जिले में कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर अभी भी जारी है, जिसके कारण बच्चों के स्वास्थ्य एवं उनके जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की सम्भावना है। इसके लिए शेखपुरा जिलाधिकारी जे० प्रियदर्शिनी ने दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 144 के तहत शेखपुरा जिले के सभी निजी / सरकारी विद्यालयों (प्री-स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्रों, कोचिंग सेंटर सहित) में वर्ग- 05 तक शैक्षणिक गतिविधियों को दिनांक 22..01.2024 से दिनांक 23.01.2024 तक प्रतिबंधित किया है। वर्ग 06 से ऊपर के कक्षाओं की शैक्षणिक गतिविधियाँ पूर्ववत् पूर्वा० 09:00 बजे से अपराह्न 05:00 बजे तक पर्याप्त सावधानी के साथ जारी रहेगी। मिशन दक्ष तथा बोर्ड परीक्षा हेतु संचालित किए जानेवाली विशेष कक्षाओं का संचालन इस आदेश से मुक्त रहेगा।

ठंड को देखते हुए नगर पंचायत क्षेत्र में अलाव किया गया व्यवस्था. चेवाड़ा (शेखपुरा) ठंड को देखते हुए चेवाड़ा नगर पंचायत क्षेत्र में अलाव नगर पंचायत अध्यक्ष लट्टू यादव के द्वारा किया गया व्यवस्था. इस बात की जानकारी देते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष लट्टू यादव ने बताए कि ठंड को देखते हुए नगर पंचायत क्षेत्र के बहुआरा, बसंत, चेवाड़ा,राकड़, श्रवण बिधा इत्यादि स्थानों पर अलाव का व्यवस्था किया गया जिससे लोगों को भीषण ठंड से राहत मिले.वहीं अलाव जलाकर तापते समय नगर पंचायत अध्यक्ष लट्टू यादव एवं ग्रामीणो ने लुप्त उठाएं.

जिले में पड़ रहे भीषण ठंड के कारण लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। गुरुवार से घने कोहरे के साथ बूंदाबंदी के बाद भीषण ठंड को देखते हुए जिला पदाधिकारी जे. प्रियदर्शनी ने आंगनबाड़ी व पहली कक्षा से लेकर 8 वीं कक्षा तक शैक्षणिक गतिविधियों पर 20 जनवरी तक रोक लगा दी है। इस संबंध में जिलाधिकारी के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि संपूर्ण जिले में कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर का प्रकोप जारी है। जिसके कारण बच्चों के स्वास्थ्य एवं उसके जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है। जिसको देखते हुए सभी निजी एवं सरकारी विद्यालय के वर्ग आठ तक शैक्षणिक गतिविधियों को 20 जनवरी तक प्रतिबंधित किया जाता है। इसके साथ ही वर्ग 9 से ऊपर के कक्षाओं की शैक्षणिक गतिविधियां पूर्व के आदेश के अनुरूप पूर्वाह्न 9:00 बजे से अपराह्न 3:00 बजे के बीच प्रर्याप्त सावधानी के साथ जारी रहेगी।

बढ़ती ठंड को देखते हुए डीएम ने 18 जनवरी तक पहली से आठवीं कक्षा तक के पठन पाठन को किया प्रतिबंधित। शेखपुरा।। जिले में बढ़ती ठंड और शीतलहर के कारण बच्चों के स्वास्थ्य, उनके जीवन पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव की संभावना को लेकर सोमवार की देर शाम जिलाधिकारी जे प्रियदर्शनी ने मंगलवार यानि 16 जनवरी से 18 जनवरी तक जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में कक्षा 8 तक के सभी वर्गों के पठन पाठन को प्रतिबंधित कर दिया है।

शेखपुरा।। जिले में इस वर्ष प्रयाप्त मात्रा में बारिश नहीं होने के कारण इसका असर असिंचित फसलों पर साफ दिखाई दे रहा था। किसान फसलों को देखकर काफी चिंतित नजर आ रहे थे ।लेकिन पिछले कुछ दिनों से ठंड बढ़ने और कोहरा छाये रहने से फसलों पर पानी की बूंदे भी जमने लगी है। जिसके कारण फसलों में भी फायदा दिखाई देने लगा है। जिसके कारण किसान भी खुश नजर आ रहे हैं। किसानों ने बताया कि रबी की फसलों में ओस की बूंदे आने से सिंचित और असिंचित फसलों में बहुत अच्छा फायदा हो रहा है। जिसके कारण फसलों में उपज अच्छी होने की संभावना बनी है। कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि अगर ओस लगातार गिरती रहीं तो चना, सरसों व गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा। इस बार कम बारिश के कारण रबी की फसलें अधिक सिंचाई चाह रही है। ठंड पर्याप्त नहीं होने से फसल की ग्रोथ रूकी हुई थीं लेकिन अब ओस का असर देखने को मिल रहा है। कृषि विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि मौसम में आए बदलाव के बाद अब ठंड बढ़ने के साथ रात में ओस गिरने लगी है। जिसका असर फसलों को मिल रहा है। यह ओस सीधे पौधों पर गिरती है और तना से खिसक कर पौधों की जड़ों तक चली जाती है। ओस की नमी से फसल का रंग रूप बदल रहा है। अगर लगातार ओस का सहारा फसलों को मिला तो निश्चित ग्रोथ बढ़ेगी उत्पादन भी ठीक होगा। चना, सरसों व गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा। ठंडा मौसम होने से सभी फसलों को अच्छा लाभ होगा। रबी सीजन की फसलें गेंहूं, जौ, चना, सरसों, मटर, मसूर तथा पालक, मेथी, धनिया, मूली, गाजर, गोभी आदि फसलें ठंडे मौसम की फसलें हैं। सर्द मौसम व कम तापमान से इनमें ज्यादा ग्रोथ व वृद्धि होती है। पिछले कुछ दिनों से ठंडी हवाएं चलने से तापमान में आई गिरावट तथा सर्दी बढ़ने के कारण सभी फसलों पर अनुकूल प्रभाव दिखाई देने लगा है। दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह तक तापमान औसत से ज्यादा होने से कम सर्दी के कारण फसलों में वृद्धि कम हो रहा था। अब तापमान गिरने से तथा ठंड बढ़ने से गेंहू, जौ, सरसों तथा तिलहनी फसलें व सब्जियां लहराने लगी हैं। कृषि विशेषज्ञों ने बताया की गेंहू फसल जिले तथा प्रदेश की मुख्य रबी फसल है। गेंहूं फसल को अच्छे फुटाव व बढ़ाव के लिए कम तापमान व ठंडा मौसम अनुकूल रहता है। गेंहू फसल पर पाले व शीत लहर का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। अत: अब ठंड बढ़ने से गेंहू आदि फसलों में ज्यादा वृद्धि व फुटाव से इनकी पैदावार में बढ़ोतरी की उम्मीद जगी है। सरसों फसल में भी ठंडे मौसम में सखाएं, फूल व फलियां अधिक बनने से इनकी उपज भी बढ़ेगी। कृषि विशेषज्ञों ने कहा कि किसान फसलों में इस समय आवश्यकता अनुसार सिचाई करें। आगामी दिनों में यदि पाला जमने की संभावना लगे तो सरसों तथा सब्जियों में भी हल्की सिचाई करें ताकि इनका पाले से बचाव हो सके।

Transcript Unavailable.

ठंड को देखते हुए 35 निसहाय लोगों के बीच कंबल का किया वितरण। प्रतिकूल मौसम एवं शीतलहरी को देखते हुए जिला प्रशासन शेखपुरा सजग है इसी को लेकर शनिवार को अभिजीत सोनल, सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग, शेखपुरा के द्वारा प्रखंड घाटकुसुम्भा के प्रागंन में महादलित टोला के विधवा, विकलांग, वृद्धजन एवं असहाय गरीब 35 लोगों के बीच कम्बल का वितरण किया गया। ज्ञात हो कि इसके पूर्व भी अरियरी, चेवाड़ा एवं शेखपुरा प्रखंड में भी जरूरत मंदों के बीच कम्बल का वितरण किया गया है। आज जिन लोगों के बीच कम्बल का वितरण किये गये उसमें धर्मशीला मंडल आनो दास,साधु कुमार, चन्दर मांझी,गुहन दास,बिनों मांझी,दासो तांती,आशा देवी, गौरी देवी,बच्ची देवी इत्यादि। साथ ही दिव्यांगजनो एवं लाभुकों के बीच मतदान करने हेतु बढ़ चढ कर भाग लेने एवं मतदाता सूची में नाम जोड़वाने हेतु प्रेरित किया गया। इस अवसर पर समाजिक सुरक्षा के कर्मी एवं विकास मित्र आदि उपस्थित थे।

Transcript Unavailable.

शेखपुरा में शुक्रवार की देर रात आए भूकंप से डोलती रही धरती, नेपाल रहा भूकंप का केंद्र शुक्रवार की देर रात बिहार में पटना समेत 11 जिलों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई है। भूकंप का केंद्र नेपाल में 10 किलोमीटर जमीन के नीचे था भूकंप के बाद पटना समेत कई जिलों के लोग अपने घर के बाहर निकल आए। हालांकि, अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं मिली है।भूकंप के दौरान धरती करीब एक मिनट तक धरती हिलती रही। कई बार आफ्टर शॉक्स भी महसूस किए गए। जिन जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए उनमें पटना, आरा, दरभंगा, गया, वैशाली, खगड़िया, सिवान, बेतिया, बक्सर, नालंदा, नवादा शामिल है शेखपुरा जिले के आसपास के हिस्सों को भूकंप के संंबंध में संवेदनशील माना जाता है। शेखपुरा जिले में भूकंप के हल्के झटके महसूस होते ही लोग डर के मारे अपने घर से बाहर निकल आए। देर रात आए भूकंप के झटकों से लोग दहशत में दिखे। हालांकि, राहत की बात यह है कि अबतक शेखपुरा जिले में जान माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।दरअसल, जब भूकंप आया तो ज्यादातर लोग खाना खाकर सोने की तैयारी में थे. ऐसे में ज्यादातर लोगों को और कई जिलों में इसे आसानी से महसूस किया गया. कहीं पंखा हिलते दिखा तो कहीं घरों से बाहर आकर लोग एक-दूसरे से भूकंप के बारे में पूछने लगे। कुछ देर के लिए तो लोगों में हड़कंप मच गया। वही देश के कई हिस्सों से ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिसमें कहीं पंखा हिलता दिख रहा है तो कहीं झूमर हिल रहे हैं।

बारिश से गिरा गरीब का आशियाना,खुले आसमान में रहने को मजबूर शेखपुरा।। कोरमा थाना क्षेत्र के अगविल गांव में एक गरीब मजदूर का आशियाना रविवार की रात बारिश के चलते भरभरा कर गिर गया। घर में सोये परिवार बाल बाल बच गये। इस घटना में मकान के अंदर रखा घर का सारा सामान मलवे के नीचे दब गया। जिसमें खाने पीने का सामान,अनाज,राशन, कपड़ा, बक्शा बर्तन और भी कई छोटे बङे सामान मलवे में दब गए। इस घटना में पीङित परिवार को करीब डेढ़ लाख रुपए से उपर की क्षति हुई है। यह घटना कोरमा थाना क्षेत्र के पुरैना पंचायत के अगविल गांव की है। यहां बारिश में मिट्टी से बना खपरैलनुमा घर ढह गया था। यह गरीब परिवार अब खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। पीड़ित प्रह्लाद प्रसाद ने बताया कि हम लोग रात में खाना खाकर अपने घर में सोए हुए थे। तभी अचानक रात के नौ बजे के आसपास जोर की बारिश होने लगी। बारिश के दौरान ही पूरा घर भरभरा कर ढह गया। किसी तरह हमलोग घर से बाहर निकल पाये।घर गिरने से हम लोगों को काफी परेशानी बढ़ गई है। मकान के मलबे के नीचे घर का सारा सामान दब गया। खाने पीने के समान, अनाज, राशन, कपड़ा, बक्सा, बर्तन और भी कई छोटे-बड़े सामान मलबे में दब गए हैं । पंचायत के मुखिया ने नहीं की कोई मदद। पीङित परिवार ने बताया कि घर गिरने की सूचना जाकर मुखिया सत्येंद्र शर्मा को दिये ताकि कुछ मदद मिल सके लेकिन मुखिया ने मदद करने के बजाय मीटिंग में जाने का बहाना बना कर वहां से चलता बना। घर देखने तक नहीं आया। वहीं घर गिरने से यह परिवार बिना छत खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। इस परिवार को भोजन तक की आफत हो गई है। पीङित परिवार ने घटना की सूचना अंचलाधिकारी को देकर तत्काल मदद की गुजारिश की है। साथ ही महिला ने राशन पानी बर्तन इत्यादि और घर बनाने के लिए कुछ मदद करने की गुहार लगाई है।