कोरोना के बढ़ते प्रकोप से जहां राज्य सरकार और जिला प्रशासन परेशान नजर नही आ रही है। वहीं एलटी की कमी के कारण इस जिले में सैंपल जांच की प्रगति काफी धीमी है। इस बाबत सिविल सर्जन डॉ पृथ्वीराज ने बताया कि जिला स्वास्थ्य प्रशासन के सामने सबसे बड़ी समस्या सैंपल जांच की है। उन्होंने कहा कि फिलहाल जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा संविदा पर बहाल 7 एलटी के सहारे जांच कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस जिले में सैंपल की जांच का प्रतिदिन का लक्ष्य 31 सौ से 32 सौ है। लेकिन एलटी की कमी के कारण लक्ष्य के आधे लोगों का ही जांच हो पा रहा है। गुरुवार को यहां मात्र 609 लोगों का आर टी पी सी आर और 700 लोगों का एंटीजोन जांच हो पाया । उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस जिला में बहाल 7 एलटी का अवधि विस्तार नही होने के कारण वे सभी काम छोड़ चुके हैं। सिविल सर्जन ने कहा कि राज्य सरकार इस जिले में एलटी कमी को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति से कमसे कम 10 की संख्या में एलटी बहाल करने का निर्देश दिया है।उन्होंने कहा कि कोई भी बीएमएलटी का डिग्रीधारक जिला स्वास्थ्य समिति पहुंचकर पहले आओ ,पहले पाओ के तहत एलटी की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिले में 15 से 18 वर्ष आयु के किशोर बच्चे और बच्चियों को टीका देने के कार्य में भी सभी स्कूलों , कॉलेजों और कोचिंगो के बंद हो जाने के कारण बाधा पहुंच रही है।उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में किशोरों को घर घर जा कर टीका दिया जायेगा।