सुगौली,पू.च: शहरी क्षेत्र से होकर गुजरने वाली उच्च पथ की चौड़ाई और उचाई बढ़ जाने के बाद इस पर वाहनों की गति बेलगाम हो गई है। जिससे अब तक कई लोग अपनी जान गवां चुके है। छपवा- रक्सौल राष्ट्रीय राजमार्ग उच्च पथ का अच्छा बनना अब आए दिन मौत का सबब बनते जा रहा है। भारतीय राष्ट्रीय उच्च पथ निर्माण प्राधिकरण के अधीन यह सड़क रक्सौल से पिपरा कोठी तक बनी है।जिसको आश्यकतानुसार ऊंचा और चौड़ा किया गया है।अब इस सड़क पर वाहनों की स्पीड काफी बढ़ गई है।सुगौली के थाना चौक से लेकर छपवा चौक और सुगांव बायपास रोड पर पिछले एक महीने के अंदर अब तक आधा दर्जन लोगों सड़क दूर्घटना में अपनी जान गवां चुके है। दुर्घटना के संभावित कारण-- थाना चौक से लेकर ब्लॉक तक उच्च पथ के दोनों किनारे लोगों ने अपनी दुकाने सड़क तक बढ़ा रखी है। जहां ग्राहक सड़क पर खड़ा होकर सामान खरीदते हैं।वहां ठोकर लगने की संभावना बढ़ती है। उच्च पथ किनारे सजती है सब्जी की दुकान--ताज चौक से लेकर देवान चौक तक उच्च पथ किनारे सब्जी की भरपूर दुकाने लगायी जाती है।जहाँ खरीददार भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। जहां मेला की तरह भीड़ हो जाती है।अंतरार्ष्ट्रीय मार्ग होने के कारण वाहनों का भी बड़ी संख्या में आना-जाना लगा रहता है।उसी क्रम में अक्सर घटना घटती है और लोग दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। लोगों की लापरवाही भी है मौत का कारण-- अच्छी सड़क बन जाने के बाद वाहनों की स्पीड तेजी से बढ़ी है। वाहनों की संख्या और स्पीड अधिक होने के कारण सड़क पर चलने में थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा बन जाती है।लोगों को भी ट्रैफिक नियम का पालन करते हुए सावधानीपूर्वक उच्च पथ पर चलना होगा। प्रशासन भी है लापरवाह-- आये दिन हो रही घटनाओं को लेकर स्थानीय प्रशासन भी कम लापरवाह नही है। ताज चौक से देवान चौक उच्च पथ के किनारे आखिर सब्जी की दुकाने किसके आदेश से लगती है। स्थानीय प्रशासन सब्जी दुकानों को उच्च पथ से हटा कर कहीं सुरक्षित जगह सब्जी मंडी की व्यवस्था क्यों नही कर रही है।जिससे स्थानीय प्रशासन को अच्छी राजस्व की वसूली भी हो जायेगी और दुर्घटना भी रुक जाएगी। चौराहों पर टेम्पू और ठेला दुकान भी है घटना के कारण-- सुगौली के ताज चौक,आजाद चौक,स्टेशन रोड़ बस स्टैंड चौक पर चारों मोंड पर चाय की दुकान, कम्बल की दुकान,ठेला दुकान और टेम्पू स्थायी रूप से खड़े रहते हैं।जिसके कारण भी दुर्घटना होती रहती है। किसी चौक पर नही है स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक कंट्रोल की व्यवस्था-- उच्च पथ पर चलने वाले वाहनों के लिए घनी बस्ती वाले क्षेत्र के सड़कों पर स्पीड कंट्रोल की कोई व्यवस्था नही की गई है। बड़े वाहन चालक भी जल्दी पहुंचने के चक्कर में गति पर नियंत्रण नही रख पाते और जब-तब दुर्घटना होती रहती है।