जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली और गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी समेत 12 से अधिक विश्वविद्यालयों में जनवरी सत्र से ऑनलाइन कोर्स की पढ़ाई भी हो सकेगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इन विश्वविद्यालयों में जनवरी सत्र से स्वयं प्लेटफाॅर्म पर चलने वाले ऑनलाइन कोर्स की पढ़ाई की मंजूरी दे दी है। खास बात यह है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में 1247 ऑनलाइन कोर्सेज में जनवरी सत्र में दाखिला होगा, जबकि परीक्षा मई में आयोजित की जाएगी।यूजीसी के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, सभी राज्यों और विश्वविद्यालयाें को ऑनलाइन कोर्स में पढ़ाई के लिए पत्र भेजकर जानकारी दे दी गई है। स्वयं बोर्ड की बैठक में जनवरी 2024 सेमेस्टर के लिए 1247 कोर्सेज को मंजूरी दी गई थी। इन सभी कोर्सेज को यूजीसी (क्रेडिट फ्रेमवर्क फॉर ऑनलाइन लर्निंग कोर्स थ्रू स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव-लर्निंग फॉर यंग एस्पायरिंग माइंड्स ) रैग्लयूलेशन 2021 के तहत मंजूरी दी गई है। इसमें स्नातक और स्नातकोत्तर में नॉन इंजीनियरिंग में 154, यूजी व पीजी इंजीनियरिंग में 743, इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी में 225 डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स, आईआईएम में मैनेजमेंट के 63, यूजीसी के चार, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के 18, टीचर ट्रेनिंग के 40 कोर्सेज शामिल हैं। इन सभी कोर्सेज की पढ़ाई करने पर छात्रों को क्रेडिट भी मिलेंगे। यह क्रेडिट उनकी डिग्री व डिप्लोमा में जुड़ेंगे। इन कोर्सेज के लिए भारतीय समेत कोई भी छात्र पंजीकरण कर पढ़ाई कर सकता है।

लहरपुर। किवानी नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त है। वहीं तंबौर जाने के लिए वैकल्पिक संपर्क मार्ग बनाने का काम भी धीमी गति से चल रहा था। इस वजह से टूटे पुल से ही वाहन गुजर रहे थे। अमर उजाला ने दो नवंबर को खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद अवर अभियंता बाबूराम ने क्षतिग्रस्त पुल से छोटे-बड़े सभी वाहनों का आवागमन रोक दिया था। अब संपर्क मार्ग बनाने का काम तेज कर दिया गया है। संकेत सूचक बोर्ड लगाकर संपर्क मार्ग से गुजरने की अपील की है। वहीं स्थानीय नागरिकों ने बताया कि खबर छपने के बाद विभाग ने जर्जर पुल पर जाने के लिए एक अस्थायी अवरोध लगाया है।

03/12/2023

आनंद मिश्रा ने बहुत अच्छी कविता सुनाएं

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सीतापुर जिले में चल रही गन्ना मिलों का पेराई सत्र शुरू हो गया है। गन्ना किसान मेहनत से उगाए गन्ने को मिल तक पहुंचाने की जद्दोजहद में जुटे हैं। इस दौरान इन गन्ना किसानों को ठगने के लिए एजेंट भी सक्रिय हो गए हैं। ऐलिया ब्लॉक के टिकरा बाजार, इमलिया सुल्तानपुर, फरर्कपुर, चांदूपुर व अन्य जगहों पर खुलेआम अवैध गन्ना मंडियां चल रही हैं। सरकार द्वारा निर्धारित गन्ना मूल्य से करीब सौ रुपये सस्ता गन्ना बेचना किसानों की मजबूरी है। पेड़ी की फसल की पर्ची गन्ना मिलों द्वारा समय से उपलब्ध नहीं कराई जाती है, जिससे किसानों के आगे खेत को मजबूरी में खाली करने के लिए गांव-गांव घूमने वाले इन एजेंट का सहारा लेना पड़ता है। दूसरी ओर जिन लोगों के खेत में गन्ना बोआ नहीं गया है, उनका नाम सर्वे में शामिल कर उन्हें समय से पर्चियां दे दी जाती हैं। इन्हीं पर्चियों के आधार पर ये एजेंट गन्ना किसानों को ठग लेते हैं। गन्ना एजेंट ही गन्ने का मूल्य न्यूनतम करीब 200 रुपये निर्धारित कर देते हैं। बाद में सरकारी रेट पर इसे मिल में सप्लाई कर हजारों रुपये कमाते हैं। इस खेल में गन्ना पर्यवेक्षक से लेकर मिल के अधिकारी तक शामिल रहते हैं।

गांधी विद्यालय इंटर कॉलेज, सिधौली में छात्रवृत्ति योजना में हुए घोटाले में गबन की 22 लाख रुपये की धनराशि आरोपी लिपिक ने जमा करवा दी है। यह धनराशि विद्यालय कोष में जमा की गई है। शैक्षिक सत्र 2013-14 में छात्रवृति धनराशि में 19 लाख 10 हजार के गबन का मामला सामने आया था। इस पर प्रबंधक डॉ. कमल कुमार जैन ने तत्कालीन प्रधानाचार्य आरपी वर्मा, लिपिक अवलोकितेश्वर अवस्थी व अन्य कर्मचारियों सहित 9 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई थी। विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा गबन मामले की जांच के लिए पीसी कनोडिया, प्रकाश नारायण रस्तोगी व एक शिक्षक की टीम बनाई गई थी। इस जांच में लिपिक अवलोकितेश्वर अवस्थी दोषी मिले। लिपिक ने गबन की धनराशि ब्याज सहित 22 लाख 20 हजार 543 रुपये विद्यालय के कोष में जमा करवा दिए हैं।

महमूदाबाद ...22 अप्रैल 2022 का दिन सीएचसी महमूदाबाद के लिए खास था। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक यहां मरीज बनकर पहुंचे थे। उन्हें एक्स-रे मशीन खराब मिली थी। उन्होंने सीएमओ व अधीक्षक को फटकार भी लगाई थी। तत्काल नई एक्स-रे मशीन लगवाने की बात कही थी। लेकिन डिप्टी सीएम का यह आदेश महज जुमला बनकर रह गया। डिप्टी सीएम के निरीक्षण किए हुए करीब डेढ़ साल बीत चुके हैं। उनके आदेश के बाद भी सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ रहे हैं लेकिन एक्स-रे मशीन नहीं लग सकी है। रोजाना करीब 35 मरीज बिना जांच कराए ही लौट जाते हैं। उन्हें करीब 65 किलोमीटर दूर चलकर जिला अस्पताल आना पड़ता है। लंबा सफर व इलाज में देरी मरीजों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है।

यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए इस बार 38 विद्यालयों को केंद्र की सूची से बाहर कर दिया गया है। पिछले साल इन स्कूलों में बोर्ड परीक्षाएं हुईं थीं। इनकी जगह पर नए विद्यालयों को मौका दिया गया है। इन स्कूलों को परीक्षा केंद्र की सूची से हटाने का कारण जिम्मेदार अफसर भी नहीं बता पा रहे हैं। विद्यालय प्रबंधक इसका कारण जानने के लिए शुक्रवार को दिनभर प्रयास करते रहे। यूपी बोर्ड परीक्षा-2024 के लिए 158 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पिछले साल की अपेक्षा अबकी छह केंद्र बढ़े हैं। इन केंद्रों में 33 राजकीय इंटर कॉलेज, 43 अशासकीय सहायता प्राप्त व 82 वित्तविहीन कॉलेज शामिल हैं। पिछले साल बोर्ड की परीक्षा कराने वाले 38 विद्यालयों को इस बार बाहर का रास्ता दिखाया गया है। इनकी जगह पर वित्तविहीन व राजकीय इंटर कॉलेज को मौका दिया गया है।

बिसवां-सिधौली मार्ग पर सेक्सरिया चीनी मिल रेलवे क्रॉसिंग दो दिन से बंद है। मरम्मत कार्य के कारण वाहनों की आवाजाही रोकी गई है। वहीं शुक्रवार को डायवर्जन वाले मार्गों वाहनों को लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। इससे लोगों को जाम से परेशान होना पड़ा। हालांकि शाम पांच बजे के बाद क्रॉसिंग खुल जाने से लोगों ने राहत की सांस ली। रेलवे समपार संख्या 56 पर मरम्मत का काम चल रहा है। इस कारण क्राॅसिंग शुक्रवार को दिनभर बंद रही, जिससे बिसवां की ओर से सिधौली-लखनऊ जाने वाले वाहनों को अन्य मार्गों से होकर गुजरना पड़ा।बिसवां से सिधौली जाने वाले बड़े वाहनों को सीतापुर रोड पर डायवर्ट कर दिया गया। इस कारण बिसवां-सीतापुर मार्ग पर जाम की स्थिति बन गई। जाम में फंसकर लोग जूझते रहे। वहीं तमाम लोग जानकारी न होने के कारण रेलवे क्राॅसिंग पहुंच गए।