उत्तरप्रदेश राज्य के जिला गोरखपुर से तारकेश्वरी श्रीवास्तव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार मिलता है। मनरेगा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ते जा रही है।

नमस्कार, मैं गोरखपुर मोबाइलवाड़ी से ताराकेश्वरी श्रीवास्तव हूं, मनरेगा से वंचित 61 महिलाओं के पक्ष और विपक्ष में बोलते हुए, भारत में ग्रामीण आदिवासियों को रोजगार और आर्थिक सुरक्षा का लाभ मिलता है। यह योजना गरीब और वंचित वर्गों को रोजगार और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के मुख्य उद्देश्य के साथ गरीबी, अन्याय और असमानता के खिलाफ लड़ाई में एक प्रमुख उपकरण है। मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और सामाजिक सुरक्षा को बढ़ावा देने के प्रयास भी किए जाते हैं। मनरेगा के तहत वंचित महिलाओं को विशेष रूप से लाभ होता है। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को रोजगार प्रदान करती है। वे ऐसे अवसर प्रदान करते हैं जो उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करते हैं, उनके परिवार के सदस्यों का समर्थन करते हैं, और समाज में उनकी मानवीय और आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करते हैं। महिलाओं को उचित मजदूरी और काम के लिए उचित पारिश्रमिक प्रदान किया जाता है, यह उनकी स्वतंत्रता और स्थिति की समानता को बढ़ावा देने के अलावा उनकी अपनी आर्थिक स्थिति को स्वतंत्रता के साथ जोड़ता है।

महिलाओं की लगातार बढ़ती हिस्सेदारी और उसके सहारे में परिवारों के आर्थिक हालात सुधारने की तमाम कहानियां हैं जो अलग-अलग संस्थानों में लिखी गई हैं, अब समय की मांग है कि महिलाओं को इस योजना से जोड़ने के लिए इसमें नए कामों को शामिल किया जाए जिससे की ज्यादातर महिलाएं इसका लाभ ले सकें। दोस्तों आपको क्या लगता है कि मनरेगा के जरिए महिलाओँ के जीवन में क्या बदलाव आए हैं। क्या आपको भी लगता है कि और अधिक महिलाओं को इस योजना से जोड़ा जाना चाहिए ?

मनरेगा में भ्रष्टाचार किसी से छुपा हुआ नहीं है, जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा दलित आदिवासी समुदाय के सरपंचों और प्रधानों को उठाना पड़ता है, क्योंकि पहले तो उन्हें गांव के दबंगो और ऊंची जाती के लोगों से लड़ना पड़ता है, किसी तरह उनसे पार पा भी जाएं तो फिर उन्हें प्रशासनिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस मसले पर आप क्या सोचते हैं? क्या मनरेगा नागरिकों की इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम हो पाएगी?

ग्राम में विकास अधिकारी की गलती पीएफ अंशदान जमा नहीं 16 करोड़ वसूले

गोरखपुर। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रुपेश कुमार श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष राजेश सिंह, अशोक पाण्डेय, पंडित श्याम नारायण शुक्ल, मंत्री मदन मुरारी शुक्ल, इजहार अली, अनूप श्रीवास्तव ने संयुक्त बयान में कहा कि सुप्रीम कोर्ट से समय-समय पर पुरानी पेंशन के लिए जारी आदेशों का समादर करते हुए सरकार को पुरानी पेंशन तत्काल बहाल कर देनी चाहिए, अन्यथा पूरे देश के कर्मचारी अब अपने हक के लिए दो दो हाथ करने को बाध्य है। बेहतर होगा कि देश को असहज स्थिति और विकास अवरूद्ध होने से रोकने के लिए पुरानी पेंशन बहाल कर आंखें चार कर ले। सरकार की यह भूल निश्चित रूप से उसके लिए महंगी साबित होगी, क्योंकि सत्य परेशान हो सकता है, परास्त नहीं। और इस सत्य को विस्तार से परिभाषित करने वाले माननीय चंद्रचूड़ साहब पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट के ही सुपुत्र वर्तमान चीफ जस्टिस हैं। इसीलिए हमें उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यदि सरकार ने अपना हठ छोड़ अपनी जड़ में मट्ठा डालने से बंचने का काम नहीं किया तो निश्चित ही माननीय चीफ जस्टिस स्वत: संज्ञान लेते हुए कर्मचारियों का हित सुरक्षित रखने अर्थात पुरानी पेंशन बहाल करने का आदेश जारी कर कर्मचारियों के विश्वास को कायम रखेंगे। कर्मचारी नेताओं ने संयुक्त अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हर कर्मचारी संगठन हम बड़े हम बड़े का परित्याग कर पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक होकर सरकार को बता दें कि हर चुनाव को कर्मचारी ही सम्पन्न कराता है, इसलिए आने वाले चुनाव का केंद्र विंदू पुरानी पेंशन होनी चाहिए।

गोरखपुर। दिल्ली रेल भवन में हुई राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच की बैठक में कर्मचारी नेताओं ने महा हड़ताल भारत बंद और रेल का चक्का जाम करने का निर्णय लिया है, कामरेड शिवगोपाल मिश्र में बताया कि अगले हफ्ते इसके तारीख की घोषणा कर दी जाएगी। उक्त को लेकर एनजेसी की बैठक पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ भवन पर हुई जिसकी अध्यक्षता पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय और संचालन राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने किया। बैठक में मुख्य वक्ता राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि परीक्षा की घड़ी नजदीक आ गई है सभी कर्मचारी भारत बन्द के लिए कमर कस लें, और सरकार से दो-दो हाथ करने को तैयार हो जाएं क्योंकि यह सरकार हमे हमारा हक नही देना चाहती है। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय ने कहा कि इस बार होने वाला महा हड़ताल देशव्यापी होगा इसमें कार्यालय के बंदी के साथ रेलवे का चक्का भी जाम किया जाएगा इसलिए सभी कर्मचारी करो या मरो की तर्ज लड़ना पड़ेगा तभी पुरानी पेंशन बहाल होगी। परिषद के महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने कहा कि अब भी वक्त है कि सरकार हमे हमारा हक दे दे अन्यथा हड़ताल की ऐसी बिगुल बजेगी की सरकार की चूल्हे हिल जाएंगी। इस अवसर पर विनोद राय, रूपेश श्रीवास्तव, मदन मुरारी शुक्ल, राजेश सिंह, अनूप कुमार श्रीवास्तव, अनिल द्रिवेदी, अशोक पांडेय, श्याम नारायण शुक्ल, कनिष्क गुप्ता, इजहार अली, दीपक चौधरी,खजांची शाह, निरंजन कुमार यादव, नीलांबर प्रसाद सिंह, संदीप कुमार मिश्रा, चंद्रिका कुमार निषाद, धीरज यादव, अजय कुमार त्रिपाठी, कौशल कुमार सिंह, देवेश सिंह, अंशुमान पाठक, हरकेश बहादुर सिंह, जामवंत पटेल विनीता सिंह विजय शर्मा सहित तमाम कर्मचारी उपस्थित रहे।

गोरखपुर: राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की बैठक में पुरानी पेंशन बहाली पर हुई चर्चा। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो को पूरा सुने और अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें धन्यवाद।

गोरखपुर। विशिष्ट बी.टी.सी. शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ.प्र., ब्लाक इकाई - गोला द्वारा बी.आर.सी. सभागार में दिनांक - 07.02.2024 को "ब्लाक शिक्षक अधिवेशन एवं शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी" का आयोजन किया गया। जिसमें कुमैल असरफ को ब्लाक अध्यक्ष अनिल भारती को ब्लाक मंत्री व पवन सिंह को कोषाध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित किया गया । उक्त कार्यक्रम में प्रदेश मंत्री/ जिलाध्यक्ष तारकेश्वर शाही ने कहा है पुरानी पेंशन की लड़ाई निर्माणायक दौर में है । राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा मार्च के प्रथम सप्ताह में देशव्यापी महाहड़ताल की घोषणा की जाएगी, जिसमें रेल व बस के पहिए जाम हो जाएंगे, कार्यालयों में कामकाज ठप हो जाएंगे और भारत सरकार को पुरानी पेंशन बहाल करना होगा । कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष रणविजय सिंह ने किया । कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों को मंडल कोषाध्यक्ष रणधीर सिंह, जिला कोषाध्यक्ष शिवरतन निषाद, जिला उपाध्यक्ष अखिलेश्वर मिश्रा, कौड़ीराम ब्लाक अध्यक्ष अजय कन्नौजिया, बेलघाट ब्लाक अध्यक्ष ईश्वर चन्द्र शुक्ल और गोला के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष विपिन कुमार मिश्रा ने सम्बोधित किया । कार्यक्रम में मृत्युंजय यादव, चन्द्रभूषण यादव, सुधाकर दूबे, अतुल कुमार, दिलीप कुमार, सुशील कुमार, अनुज चौधरी, अजीत गुप्ता, बलवन्त कुमार, वीरेंद्र कुमार, प्रभाकर आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

गोरखपुर। कोषागार परिसर गोरखपुर में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की अतिमहत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें सरकार द्वारा पुरानी पेंशन बहाली में हो रही देरी से रोष प्रकट किया गया। अध्यक्ष रुपेश कुमार श्रीवास्तव ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि एनजेसीए के केन्द्रीय एवं वरिष्ठ पदाधिकारी सात फरवरी को एनजेसीए कार्यालय रेल भवन नई दिल्ली में बैठकर पुरानी पेंशन बहाली एवं अठारह महीने के फ्रीज डीए को देने सहित अन्य कर्मचारी समस्याओं पर महाहड़ताल तथा सरकार से आर -पार के लिए विचार विमर्श करेंगे। महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने कहा कि जिस सरकार में कर्मचारी दुःखी रहते हैं वह ज्यादा दिन चल नहीं पाती। उपाध्यक्ष पंडित श्याम नारायण शुक्ल एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि यह सरकार कर्मचारियों की कुर्बानी पर रामराज्य लाना चाहती है, क्या यह संभव है। कर्मचारियों के दुःखी रहने का मतलब देश की बीस करोड़ जनता अर्थात हर सातवां व्यक्ति दुःखी। क्या इस सरकार के रामराज्य की यही पहचान है। बैठक में उपस्थित कर्मचारियों ने एक सुर में कहा कि अब समय आ गया है आर और पार का। यदि चुनाव पूर्व हमारी पुरानी पेंशन बहाली नहीं हुई तो हम अपने वोट की ताकत दिखाने के लिए बाध्य हैं।साथ ही अन्य मांगों जैसे 1-सभी विभागों में रिक्त पदों पर स्थाई नियुक्ति की जाए। 2-पूर्व में सरकार और कर्मचारी नेताओं के बीच सभी मांगों जैसे वेतन विसंगति इत्यादि पर बनी सहमति को पूरा करके सरकार को बड़ा दिल दिखाना चाहिए। 3-पुरानी पेंशन बहाली के लिए पूर्व में सांसद रहते हुए जो पत्र माननीय योगी जी ने माननीय प्रधानमंत्री को जो लिखा था, उसे पुनः अनुस्मारक करके कर्मचारियों को भी रामराज्य का एहसास कराना चाहिए। 4-अठारह माह के फ्रीज डीए को देने की व्यवस्था करें। 5-पेंशनरों (सीनियर सिटीजन) का रेल भाड़ा रियायत एवं आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवा नियमावली बनाई जाए। सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति का लाभ दिया जाए। बैठक की अध्यक्षता रुपेश कुमार श्रीवास्तव तथा संचालन उपाध्यक्ष अशोक पाण्डेय ने किया। बैठक में मुख्य रूप से रुपेश कुमार श्रीवास्तव, राजेश सिंह, मदन मुरारी शुक्ल, अशोक पाण्डेय,श्याम नारायण शुक्ल, जयराम गुप्ता, रजनीश पाण्डेय,इजहार अली, कनिष्क गुप्ता, वरुण वैरागी, जामवंत पटेल, अनूप श्रीवास्तव, विनीता सिंह,दीप चन्द्र पाण्डेय, दिनेश मिश्र, श्याम मोहन, राजेश पाण्डेय, सुरेश सिंह,यशवीर, विजय सहित अनेक कर्मचारी उपस्थित रहे।