मुखिया ने परिवार को किया आर्थिक मदद टंडवा: बीते गुरुवार की देर शाम थाना क्षेत्र के खैल्हा गांव में बिजली तार के मरम्मती कार्य कर रहे बिजली मजदूर की ग्यारह हजार हाई वोल्टेज करंट के चपेट में आने से मौत के बाद बिजली विभाग के द्वारा कोई सुध नहीं लिया गया। घटना के 24 घंटे बाद भी मृतक मजदूर के परिजनो से मिलने के लिए विभाग के न तो कोई पदाधिकारी आए और न ही संबंधित कार्य को कर रहा संवेदक। जिससे परिजनों में विभाग के प्रति आक्रोश है। घटना के मृतक के शव को मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस की टीम ने अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। वहीं मृतक थाना क्षेत्र के कटाही-मिश्रोल गांव निवासी बालदेव महतो के 30 वर्षीय पुत्र चिंतामन महतो के परिजनों से मिलकर स्थानीय मुखिया निलेश ज्ञासेन ने पच्चीस हजार देकर आर्थिक सहयोग किया। बताया गया कि विभाग के द्वारा खैल्हा गांव में गिरे बिजली के तार के मरम्मती का जिम्मा रविद्र सिंह नामक संवेदक के माध्यम से कराया जा रहा था जिसमें मृतक मजदूर के रूप में कार्य कर रहा था। इसी दौरान वह तार जोड़ने के लिए ग्यारह हजार वोल्ट के पोल पर चढ़ा था इसी दौरान‌ करन्ट के चपेट में आने से उसकी मौत हुई। बताया गया कि मृतक घर का अकेला कमाऊ व्यक्ति था,जिसके मौत से परिवार में आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। परिजनों ने विभागीय पदाधिकारियों से आर्थिक सहयोग की मांग की है। [

नमस्कार दोस्तों , मैं साज्जिद जिले के चतरा ब्लॉक गिधौर से एक मोबाइल वैन में आपका स्वागत करता हूं । गिधौर प्रखंड की केंदुआ पहाड़ी सड़क जर्जर स्थिति में पहुंच गई है , जिस पर चलना भी बहुत मुश्किल हो जाएगा । गैधौर प्रखंड के सलीमपुर मोड़ से केंडवा मोड़ और पहाड़ारा गांव होते हुए असदिया तक जाने वाली लगभग तीन किलोमीटर लंबी सड़क बहुत पीलिया की स्थिति में पहुंच गई है , जिस पर न केवल चलना बल्कि कार से चलना भी दुर्भाग्यपूर्ण है । कहा जाता है कि यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत वर्ष दो हजार बारह तेरह में मनाई गई थी , जिसके बाद सड़क की कभी मरम्मत नहीं की गई । छोटी - मोटी घटनाएँ और दुर्घटनाएँ होती हैं , जिसके कारण गाँव वालों ने कई बार इसकी मरम्मत की अपील की है , लेकिन आज तक इस सड़क की मरम्मत और सुदृढ़ीकरण नहीं किया गया है ।

प्रखंड कार्यालय में कई विभागों के अधिकारी और कर्मचारी हमेशा लापता पाए जाते हैं । विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

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नमस्कार , हमारा नाम कलविंदर राम है , झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के गाँव कुटिलायोबिया , मृगडा पंचायत , कुंडा ब्लॉक से बोलते हुए , हम यहाँ दो हजार सोलह दिनों से हैं । परेशानी यह है कि पहले एक सफेद कार्ड बनाया जाता था , उसमें एक लीटर मिट्टी का तेल पाया जाता था , वह भी बंद हो गया । शायद ही उस कार्ड का कोई फायदा था । हमने उसे बड़ी मुश्किल से कार्ड हटाने के लिए कहा । बाद में , हमने कार्ड के लिए वह पंक्ति बनाई , हम एक गरीब परिवार से हैं , हम चमार जाति से हैं , और उसके बाद , जो अभी तक नहीं सुना गया है , यह लगभग छह से आठ महीने होने जा रहा है ।

जिला के हंटरगंज प्रखंड के उरैली पंचायत अंतर्गत पंडरीकला गांव के केवाल टोला स्थित भुईयां टोली के एक दर्जन घरो के लोग शुद्ध पेयजल के लिए परेशान है। पानी पीने के लिए जर्जर एवं जीर्णशीर्ण कुएं का सहारा लेना पड़ रहा है ।लगभग एक दर्जन घर के लोग चापाकल के पानी के आस में काफी समय से है। एकमात्र चापाकल पहले से है जो खराब अवस्था में पड़ा हुआ है ।चापाकल से पानी नहीं मिलने के कारण कुएं के पानी से पीना, खाना, स्नान करना तथा अन्य क्रिया क्रम लोग करते हैं ।इस टोले में सभी एक ही जाती दलित यानी भुईया समाज के लोग निवास करते हैं। इस संबंध में लोगों ने पंचायत समिति सदस्य रीता देवी से गुहार लगाकर चापाकल बनवाने के लिए आग्रह किया। जिसके बाद पीएचईडी के कनीय अभियंता राकेश पाल को चापाकल बनाने के लिए सूचना दिया गया।तथा एस आर से नया बोर करनवाने की मांग की । पीएचईडी के कनीय अभियंता ने जल्द ही बनवाने के लिए आश्वासन दिया । हालांकि लोगों का कहना है कि चापाकल बोरिंग से पानी नहीं के बराबर निकलता है ।जिसके कारण चापाकल बार-बार खराब हो जा रहा है। एक दो बाल्टी निकालने के बाद चापाकल से एक बूंद पानी नहीं निकलता है। उरैली पंचायत में नलजल योजना की कार्य भी बहुत धीमी गति से चल रहा है। काफी धीरे कार्य से लोगों में आक्रोश है। सड़क को उखाड़े जाने से वारिस होने पर आवागमन बाधित हो जा रहा है। पंचायत समिति सदस्य रीता देवी ने शुद्ध पेयजल योजना को घर घर तक पहुंचाने की नलजल योजना में गुणवत्ता पूर्ण तथा जल्द से जल्द पुरा करने की मांग है।

झारखण्ड राज्य के छात्र जिला के पिपरवार से राजकुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, पिपरवार इलाके में कोल ट्रांसपोर्टेशन का रोड कॉलोनी के बीच से होकर गुजरता है,जिससे पूरे इलाके में धूल उड़ते रहता है, कुछ दिन से पानी छिड़काव नहीं करने के वजह से पुरे इलाके में धूल की समस्या हो गई है, जिससे लोग परेशान है।

झारखण्ड राज्य के छात्र जिला से कलविंदर राम मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, इन्होने ग्रीन राशन कार्ड के लिए आवेदन दिया है, लेकिन अभी तक इन्हे ग्रीन राशन कार्ड नहीं मिला है, इसके लिए इन्हे सहायता चाहिए।

झारखण्ड राज्य के चतरा ज़िला के हंटरगंज प्रखंड के करेली बाग़ के ग्राम सर्दम से सुनीता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि नल जल योजना के तहत बोरिंग का कार्य को वन अधिकारीयों द्वारा रोका गया और कार्य को पूरा करवाने के लिए बीस हज़ार रूपए की रिश्वत मांगी गयी।