सुनिए इस कहानी को जो बच्चों को प्रेरित करती है दूसरों की मदद करके को लेकर |

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है।सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल ने विकास खंड क्षेत्र के ग्राम गणेशपुर नेवादा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का तहसील में समाधान दिवस में आते समय औचक निरीक्षण किया। उन्होंने क्षेत्र के ग्राम गौरिया प्रहलादपुर में इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया, और गांव में गंदगी देखकर नाराजगी व्यक्त कर तत्काल प्रभाव से साफ सफाई के लिए निर्देशित किया।

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सीतापुर। केंद्र सरकार ने गुरुवार को स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 का रिजल्ट जारी किया। इसमें सीतापुर नगर पालिका ने इस बार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। 117 स्थानों की छलांग लगाकर देश की नगरपालिकाओं में 106वां स्थान पाया है। प्रदेश में 16वां व लखनऊ मंडल की सभी नगरपालिकाओं को पछाड़ते हुए प्रथम स्थान हासिल किया है। राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण के जरिए नगरपालिकाओं की रैंकिंग तय होती है। इसमें शहर में साफ-सफाई के तरीके, संसाधन, कूड़ा उठान की स्थिति, शौचालय सहित तमाम बिंदुओं की मॉनीटरिंग होती है। इसी आधार पर पूरे देश की नगरपालिकाओं की रैंकिंग तय होती है। पिछले चार सालों में नगरपालिका ने अपने संसाधन और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया। इसी वजह से रैंकिंग दिन-प्रतिदिन बेहतर होती जा रही है। पिछले साल सीतापुर नगरपालिका ने देश की नगरपालिकाओं में 223 वां स्थान हासिल किया था। इस बार 117 स्थानों की छलांग लगाई है।

सिधौली/सीतापुर। नगर पंचायत ने बुधवार को कूड़ा बेचकर करीब 50 हजार रुपये कमा लिए। बहादुरपुर मोहल्ले में नगर पंचायत के एमआरएफ सेंटर पर कूड़े की बिक्री की गई। मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी केंद्र (एमआरएफ) पर गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग कर बेचा गया। इस दौरान करीब 5,858 किलो प्लास्टिक, गत्ता व बोतलें बिकीं। वेस्ट मटेरियल से नगर पंचायत की आर्थिक आय में वृद्धि का यह अनूठा प्रयोग किया गया। अधिशासी अधिकारी रेणुका यादव ने बताया कि इससे नगर पंचायत को 50 हजार रुपये आय प्राप्त हुई है। आगे भी यह क्रम चलता रहेगा। यह रकम नगर क्षेत्र में होने वाले विकास कार्याें पर खर्च की जाएगी। नगर पंचायत अध्यक्ष गंगाराम राजपूत ने हरी झंडी दिखाकर कूड़ा ले जा रहे वाहनों को रवाना किया।

सीतापुर। गांवों में घरों से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए ग्राम पंचायतों में चयनित किए गए स्थलों पर 525 कूड़ा निस्तारण केंद्र (आरआर सेंटर) का निर्माण कराया जाएगा। 370 ग्राम पंचायतों में निर्माण पूरा हो गया है। जिले की 895 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस योजना के तहत चयनित किया गया है। इन्हें लकालक करने की कार्य योजना शासन ने स्वीकृत करते हुए आबादी के आधार पर धनराशि भी स्वीकृत की है। इससे सभी कार्य इसी वित्तीय साल में कराए जा सकें। चयनित गांवों में कई कार्य कराए जाने हैं। प्राथमिकता आरआर सेंटर की है, जिससे एकत्रित कूड़े का निस्तारण किया जा सके। इसके लिए स्थल चयन किया जा रहा है, ताकि वहां आरआर सेंटर का निर्माण तय समय में कराया जा सके। ठोस, द्रव्य एवं अपशिष्ट प्रबंधन योजना के जिला प्रबंधक अखिलेश गौतम ने बताया कि अब तक 370 आरआर सेंटर बन गए हैं। अब 525 ग्राम पंचायतों में आरआर सेंटर का निर्माण होना है

लड़कियों के सपने सच में पुरे हो , इसके लिए हमें बहुत सारे समाजिक बदलाव करने की ज़रूरत है। और सबसे ज्यादा जो बदलाव की ज़रूरत है, वो है खुद की सोच को बदलने की। शिक्षा महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है लेकिन शिक्षा को लैंगिक रूप से संवेदनशील होने की जरूरत है। गरीब और वंचित समूह के बच्चों को जीवन में शिक्षा में पहले ही सीमित अवसर मिलते हैं उनमें से लड़कियों के लिए और भी कम अवसर मिलते हैं, समान अवसर तो दूर की बात है। सरकारी स्तर पर जितने ही प्रयास किये जा रहे हों, यदि हम समाज के लोग इसके लिए मुखर नहीं होंगे , तब तक ऐसी भयावह रिपोर्टों के आने का सिलसिला जारी रहेगा और सही शौचालय न होने के कारण छात्राओं को मजबूरी में स्कूल छोड़ने का दर्द सताता रहेगा। तब तक आप हमें बताएं कि *----- आपके गांव में सरकारी स्कूल में शौचालय है, और क्या उसकी स्थिति कैसी है? *----- क्या आपको भी लगता है कि सरकारी स्कूल में शौचालय नहीं होने से लड़कियों की शिक्षा से बाहर होने का बड़ा कारण है *----- शौचालय होने और ना होने से लड़कियों की शिक्षा किस प्रकार प्रभावित हो सकती है?

शौचालय न मिलने के कारण हो रहे हैं पाकिस्तान किसान भाई