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मेरा नाम राकेश श्रीवास्तव है ,मेरी उम्र पचास साल है। मैं बैजवाह बस्ती का रहने वाला हूँ। प्रवासी मजदूरों के बारे में जो बातें है उनको पी. एफ का जो लाभ नहीं मिलता है। चुकीं उनको उतनी जानकारी नहीं रहती है और न उनको कुछ उनके एम्प्लॉयर बताते है। जिससे की वो उसका लाभ प्राप्त कर सके। धन्यवाद
सभी सुनने वाले साथियों को नमस्कार। बस्ती मोबाइल वाणी से मैं रमजान अली। साथियों हमारी उम्र चौवालीस वर्ष है। हम बस्ती जनपद के ब्लॉक सौघाट के अंतर्गत रहते है। हमारा पोस्ट ऑफिस < unclear> है। साथियों हम बताएँगे परिवार नियोजन के विषय में , तो सबसे पहले देखिये इस पर एक कहावत है। छोटा परिवार सुखी परिवार। साथियों परिवार नियोजन का मतलब होता है। परिवार को सिमित रखना ही परिवार नियोजन कहलाता है। और परिवार नियोजन की जो विधियां है वो दो प्रकार की है। एक अस्थायी और एक अस्थायी। स्थायी में महिला पुरुष जो है नसबंदी कराते है। और दूसरा अस्थायी में जैसे गर्भ निरोधक गोलियाँ खाएं और कंडोम का प्रयोग करें। तो यह था साथियों जो है। परिवार नियोजन की जो है विधियाँ उसके विषय में चर्चा धनयवाद नमस्कार ।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सचिन कुमार चौधरी से हुई,उनकी उम्र अठारह साल है। । सचिन कुमार चौधरी यह बताना चाहते है कि परिवार नियोजन की दो विधियाँ हैं। एक पहली स्थायी और दूसरी अस्थायी। स्थायी यह है कि इसमें पुरुष और महिला नसबंदी कराते है। दूसरी स्थायी यह है कि इसमें दवा का प्रयोग करते है।
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सभी साथियों को नमस्कार ,बस्ती मोबाइल वाणी से मैं रमजान अली। ब्लॉक हमारा श्यामघट है। पोस्ट ऑफिस जो है मुजवामीर है। पिन कोड है 270220 , साथियों हम बताएँगे की सरकार द्वारा मनरेगा जैसे कार्यक्रम गाँव में किये जा रहे है। फिर भी लोग शहरों और महानगरों में लोग पलायन कर रहे है। इसमें हम अपनी राय देंगे। साथियों जहाँ तक देखा जाए जो लोग का जो है गाँव में प्रधान जी से माध्यम से पंजीयन हुआ रहता है। सर्विस कार्ड उनका बना रहता है। वो यहाँ काम करती है। बहुत से ऐसे लोग है जो गाँव में काम करने में उनको जो है शर्म महसूस होता है। इसके वजह से भी लोग बाहर प्लान कर रहे है। जबकि जो दैनिक जो है मजदूरी करने वाले लोग है , अगर वो चाहे तो गाँव में अपने प्रधान से मिलके रोजगार से और अपना श्रम कार्ड बनवा लें और बनाने के बाद यहाँ जो हो काम करके मनरेगा के तहत गाँव में ही रहके ही अपना जीवन यापन क्र सकते है। तो ये था साथियों जो है जानकारी धन्यवाद नमस्कार