थरूहट इलाके की अधिकाश लोग कुछ पाने की ललक व उम्मीद में अपने हक- अधिकार के प्रति बिल्कुल निष्क्रिय है। ये आगे आना नही चाहते, मुँह खोलना नही चाहते, अपने हक के लिए सवाल करना नही चाहते .... ऐसा थरूहट की सोच व समझ ....