2024 के आम चुनाव के लिए भी पक्ष-विपक्ष और सहयोगी विरोधी लगभग सभी प्रकार के दलों ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिये हैं। सत्ता पक्ष के घोषणा पत्र के अलावा लगभग सभी दलों ने युवाओं, कामगारों, और रोजगार की बात की है। कोई बेरोजगारी भत्ते की घोषणा कर रहा है तो कोई एक करोड़ नौकरियों का वादा कर रहा है, इसके उलट दस साल से सत्ता पर काबिज राजनीतिक दल रोजगार पर बात ही नहीं कर रहा है, जबकि पहले चुनाव में वह बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर ही सत्ता तक पहुंचा था, सवाल उठता है कि जब सत्ताधारी दल गरीबी रोजगार, मंहगाई जैसे विषयों को अपने घोषणापत्र का हिस्सा नहीं बना रहा है तो फिर वह चुनाव किन मुद्दों पर लड़ रहा है।

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पश्चिम चम्पारण के गौनाहा प्रखंड से मैं गाँव गन्हरिया पोस्ट बेलसंडी पुलिस स्टेशन की निवासी सुष्मिता कुमारी हूँ गवनहा उप - मंडल मार्कटिया गंजवाड़ No . Four स्वच्छता अभियान चलाया गया है लेकिन अभी तक कोई लाभ नहीं मिला है । लाभ नहीं मिला है , आधार कार्ड को ठीक करना है , गाँव का नाम गलत है और मैंने बेरोजगारी भत्ता फॉर्म के लिए आवेदन किया है लेकिन अभी तक लाभ नहीं मिला है ।

पश्चिम चम्पारण, गौनाहा प्रखंड से मेरा नाम रितिराजकुमारी है । मैं गमारिया में घर पर हूँ । डाक योग्य सांडी थानगनहा वार्ड संख्या 4 उपखंड नरकटियागंज । आप मेरी समस्या यह है कि मैंने एक बेरोजगारी फॉर्म दाखिल किया था और वह पैसा नहीं आ रहा है ।

थरूहट इलाके की अधिकाश लोग कुछ पाने की ललक व उम्मीद में अपने हक- अधिकार के प्रति बिल्कुल निष्क्रिय है। ये आगे आना नही चाहते, मुँह खोलना नही चाहते, अपने हक के लिए सवाल करना नही चाहते .... ऐसा थरूहट की सोच व समझ ....

तमाम गैर सरकारी रिपोर्टों के अनुसार इस समय देश में बेरोजगारी की दर अपने उच्चतम स्तर पर है। वहीं सरकारें हर छोटी मोटी भर्ती प्रक्रिया में सफल हुए उम्मीदवारों को नियुक्त पत्र देने के लिए बड़ी-बड़ी रैलियों का आयोजन कर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों को भी आमंत्रित कर रही हैं, जिससे की बताया जा सके कि युवाओं को रोजगार उनकी पार्टी की सरकार होने की वजह से मिल रहा है।

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सरकार का दावा है कि वह 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन दे रही है, और उसको अगले पांच साल तक दिये जाने की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में यह भी दावा किया कि उनकी सरकार की नीतियों के कारण देश के आम लोगों की औसत आय में करीब 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इस दौरान वित्त मंत्री यह बताना भूल गईं की इस दौरान आम जरूरत की वस्तुओं की कीमतों में कितनी बढ़ोत्तरी हुई है।

मैं भंगा पंचायत की अंजलि कुमारी हूँ । बिहार में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है । यदि बिहार में रोजगार उपलब्ध होता तो लोग अपने राज्य से बाहर नहीं जाते ।