उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से अरविन्द श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बस्ती जिले में सरयू नदी की धारा तट से काफी दूर बहती थी। लेकिन बीते कुछ वर्षों से नदी की धारा ने ऐसा कहर ढाया है कि ग्रामीणों की ज़िन्दगी खानाबदोश जैसी हो गयी है। हर साल चार महीने ग्रामीणों को अपना घर छोड़ कर चले जाना पड़ता है। इसके लिए सरकार के द्वारा भी कोई स्थायी उपाय नहीं किया जा रहा है।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से अरविन्द श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए एक कार्यक्रम भी सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से चलाया जा रहा है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बहुत प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन अगर आप देखें तो आज भी कहीं न कहीं लोग वहीं खड़े हैं जहां हम खड़े थे कई कारण हैं कि महिलाओं का आर्थिक विकास उतना सफल नहीं रहा है जितना होना चाहिए था। जैसे कि अपने परिवार के साथ उनकी स्वतंत्रता की कमी और बाहर काम करने में असमर्थता। गुमराह करने वाली और रूढ़िवादी परंपरा के कारण महिलाएं अभी भी पीछे हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि महिलाएं कुछ नहीं कर रही हैं। आज ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जिन्होंने स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से अपनी वित्तीय स्थिति को काफी मजबूत किया है। साथ ही उन्होंने बताया कि महिलाओं को शिक्षित बनाना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से फूलमती चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि लगातार पेड़ों की कटाई से पर्यावरण को नुक्सान हो रहा है। इसी से वर्षा चक्र भी प्रभावित हो रहा है। भीषण गर्मी से लोग परेशान रहे। बारिश नहीं होने से किसानों को भी नुक्सान है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से फूलमती चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि महिलाएँ मनरेगा में अपना योगदान दे रही है। गाँव में मनरेगा का काम में महिला की भागीदारी है। इससे देश का विकास में प्रगति तो हो रहा है साथ ही महिलाएँ अपने बलबूते पर परिवार का भरण पोषण कर रही है। यह उनका जीविका का श्रोत बन गया है। साथ ही जीविका से जुड़कर भी महिला अपना व्यवसाय कर रही है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से रमजान अली ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक श्रोता से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि महिलाओं के विकास के लिए उन्हें रोजगार से जुड़ने की आवश्यकता है। जिसके लिए पशुपालन एक अच्छा व्यापार है, साथ ही महिलाओं को शिक्षित भी होना जरूरी है।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से रमजान अली ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि एक श्रोता ने उनके साथ अपना विचार साझा करते हुए बताया कि महिला और पुरुष में समानता का अधिकार तो मिलना ही चाहिए। लेकिन जहाँ तक जमीन पर अधिकार का मामला है इसमें अगर पिता की संपत्ति में महिला को अधिकार दिया जायेगा तो भाई बहन के रिश्ते में खटास आ जाएगी और झगड़े की सम्भावना उत्त्पन्न हो जाएगी इसलिए महिलाओं को पिता की संपत्ति में अधिकार नहीं मिलना चाहिए
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से रमजान अली ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि एक श्रोता से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया था कि गाँव की महिलाओं को पशुपालन का काम करना चाहिए। साथ ही महिलाएं किसी प्रकार का व्यापार भी कर सकती हैं। तब ही महिलाएं सशक्त होंगी
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली , मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि एक व्यक्ति से बात करने पर मालूम चला कि स्वयं सहायता समूह के द्वारा महिलायें आत्मनिर्भर बन रही है और आगे बढ़ रही है। सर्फ़ का काम हो रहा है जिससे महिलाओं का आय का श्रोत बन रहा है। महिलायें सशक्त हो रही है।
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