गर्मी की चुनौतियां और समाधान, गर्मी से उत्पन्न समस्याओं और उनके समाधान की जानकारी। स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए व्यावहारिक सुझाव।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली , मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि अभी हर ग्रामसभा में पानी सप्लाई का काम हो रहा है। जिससे लोगों को पानी की समस्या न हो। इस सप्लाई होने से घर घर शुद्ध पानी मिल रहा है। सरकार की योजना लोगों के लिए लाभदायक साबित हो रहा है। लोगों को शुद्ध जल मिल रहा है जो उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा है

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से अर्विन श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, इससे हर एक जान-जीवन प्रभावित हो रहे हैं। विकास के नाम पे पेड़ो की कटाई की जा रही है, जिस प्रकृति का संतुलन काफी बिगड़ गया है। इसी कारण बाढ़, सूखा और भूकंप जैसी अनेक परिस्थितियां उत्त्पन्न हो रही है।

गर्मी की लहर के दौरान बाहर काम करने वाले लोगों की सुरक्षा पर आधारित कार्यक्रम। यह कहानी एक परिवार के माध्यम से लू से होने वाले खतरों, चिकित्सा सलाह और सुरक्षा उपायों को दर्शाती है, साथ ही श्रोताओं को जागरूक करने का प्रयास करती है। आपकी राय में इस भीषण गर्मी में किस तरह से बाहर काम करने वाले लोग अपना ध्यान रख सकते हैं? हम किस तरह से इन लोगों की मदद कर सकते हैं?

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते कि वृक्षों की कटाई बढ़ रही है। इनके क्षेत्र में सड़क के दोनों तरफ के वृक्षों की कटाई हो गई है। सड़क पर भारी धूप रहता है कि लोग आराम के लिए छाव नहीं ले पा रहे है। यातायात के साधनों में वृद्धि हो रही है साथ ही लगातार वृक्षों की कटाई होने से गर्मी बढ़ रही है। अगर वृक्षों की कटाई हो रही है तो वृक्ष लगाना भी ज़रूरी है। वृक्ष अधिक रहेगा तो गर्मी भी कम होगी

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से अरविन्द श्रीवास्तव ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि आधुनिक युग में पेड़ों की कटाई तेज़ी से हो रही है जिससे ग्लोबल वर्मिन में वृद्धि हो रही है। इस साल हीटवेव से लोग परेशान है। अब तक इससे राहत नहीं मिली है। मानसून अब तक आया नहीं है। पेड़ों को काटने से जलवायु परिवर्तन ,ग्रीनहॉउस गैसों का उत्सर्जन ,जीवों का लुप्त होना ,मिट्टी का कटान जैसी समस्या हो रही है। पेड़ों की कटाई से मानव जाति ,जीव जंतु पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। पेड़ों की कटाई जीवन के लिए नुक्सान दायक हो गया है। पेड़ों की कटाई लगातार हो रही है पर पेड़ों को लगाने में ध्यान नहीं दिया जा रहा है। विकास कार्य के लिए ,सड़क चौड़ीकरण के नाम पर कई पेड़ काट दिया गया। इससे ऑक्सीजन की कमी लोगों को महसूस होने लगा है। अगर पेड़ काट रहे है तो वृक्षारोपण पर भी ध्यान देना चाहिए

मानवों द्वारा वृक्षों की कटाई के कारण जलवायु में परिवर्तन हो रहा है। इसी के कारण आज कल इतनी भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी से मनुष्य के साथ जीव जंतु भी परेशान है। जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाना चाहिए।

इस भीषण गर्मी की चपेट में आने से बचना है, तो मौसम विभाग या सरकार द्वारा दी जाने वाली जानकारी और चेतावनी को गभीरता से समझना है और उन बातों का पालन करना है. सावधानी और सतर्कता, इन दोनों बातों का हमें ध्यान रखना है |इस भीषण गर्मी से जुड़ी चेतावनी आपको कहाँ से मिलती है ? चेतावनी सुनने या देखने के बाद आप क्या कदम उठाते है ? आप या आपके आसपास लोग इस भीषण गर्मी से बचने के लिए क्या करते है ?

साथियों, हमें बताएं कि क्या आपके क्षेत्र के सरकारी जिला अस्पतालों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाडी में पानी की कमी है? क्या वहां प्रशासन ने पानी की सप्लाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं की है? अगर अस्पताल में पानी नहीं मिल रहा है तो मरीज कैसे इलाज करवा रहे हैं? क्या पानी की कमी के कारण बीमार होते हुए भी लोग इलाज करवाने अस्पताल नहीं जा रहे? या फिर आपको अपने साथ घर से पानी लेकर अस्पताल जाना पड़ रहा है? अपनी बात अभी रिकॉर्ड करें, फोन में नम्बर 3 दबाकर.

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि भीषण गर्मी में जितना हो सके उतना पानी पीएँ। पानी जीवन है समय-समय पर बहुत सारा पानी पीएँ और मौसमी फल जैसे खीरे, खरबूजे आदि का सेवन करें। अगर आपके शरीर में पानी की कमी हो, तो आपको समस्या हो सकती है