हमारे समाज में कुछ ऐसी मान्यताएं प्रचलित है जिन्हें अंधविश्वास कहा जाता है हालांकि कुछ लोगों के लिए यह आस्था का सवाल हो सकता है। इन मान्यताओं के कारण भारत की अधिकांश जनता अपने मन में वहम पालकर जीवन जीती है। निर्णयहीन होकर किसी अनहोनी की आशंका से डरी हुई रहती है और धर्मभीरू बन जाती है। मेरा अनुभव कहता है जो लोग अंधविश्वासों को मानते हैं वह डरे हुए ही जीवन गुजार देते हैं लेकिन साहसी लोग अपनी बुद्धि और समझ पर भरोसा करते हैं। आज हम बात करेंगे सामाजिक मान्यताएं और अंधविश्वास पर। समाज में ढ़ेरों मान्यताएं है जिनमें से कुछ को हम अपने संस्कृति का हिस्सा मानते है। तो ऐसे मान्यताएं है जो लोक परंपरा और स्थानीय लोगों की स्वीकोरोक्ति पर आधारित है हालांकि इनमें कुछ विश्वासों को अनुभव पर आधारित माना जाता है ।

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सतना के टिकुरिया मोहल्ला निवासी आहिल खान ने बताया कि उनकी परीक्षा शुरु होने वाली है। उनकी तैयारी करवाई जाए।

रामपुर बाघेलान-लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन ईवीएम डेमो मशीन लगाई गई,एसडीएम आर एन खरे और तहसीलदार राय सिंह नायब तहसीलदार वीरेंद्र सिंह,ललन सिंह की उपस्थित में तहसील व जनपद के कर्मचारियों द्वारा ईवीएम मशीन का डेमो ट्रायल कराया गया।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ शिमला मिर्च लगाने की विधि के बारे में जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

रीवा और शहडोल संभाग में कैंसर रोगियों के इलाज के लिए निःशुल्क जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसमें मुख एवं स्तन कैंसर के मरीजों की जांच कर इलाज किया जायेगा।

देश में राष्ट्रीय मानव का दर्जा प्राप्त बैगा जनजाति की उत्पत्ति डायनासोर से हुई है! ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि मध्य प्रदेश के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक द्वारा बच्चों को यह पाठ पढ़ाया जा रहा है। गौरतलब है कि देश में तेजी से विलुप्त हो रही बैगा जनजाति को बचाए रखने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही हैं जिसके तहत करोड़ों रुपए का बजट हर वर्ष खर्च किया जाता है। लेकिन मैदानी स्तर पर बैगा जनजाति को किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा। आपको बता दें कि 9 अगस्त 2012 को सरकार द्वारा बेगम को राष्ट्रीय मानव का दर्जा प्रदान बेगम को राष्ट्रीय मानव घोषित किया गया है। जिनकी उत्पत्ति को लेकर शासकीय शिक्षक द्वारा छात्रों को भ्रामक पाठ पढ़ाया जा रहा है। मामला मध्य प्रदेश के उमरिया जिले का है जहां शासकीय माध्यमिक शाला अचला में पदस्थ शिक्षक विजय सिंह बघेल पर आरोप है कि शिक्षक ने कक्षा में पढ़ते हुए कहा कि बैगाओ की उत्पत्ति डायनासोर से हुई है जिसके बाद छात्रों और ग्रामीणों द्वारा मामले की शिकायत कलेक्टर उमरिया से की गई है।

टीसीएस (टाटा कंसलटेंट सर्विस) में डेटा एनालिस्ट के 800 पदों की पूर्ति हेतु आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। आवेदक को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/कॉलेज से बीकॉम, बीएएफ, बीबीआई, बीबीए, बीबीएम, बीएमएस, बीए, बीएससी (नॉन सीएस और आईटी) स्ट्रीम नवीन स्नातक 2021, 2022, और 2023 में उत्तीर्ण होना चाहिए। मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्रानिक्स विकास कारपोरेशन के क्षेत्रीय अधिकारी द्वारकेश सराफ द्वारा जारी सूचना में बताया गया है कि इस जॉब के लिए इच्छुक उम्मीदवार 21 से 24 फरवरी 2024 तक प्रातः 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक सुपर कॉरिडोर इंदौर स्थित टीसीएस कैम्पस में साक्षात्कार हेतु उपस्थित हो सकते हैं। साक्षात्कार में शामिल होने के पूर्व आवेदक को अपना ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन https://nextstep.tcs.com/campus/#/ पर करना अनिवार्य है। उम्मीदवार को साक्षात्कार में शामिल होने के लिए बायोडाटा की अपडेट प्रति, आईडी कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, कोविड सर्टिफिकेट और ऑनलाईन भरे गये फार्म की प्रिंट साथ में लाना अनिवार्य है।

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किसने की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च कर दिया गया है और उसमें कैसा ऑप्शन दिया गया है जिसके माध्यम से किसान अपने खेत में बैठकर अपनी समस्याएं दर्ज कर सकता है। इतना ही नहीं किस चाहे तो मोबाइल ऐप के जरिए ही अपने खेत का खसरा बोई गई फसल की जानकारी और उससे जुड़े अन्य जानकारियां अपलोड कर सकते हैं। यह मोबाइल अप गूगल के प्ले स्टोर से डाउनलोड करके इसका उपयोग करें।