उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से डॉ सुजीत कुमार भारती से हुई। डॉ सुजीत कहते है कि मानसिक रूप से स्वस्थ रहना है तो चिंता मुक्त रहे। लोगों से है कर बात करें। अधिकतम अपने काम पर ध्यान दें।ज़्यादा न घूमना न को बेकार का बहस करें। आज कल मोबाइल के कारण लोग ज़्यादा चिंतित रहते है। मोबाइल से दूर रहे। चिंता से दूर रहे। ऐसे में स्वस्थ रहेंगे

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 26 वर्षीय शिवम श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सत्यम श्रीवास्तव से हुई।सत्यम कहते है कि स्कूल और परिवार में झगड़ों से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इससे उनमें चिंता और आत्महत्या के विचार आ सकते है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 35 वर्षीय ज्योति श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रिंकी श्रीवास्तव से हुई।रिंकी कहती है कि मन की बीमारी होती है। इसे मानसिक बीमारी या मानसिक विकार भी कहा जाता है। यह शारीरिक बीमारी की तरह होती है जिसका इलाज संभव है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 25 वर्षीय सौरव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से खुशी से हुई।खुशी कहती है कि जब व्यक्ति मानसिक तनाव अनुभव करता है तो वो समझ नहीं पाता कि उसे डॉक्टर से मिलना चाहिए या नहीं।चिंता और उदासी हालातों के साथ बदल सकता है। हालाँकि भावनाओं और मानसिक तनाव के लक्षणों का असर दैनिक जीवन में पड़ रहा है तो उन्हें मदद लेनी चाहिए। अकसर लोग मानसिक स्थिति को छुपाने का प्रयास करते है ताकि उनका रिश्ता बना रहे।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 31 वर्षीय शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से ज्योति से हुई।ज्योति कहती है कि जब व्यक्ति को दिन प्रतिदिन के तनाव से निपटने में कठिनाई हो रही है साथ ही दैनिक कार्यों को करने में कठिनाई होने पर व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक से मिलना चाहिए।सामाजिक जीवन में संकट का अनुभव करने पर परामर्शदाता से ज़रूर मिलना चाहिए

मानसिक स्वास्थ्य के बारे में आपका क्या ख्याल है ?आपके हिसाब से क्या हमारे समाज में मानसिक स्वास्थ्य के बारे में लोगों के अंदर जागरूकता का स्तर कैसा है ?कितना जरुरी होता है ज़िन्दगी के इस पहलूँ पर ध्यान देना ?

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उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शालू श्रीवास्तव,मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि मानसिक बीमारी के कई लक्षण हो सकते हैं। जैसे - गंभीर चिंता या भय, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, परिवार से खुद को दूर रखना निरंतर उदासी या खराब मनोदशा।कुछ लोगों में लगातार उदासी या खराब मनोदशा होती है और यह किसी भी खुशी या आनंद के अनुभव को रोकता है।कुछ लोगों को बहुत चिंता या डर रहता है।लोग विशेष रूप से बिना किसी कारण के चिंतित या डरते हैं। मानसिक बीमारी वाले लोगों को ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो सकती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से खुशबू श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से विकास श्रीवास्तव से हुई।विकास श्रीवास्तव यह बताना चाहते हैं कि बहुत अधिक रोना या चुप रहना मानसिक बीमारी का लक्षण हो सकता है।खासकर यदि लक्षण बिना किसी स्पष्ट कारण के हो

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