब तक एक ही व्यक्ति की मौत हुई है. वह व्यक्ति मुंगेर का रहने वाला था और कतर से आया था. पटना एम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हुई थी. बिहार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि शुक्रवार को सीवान के दो लोगों के कोरोना वायरस संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इसमें एक 10 साल की लड़की और 28 साल का युवक शामिल है. उन्होंने कहा कि ये दोनों भी उसी परिवार के सदस्य हैं, जो ओमान से आए कोरोना संक्रमित के सपंर्क में आए थे. सीवान जिले के पंजवार गांव में 11 और पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. सुने पूरी डिटेल्स :- सीवान में 29 मुंगेर में 7 पटना में 5 गया में 5 बेगूसराय में 5 गोपालगंज में 3 नालंदा में 2 लखीसराय में 1 सारण में 1 नवादा में 1 भागलपुर में 1