लॉक डाउन के दौरान स्कूली व आंगनबाड़ी बच्चों को मिलने वाले पोषण मध्यां भोजन के लिए सूखा राशन व ईंधन आदि की रक़म नकद राशि के रूप में लाभार्थियों को देने का निर्णय लिया गया। वहीं आंगनबाड़ी साहिकाओं द्वारा घर घर जा कर गर्भवती महिलाओं व बच्चों तक लाभ पहुँचाने का निर्देश दिया गया है। कई क्षेत्रों में यह सुविधाएँ से लाभार्थी वंचित रह जा रहे है। क्या नामांकित बच्चों को यह लाभ मिल रहा है ?अगर नहीं ,तो क्या कारण है जो बच्चें अपने अधिकारों से वंचित रह जा रहे है ?इन योजनाओं से जुड़ी अन्य बातों को सुनने के लिए क्लिक करे ऑडियो पर...

स्कूलों की ऑनलाइन कक्षाओं की नियमित‍ता को लेकर अभिभावकों द्वारा उठाई गई चिंताओं के बाद मंत्रालय ने दिशा- निर्देश तैयार किए हैं. महामारी के बाद बच्चे ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं. इस दौरान बच्चे स्क्रीन में ज्यादा समय लगा रहे हैं. ऐसे में मांग थी कि क्लास टीच‍िंग से ऑनलाइन शिक्षण के लिए एक शिफ्ट जरूरी है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

झारखण्ड राज्य से नेहा कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लॉकडाउन के कारण बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आंगनबाड़ी बंद होने के कारण पैड और आयरन की गोलियाँ नहीं मिल पा रही है। इसकी जानकारी अब कहा से मिलेगी ?

झारखण्ड राज्य के राँची ज़िला से तानिया कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लॉक डाउन होने के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आँगनबाड़ी केंद्र से आयरन की गोली मिलती थी लेकिन आंगनबाड़ी होने के कारण न तो पैड मिल रहा न ही आयरन की गोलियाँ।

झारखंड राज्य के रांची जिला से संजना कुमारी बताती हैं कि लॉक डाउन होने के कारण उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आंगनबाड़ी से मिलने वाली सुविधा जैसे - पैड ,आयरन की गोली आदि दी जाती थी लेकिन लॉक डाउन कारण ये सब नहीं मिल रही है। इसके लिए क्या करना होगा ,जानकारी दें

Transcript Unavailable.

चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने दुनिया में 70 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है. ये वायरस 6 महीने पहले ही दुनिया के सामने आया था, ऐसे में इसके बारे में पुख्ता जानकारियां मौजूद नहीं हैं. वैज्ञानिक इस पर शोध करने में जुटे हैं और लगातार नई-नई जानकारियां दुनिया के साथ साझा कर रहे हैं. अब केंद्र सरकार ने कोविड-19 के दो नए लक्षणों को क्लिनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल में जोड़ा है। सुनने के लिए ऊपर के ऑडियो पर क्लिक करें। 

रोटी... जिसकी कीमत नहीं आंकी जा सकती। रोजी और रोजगार, जो रोटी पाने का जरिया है। समाज के उच्चतम वर्ग को छोड़ दिया जाए तो हाशिए पर खड़े आम आदमी के लिए यही जीवन है। पर जब कोई त्रासदी अचानक ही जीवन का यह अहम जरिया छीन ले तो! दोस्तों,मोबाइलवाणी इन दिनों आम लोगों के इसी जरिए को उनसे दूर होने से बचाने के लिए प्रयासरत है..अपने रोजी, रोटी और रोजगार अभियान के साथ. अच्छी बात ये है कि हमारा यह प्रयास रंग ला रहा है. कैसे...? ये जानने के लिए सुनिए अभियान को सफल बनाती कुछ सच्ची कहानियां...साथ ही मोबाइलवाणी का यह अभियान कैसे जरूरतमंदों के जीवन में आशा की किरण लेकर आया है और अगर आप भी इस अभियान का हिस्सा बनना चाहते हैं तो अपने फ़ोन में 3 नम्बर का बटन दबाकर वस्तुस्थिति को ज़रूर बताएं

Transcript Unavailable.

साथियों बीमारी से लड़ने के लिए बीमार का हौसला बुलंद करने की जरुरत है ना की उनसे किसी प्रकार का भेद भाव करें। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी जानकारी ।