उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से अलोक श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे एक श्रोता से बात किया उन्होंने बताया की पानी का सप्लाई सही से नहीं आता है और सड़क भी सही नहीं है
उत्तप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि ग्राम पंचायतों में अगर पंचायत की मुखिया महिला है तो उसका अधिकार उसके पति के पास है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि वह भी जाता है। जिस तरह से यह अपना विकास कार्य कर रहा है, यह देखा जाता है कि प्रखंडों में भी महिलाओं की संख्या कम हो जाती है, जबकि सरकार महिलाओं के लिए लगभग पैंतीस प्रतिशत आरक्षित करती है। लेकिन वास्तविकता यह है कि बैठक के दौरान महिलाएं मौजूद नहीं होती हैं और पुरुष अपने स्थान पर कुर्सी पर बैठते हैं और यहां अपने अधिकार का दावा करते हैं। कृषि में महिलाओं के अधिकार भी सरकार द्वारा दिए गए हैं, जो एक तरह से प्रभावी साबित हो रहे हैं, लेकिन महिलाएं बाहर जाकर घर पर नहीं रह पा रही हैं। आज भी बड़ी संख्या में महिलाएं अनपढ़ हैं, जिसके कारण वे अपनी नौकरी खो देती हैं।
उत्तप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि मतदान के बाद प्रधानमंत्री के वोटों की गिनती होती है मंत्री पद पर प्रधानमंत्री और नेताओं को बदलने के बाद, लेकिन अब जनता का वोट लेने के बाद नेता फिर से नहीं दिखाई देते हैं। क्षेत्र में और चुनाव के दौरान बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, क्योंकि इस समय जब चुनाव खत्म हो गए हैं तो नेता जनता को याद नहीं कर रहे हैं। वे महिलाओं और गरीबों को हटाने और शिक्षा, बेरोजगारी आदि की बात करते हैं, लेकिन देखा जाता है कि चुनाव खत्म होते ही नेता अपने पद छोड़ देते हैं। लेकिन अगर जनता जाती है और फिर भोली-भाली जनता उसी स्थिति में रहती है, तो इसके लिए जनता को भी कड़ा सबक दिया जाना चाहिए
उत्तप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि धूप और गर्मी के कारण आम जनता परेशान है, जबकि कुछ लोग मर भी रहे हैं, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है? अगर हम संपत्ति की रक्षा नहीं करते हैं, तो आने वाले समय में लोगों के लिए उसी तरह परेशानी होगी, देखा जाता है कि एक तरह की ऊँची भुजा वाली सड़क बनती है, जिससे बहुत सारे पेड़ काटे जाते हैं। बड़े-बड़े पेड़ न होने से सड़क के किनारे छाया नहीं रहती है जिससे लोग धूप का शिकार हो जाते हैं। पाँच सौ साल पुराने पुराने पेड़ लगाए जाते थे ताकि सड़क पर चलने वाले लोग छाया का बहुत आनंद ले सकें, लेकिन आज सरकार द्वारा बागानों की उचित देखभाल की जा रही है। इसके अभाव में सड़क के किनारे जो भी पौधे लगाए जा रहे हैं वे छोटे हैं या आधे से अधिक पौधे देखभाल की कमी के कारण मर जाते हैं, जिसके कारण लोग खुले आसमान में सड़कों पर चलते हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि वे लू का शिकार हो जाते हैं, इसलिए यह सोचने की बात है कि हम सभी को आने वाले समय में पेड़ लगाना चाहिए और जीवन बचाना चाहिए।
उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि महिलाओं पर दहेज उत्पीड़न, शिक्षा जैसे अत्याचार हो रहे हैं, हालांकि सरकार का दावा है कि महिलाओं को हर तरह की सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन आज समाज में उन्हें परेशान किया जा रहा है।जिसका मुख्य कारण शिक्षा की कमी है। शिक्षा के अभाव में आज महिलाएं जागरूक नहीं हो पा रही हैं। महिलाएं चुपचाप काम करती हैं, यही कारण है कि वे समाज में केवल घर पर खाना पकाने के काम में लगी हुई रहती हैं और सामाजिक असमानता के कारण महिलाएं आज बहुत पीछे हैं। तो इसे आगे लाने के लिए सभी को शिक्षित करने की आवश्यकता है.सरकार को महिलाओं के दहेज़ अत्या के कारणों को जाँचना चाहिए
संतकबीरनगरः कार और बाइक सवार में आमने-सामने जोरदार भिड़न्त बाइक के उड़े परखच्चे बाइक सवार की हालत गंभीर मची चीख-पुकार स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस के माध्यम से भेजा अस्पताल चिकित्सकों ने जिला अस्पताल किया रेफर पूरा मामला संतकबीरनगर के बेलहर थाना क्षेत्र बेलवा सेगर धुसुकपुरवा गांव का है बाइक सवार कम्पियर गंज का रहने वाला था और कार चालक मेंहदावल कस्बे का रहने वाला था
उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर जिला से राम प्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि तालाबों में पानी सुख गए हैं , पशु -पक्षी बहुत प्यासे हैं। कहीं भी पानी नहीं है, पानी की एक बूंद भी नहीं है। सरकार की योजनाओं का कोई कार्यान्वयन नहीं हो रहा है। हमारे देश में सरकार की जो योजनाएं लगातार चल रही हैं, वे सभी रुक गई हैं
शिक्षा जीवन है लेकिन आजकल शिक्षा अमीर या गरीब है। चाहे मध्यम वर्ग हो, हर कोई अपने बच्चों की शिक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, चाहे वह बेटी हो या बेटा, ताकि हमारा बेटा पहले लिखे और आगे बढ़े। बच्चों को शिक्षा भी प्रदान की जानी चाहिए लेकिन दुख का कारण वह है जो सरकार द्वारा प्राथमिक है। विद्यालय या कनिष्ठ विद्यालय चलाए जा रहे हैं, इन पर शिक्षा शून्य के बराबर है, शिक्षा नहीं होती है, निजी शिक्षा इतनी महंगी है कि लोग प्रवेश के नाम पर भाग जाते हैं और चाहे फीस कितनी भी महंगी क्यों न हो, लोग अपने बच्चों को अच्छे तरीके से शिक्षित करना चाहते हैं।
संतकबीरनगरः मेंहदावल क्षेत्र से होकर गुजरने वाली राप्ती नदी तट बेलौली बढ़या ठाठर आदि जगहों पर नहीं भरा गया तटबंधों का होल जल्द आ रहा बरसात लोगों को सता रही चिन्ता
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