कुड़मि समुदाय अपने प्रथागत नियमों और विशिष्ठ संस्कृति का संरक्षण करने के लिए हमेशा तत्पर है और अपनी आदिवासियत पर हमें गर्व है उक्त बातें कुड़मालि भाखि-चारि आखड़ा के संरक्षक सुरेश बानुआर ने पेटरवार स्थित बिनोद बिहारी महतो इंटर कॉलेज में दो दिवसीय कुड़मि-कुड़मालि हुमदुमि नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन में समापन समारोह के दौरान प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए रविवार को कहा. राज्य स्तर के इस कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु झारखंड के विभिन्न जिलों सहित उड़ीसा व बंगाल के तीन सौ कार्यकर्ता शामिल हुए और अपनी जनजातीय प्रथागत व्यवस्था एवं जनजातीय संस्कृति संबंधी नेतृत्व हेतु प्रशिक्षण प्राप्त किया. प्रशिक्षण कार्य का समापन कुड़मालि सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ.  कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरेश बानुआर, दीपक पुनअरिआर, संजय पुनअरिआर, कालीचरण टिडुआर,  महादेब डुँगरिआर, भुवनेश्वर महतो ने प्रशिक्षण दिया. कार्यक्रम का प्रबंधन मे बेनीलाल टिडुआर, कृष्णा टिडुआर, अखिलेश्वर केसरिआर, सुभाष केटिआर, रामु महतो, उमेश महतो, राजकुमार महतो आदि ने सफलता पूर्वक किया. मौके पर जागेश्वर रंगीला, उत्तम कुमार, बिन्देश्वर महतो सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.