सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

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सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

भारत का आम समाज अक्सर सरकारी सेवाओं की शिकायत करता रहता है, सरकारी सेवाओं की इन आलोचनाओं के पक्ष में आम लोगों सहित तमाम बड़े बड़े अर्थशास्त्रियों तक का मानना है कि खुले बाजार से किसी भी क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों में कंपटीशन बढ़ेगा जो आम लोगों को बेहतर सुविधाएं देगा। इस एक तर्क के सहारे सरकार ने सभी सेवाओं को बाजार के हवाले पर छोड़ दिया, इसमें जिन सेवाओं पर इसका सबसे ज्यादा असर हुआ वे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर पड़ा है। इसका खामियाजा गरीब, मजदूर और आम लोगों को भुगतना पड़ता है।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।

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मि प्रिंस कुमार न्यूज़ एक्सप्रेस रोहतास में आप सभी को स्वागत है साथियों में चेनारी बिहार सरकार पशु चिकित्सालय में पहुंचे हुए यहां पर पशुओं के लिए दवा उपलब्ध है मैं दवा लेकर बहुत खुश हूं

सरकार का दावा है कि वह 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन दे रही है, और उसको अगले पांच साल तक दिये जाने की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में यह भी दावा किया कि उनकी सरकार की नीतियों के कारण देश के आम लोगों की औसत आय में करीब 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इस दौरान वित्त मंत्री यह बताना भूल गईं की इस दौरान आम जरूरत की वस्तुओं की कीमतों में कितनी बढ़ोत्तरी हुई है।

कोरोना के नए वेरिएंट आते ही स्वास्थ्य विभाग आवश्यक तैयारी में जुट गया है। जिले के सभी प्रखंडों में एक बार फिर कोरोना जांच की प्रक्रिया में तेजी लाई जाने की संभावनाएं बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पत्र भी जारी कर कर कोरोना जांच की बढ़ोत्तरी के लिए सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया है। सभी प्रखंडों में कोरोना जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया हैं। संभावित मरीजों को जांच का दायरा बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने की बात कही गई है। सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सेनेटाइजर, मास्क की उपलब्धता को सुनिश्चित कराने की बात कही गई हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मॉकड्रिल करा उन्हेंतैयार रहने का निर्देश दिया गया है।