कोरमा थाना क्षेत्र के डीहकुसुम्भा गांव में तीन दिनों से एक युवती सङक पर भटक रही है। वह न तो अपना नाम बता रही हैं और न हीं पता। राहगीर व मुहल्ले वाले जो खाना दे देती है वही वह खा लेती है। वह अभी डीहकुसुम्भा गांव के मध्य विद्यालय स्थित बोकाय महतो के घर के पास बने झोपड़ी में रह रही है।

Transcript Unavailable.

शेखपुरा।। इन दोनों जिले के विभिन्न गांव में धान की फसल में उखड़ा रोग लग जाने से किसान काफी परेशान और चिंतित नजर आ रहे हैं। इस दौरान प्रखंड के विभिन्न गांव कपासी, धारी, करंडे, महेशपुर , धमसेना, कुरमुरी, लोहान, लहना, सियानी, केमरा ,बेलछी सहित अन्य गांव में धान की फसल जैसे-जैसे पक कर तैयार हो रही है वैसे-वैसे उसमें उखड़ा लोग लग रहा है और धान का बाली पूरे पौधा सहित खेत में ही सुख जा रहा है। इस बात कपासी गांव के किसान रामबालक सिंह, राममूर्ति सिंह ,अनिल सिंह, बेलछी गांव के किसान सरबिल सिंह, लाली सिंह, मोहन सिंह, धमसेना गांव के किसान महेश मिस्त्री, परमेश्वर मिस्त्री, करंडे गांव के किसान विलास सिंह, राजेंद्र सिंह सहित अन्य गांव के बहुत सारे किसानों ने बताया कि लगातार 2 साल से किस सुखाड़ की मार झेल रहे हैं। किसी तरह से समरसेबल से धान की फसल को बचा पाये तो एन वक्त पर जब धान की फसल पककर तैयार होने को आई तो फसल में उखड़ा रोग लग रहा है। स्थिति यह है की बाली सहित धान का पूरा पौधा सूख जा रहा है इस वजह से धान खखरी में तब्दील हो जा रहा है । किसान बताते हैं कि शायद अब किसान के ऊपर काला साया मंडरा रहा है बहुत मेहनत करने के बाद भी किसान धान की फसल को बचा नहीं पा रहे हैं तो ही दूसरी ओर किसानों द्वारा लगाए गए रवि फसल मशहूर चना के पौधे को भी कीड़ा काट रहे हैं। किसान सुखाड़ की मार से काफी परेशान नजर आ रहे हैं। हर साल किस को खेती में घाटा ही हो जा रहा है। किसान बताते हैं कि उन्हें कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिल पा रही है अब तो ऐसा प्रतीत होता है की खेती-बाड़ी करना ही छोड़ना पड़ जाए।

Transcript Unavailable.

सरकारी संस्था आईसीएमआर के डाटाबेस में सेंध लगाकर चुराया गया 81 करोड़ लोगों का डाटा इंटरनेट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। लीक हुए डाटा में लोगों के आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी, पासपोर्ट, नाम, फ़ोन नंबर, पते सहित तमाम निजी जानकारियां शामिल हैं। यह सभी जानकारी इंटरनेट पर महज कुछ लाख रुपये में ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध है। इसे डाटा लीक के इतिहास का सबसे बड़ा डाटा लीक कहा जा रहा है, जिससे भारत की करीब 60 प्रतिशत आबादी प्रभावित होगी।

शनिवार को प्रेक्षक-सह-आयुक्त मुंगेर प्रमंडल के नेतृत्व में चेवाड़ा के उच्च विद्यालय के स्थित बूथ पर जाकर बीएलओ द्वारा किये गये कार्यों की स्थलीय निरीक्षण तथा सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी महोदया द्वारा आयुक्त महोदय को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

शनिवार को चेवाड़ा थाना व करंडे थाना में लगाया गया जनता दरबार एक मामले का हुआ निष्पादन. इस बात की जानकारी देते हुए अंचल अधिकारी हलेंद्र कुमार ने बताएं कि चेवाड़ा तथा करंडे थाना में जनता दरबार लगाया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बीपीएससी ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों को मेगा इवेंट कराकर गांधी मैदान में सीएम नीतीश कुमार के हाथों 1.20 हजार अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिलवा दिया, लेकिन अब कई असफल छात्रा और शिक्षक संगठन भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं. कई जगहों पर इन अभ्यर्थियों की शिकायत सही भी पाई जा रही है. जिसके बाद ऐसे अभ्यर्थियों के नियुक्तिपत्र पर तत्काल रोक लगाते हुए शिक्षा विभाग ने नोटिस भी जारी कर दिया है. शिक्षा विभाग के इस कदम से फर्जीवाड़ा कर नियुक्ति पत्र लेने वाले अभ्यर्थियों में हड़कंप मच गया है. फर्जी शिक्षकों में हड़कंप खबरों के मुताबिक मुजफ्फरपुर और पश्चिम चंपारण जिले में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. मुजफ्फरपुर में 100 सफल शिक्षकों के नियुक्ति पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गई है. जबकि पश्चिम चंपारण में 30 शिक्षकों की नियुक्ति पर रोक लगाई गई है. मुजफ्फरपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से 100 नवनियुक्त शिक्षकों की सूची जारी की गयी है और इसमें लिखा गया है कि अध्यापक नियुक्ति परीक्षा 2023 के प्रमाण पत्र सत्यापन के क्रम में प्रथम दृष्टया संदेहास्पद प्रमाण पत्र वाले अभ्यर्थियों की औपबंधिक नियुक्ति पत्र रोकी गयी है. सैकड़ों नवनियुक्त शिक्षकों की नियुक्ति पर रोक वहीं, पश्चिम चंपारण में 30 नव नियुक्ति शिक्षकों की सूची जारी की गयी है. इस सूची के साथ ही ये जानकारी दी गई है कि प्रमाणपत्र सत्यापन के क्रम में त्रुटि रहने के कारण काउंसलिंग पत्र रद्द कर दिया गया है. अगर ऐसे अभ्यर्थियों को किसी तरह की कोई आपत्ति है, तो वे 5 नवंबर तक कार्यालय आकर अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं. बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने दो नवंबर को नवनियुक्त 1 लाख 20 हजार शिक्षकों को पटना के गांधी मैदान में नियुव्ति पत्र सौंपा था. जारी की गई सूची दो महीने के अंदर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर बिहार सरकार ने रोजगार देने का नया इतिहास रच दिया, लेकिन इस इतिहास रचने के साथ ही नियुक्ति में गडबड़ी की शिकायतें भी बड़े पैमाने पर सामने आई. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या सरकार की ओर से फेयर परीक्षा कराकर रोजगार देने का दावा हवा हो रहा है क्योंकि जिस तरह से मुजफ्फरपुर और पश्चिम चंपारण में सफल शिक्षकों की नियुक्ति पर रोक लगाई गई है. उससे कुछ यही कहानी सामने आ रही है.हालांकि इतने बड़े पैमाने पर लोकसभा चुनाव से पहले भर्ती के कई मायने हैं.

Transcript Unavailable.

शनिवार को चेवाड़ा थाना व करंडे थाना में लगाया गया जनता दरबार एक भी मामले का नहीं हुआ निष्पादन। इस बात की जानकारी देते हुए अंचल अधिकारी हलेंद्र कुमार ने बताएं कि चेवाड़ा तथा करंडे थाना में राजस्व कर्मचारी के नेतृत्व में जनता दरबार लगाया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।