किसानों की मुख्य मांग में एम . एस . पी . की गारंटी शामिल है , एम . एस . पी . वह निश्चित मूल्य है जिस पर केंद्र और राज्य सरकार अपनी एजेंसियां हैं । सरकार को किसानों की इन जायज मांगों को पूरा करना चाहिए क्योंकि जब सरकार पूंजीपतियों के अरबों रुपये माफ कर सकती है , तो उसे इन अन्नदाताओं की इन छोटी - छोटी मांगों को भी पूरा करना चाहिए । मेरे दृष्टिकोण से , कोई बड़ा काम नहीं है । रकबे में ही इस मुद्दे को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है , इसलिए पंजाब के हजारों किसान विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं । विरोध प्रदर्शन ने न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एस . एम . बी . एफ . पर किसान एम . एस . पी . के साथ लखीमपुर खीरी की घटना पर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने का आह्वान किया है । एम . एस . पी . सहित कई मुद्दों पर सोमवार देर रात केंद्र सरकार के मंत्रियों और किसान संगठनों के बीच बैठक होने से पहले से प्रजाक सख्त कार्रवाई जैसी अन्य मांगों पर भी अड़े हुए हैं ।

लोकसभा निर्वाचन अंतर्गत आज कलेक्ट्रेट स्थित ईव्हीएम एवं व्हीव्हीपैट वेयरहाउस को राजनैतिक दल के पदाधिकारियों की उपस्थिति में बंद कर सील किया गया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा भी वेयरहाउस पहुंचकर व्यवस्थाओं और प्रक्रिया का जायजा लिया गया। इस मौके पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी नीलाम्बर मिश्र एवं कोषालय अधिकारी गौरव गुप्ता भी उपस्थित थे। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विगत 29 जनवरी से 13 फरवरी तक वेयरहाउस मंे ईव्हीएम की फस्र्ट लेवल चेकिंग (एफएलसी) और माॅकपोल की प्रक्रिया संपादित की गई। एफएलसी और माॅकपोल भी राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया था। 

लोकमार्ग पर वाहन घङे कर धुलाई व रिपेरिंग करने वालो के द्वारा रोड किनारे वाहन खङे करने से आये दिन लोगो को समस्याये एवं आमजन का जीवन संकटमय हो रहा था। जिसको पुलिस अधीक्षक पन्ना श्री सांई कृष्ण थोटा के द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना श्रीमती आरती सिंह एवं एसडीओपी पन्ना श्री एस.पी. सिंह बघेल के मार्गदर्शन मे थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक रोहित मिश्रा के नेतृत्व मे पुलिस टीम का गठन कर तत्काल कार्यवाही किये जाने हेतू आदेशित किया गया था। जो थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक रोहित मिश्रा द्वारा दिनांक 13.02.24 को आरोपीगणो 1. कलीम खान पिता श्री के.के. खान उम्र 35 साल निवासी सिविल लाईन पन्ना थाना कोतवाली पन्ना एवं 2.अमीन मोहम्मद पिता शेख चाँद उम्र 40 साल निवासी आगरा मोहल्ला पन्ना 3.आसिफ खान पिता शेख अमीन उम्र 25 साल निवासी आगरा मोहल्ला पन्ना 4. सलमान खान पिता इसाद खान उम्र 33 साल निवासी रानीगंज मोहल्ला पन्ना थाना कोतवाली पन्ना के द्वारा लोकमार्ग पर वाहन घङा कर लोकमार्ग को बाधित कर आमजन का जीवन संकटमय करते पाये जाने पर आरोपीगणो का कृत्य धारा 283 ताहि0 के तहत दण्डनीय पाये जाने पर क्रमशः अप.क्र. 184/24, 185/24, 186/24, 187/24 धारा 283 ताहि0 का कायम किया जाकर विवेचना मे लिया गया।

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पन्ना कोतवाली पुलिस द्वारा 12 फरवरी को मुखबिर की सूचना पर शहर के अलग अलग 2 स्थानों पर शटटा पर्ची काट कर खेला रहे है।

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साल 2021-22 के किसान आंदोलन में जिन किसानों पर मुकदमें दर्ज किए गए थे, उन्हें रद्द करने की मांग की गई है। इस बार के आंदोलन में केंद्र सरकार से किसानों की मांग है कि पिछले आंदोलन में जिन किसानों की मौत हुई थी, उनके परिवार को मुआवजा तथा एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की गई है। किसान तो अन्नदाता है, और उनके साथ इस प्रकार की बर्बरता उचित नहीं है, ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह किसानों के साथ आपसी सामंजस्य स्थापित करे। उनकी जायज मांगों को समझे और उन्हें पूरा करे। किसानों की मुख्य मांग में एमएसपी की गारंटी शामिल है। एमएसपी वह निश्चित मूल्य है जिस पर केंद्र और राज्य सरकारें और उनकी एजेंसियां किसानों से खाद्यान्न खरीदती हैं। सरकार को किसानों कि इन जायज मांगो को पूरा करना ही चाहिए। क्यों की जब सरकार पूंजी पतियो के अरबो रुपए माफ कर सकती है, तो ऐसे में इन अन्न दाताओ की इन छोटी छोटी मांगो को पूरा करना , मेरे नजरिए से कोई बड़ा काम नहीं है, बेकार में ही मुद्दे को उलझाने की कोशिश की जा रही है। और इसीलिए पंजाब के हजारों किसान विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य के किसान संगठनों ने दिल्ली चलो का आव्हान किया है। यह विरोध न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को लेकर है। किसान एमएसपी के साथ ही स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, लखीमपुर खीरी हादसे पर सख्त कार्रवाई करने जैसी कई अन्य मांगों पर भी अड़े हैं। इससे पहले सोमवार देर रात केंद्र सरकार के मंत्रियों और किसान संगठनों के बीच एक बैठक हुई जिसमें एमएसपी समेत कई मुद्दों पर बात हुई। हालांकि, फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी पर बात अटक गई।

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