दरभंगा मोबाइल वाणी पर आज गोल्डन सर का विचार

समाज में भाईचारे का संकल्प लेने का आह्वान

दरभंगा। केवटी प्रखंड की माधोपट्टी गांव स्थित महादेव मंदिर परिसर में चल रहे श्री शत् चण्डी महायज्ञ सह संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के के सातवें दिन रविवार की रात भागवताचार्य मुरली मनोहर पांडेय जी महराज ने विभिन्न प्रसंगों पर प्रवचन दिए। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की अलग - अलग लीलाओं का वर्णन किया। मां देवकी के कहने पर छह पुत्रों को वापस लाकर मां देवकी को वापस देना, सुभद्रा हरण का आख्यान कहना एवं सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कथा वाचक ने बताया कि मित्रता कैसे निभाई जाए यह भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा जी से समझा जा सकता है। सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर अपने मित्र कृष्ण से मिलने के लिए द्वारिका पहुंचे। सुदामा ने द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढ़ने लगे लेकिन द्वार पर द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया। तब उन्होंने कहा कि वह कृष्ण के मित्र हैं, इसपर द्वारपाल महल में गए और प्रभु से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है। अपना नाम सुदामा बता रहा है। जैसे ही द्वारपाल के मुंह से उन्होंने सुदामा का नाम सुना सुदामा - सुदामा कहते हुए तेजी से द्वार की तरफ भागे। सामने सुदामा सखा को देखकर उन्होंने उसे अपने सीने से लगा लिया। सुदामा ने भी कन्हैया - कन्हैया कहकर उन्हें गले लगाया। दोनों की ऐसी मित्रता देखकर सभा में बैठे सभी लोग अचंभित हो गए। कृष्ण सुदामा को अपने राज सिंहासन पर बैठाया। उन्हें कुबेर का धन देकर मालामाल कर दिया। जब भी भक्तों पर विपदा आई है। प्रभु उनका तारण करने अवश्य आए हैं। अंत में भागवत भगवान की आरती की गई।

केवटी ( दरभंगा ) : कमतौल की एसडीपीओ ज्योति कुमारी ने रविवार की शाम केवटी एवं रैयाम थाना का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक क्रमशः रंजीत शर्मा एवं सूरज कुमार गुप्ता को कई आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने आसन्न लोकसभा चुनाव को सुचारू रूप से कराने , शराब बंदी कानून को सख्ती से लागू कराने ,शराब माफियों पर नकेल कसने व फरार चल रहे आरोपितो एवं वारंटियों को गिरफ्तार करने सहित अन्य कई आवश्यक निर्देश दिया।

ग्रामीण सरकारी सुविधाओं से हुए वंचित

दरभंगा-केवटी। प्रखंड की माधोपट्टी गांव स्थित महादेव स्थान परिसर में चल रहे श्री शत् चण्डी महायज्ञ के आयोजन से माधोपट्टी सहित आसपास का इलाका भक्ति रस से सराबोर हो गया है। चौथे दिन गुरूवार को महायज्ञ स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां सुबह से ही महायज्ञ के अनुष्ठान प्रारंभ हो जाता हैं। श्रद्धालु बनारस से आए कथा वाचक आचार्य मुरली मनोहर पांडेय के संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा को सुनकर भाव विभोर हो रहे हैं। पवित्र वेद मंत्रों के उच्चारण व हवन कार्य से पूरा वातावरण भक्ति में हो गया है। इस कथा के माध्यम से कथा वाचक द्वारा श्रद्वालुओं को धर्म और उनके दायित्वों की जानकारी दी जा रही है। अनुष्ठान प्रारंभ होने के बाद मंदिर में स्थापित बाबा भुवनेश्वर नाथ महादेव की शिवलिंग के अलावा मां पार्वती , बाबा भैरवनाथ , बजरंगवली प्रतिमा के दर्शन व पूजा - अर्चना , यज्ञ अनुष्ठान एवं भागवत कथा में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ दिखी। महायज्ञ में आने- वाले श्रद्धालुओं के लिए मेला के अलावा विभिन्न प्रकार के झूला भी लगाया गया है। साथ ही किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो इसके लिए व्यापक व्यवस्था की गई है। ग्रामीणों के सहयोग से महायज्ञ समिति द्वारा आयोजित इस महायज्ञ के सफल संचालन के लिए समिति के अध्यक्ष आशुतोष कुमार पाठक , उपाध्यक्ष शुभम् पांडेय , सचिव प्रतिक प्रभख , कोषाध्यक्ष त्रिभुवन पांडेय , व्यवस्थापक पंकज पाठक सोनू बाबा आदि के अलावा कुंदन पाठक , योगेश साह , संदीप पाठक सहित समिति के सभी पदाधिकारी व सदस्य एवं ग्रामीण जुटे है। मालूम हो कि महायज्ञ का समापन 23 मार्च को होगा।

बाब खास पीर के दरबार से सभी लोगों की आस्था जुङी है।

केवटी-दरभंगा। प्रखंड की गोपालपुर ( पिंडारुच ) में चल रहे छह दिवसीय महा शिवरात्रि महोत्सव सह संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का समापन शनिवार को हवन यज्ञ के साथ हुआ। हवन यज्ञ में पंडित के अलावा संरक्षक शशि शेखर मिश्रा, मुख्य यजमान विक्रम मिश्रा व उनकी पत्नी भाग लिए। इस दौरान संपूर्ण गांव वैदिक मंत्रोच्चारण से गूंज रहा था। छह दिनों से भजन - कीर्तन एवं श्रीमद् भागवत कथा की आवाज गूंज रही थी। वहीं रूद्राभिषेक से संपूर्ण गांव भक्ति रस से सराबोर बना हुआ था। हवन यज्ञ के बाद कुंवारी कन्या भोजन करवाया गया। उसके बाद श्रीधाम वृद्बावन से आए कथा वाचक पंडित सत्यदेवजी महाराज को विदाई की गई। इस दौरान संरक्षक शशिशेखर मिश्र व समाजसेवी विक्रम मिश्रा ने सफल आयोजन को लेकर आयोजन समिति के सदस्यों एवं ग्रामीणों को धन्यवाद दिया। बता दे कि महाशिवरात्रि महोत्सव पर श्री - श्री 108 गंगधारेश्वर महादेव मंदिर पूजा समिति गोपालपुर की ओर से छह दिवसीय महा शिवरात्रि महोत्सव सह संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया था।