उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से वीर बहादुर यादव ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि समाज में महिलाओं को भूमि पर अधिकार न देकर पुरुष तमाम बाते कर रहे है। महिलाओं को समाज में उनकी पहचान के लिए मदद करना चाहिए और भूमि में महिलाओं को बराबर का हिस्सा देना चाहिए। महिलाओं को भूमि में अधिकार पाने के लिए संघर्ष करना चाहिए और पुरुष को महिला का सहयोग करना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से लवली पांडेय ,मोबाइल वाणी के माध्यम से नारी पर प्रस्तुत एक कविता सुना रही है। अबला जीवन हाय तुम्हारी यहीं कहानी…आंचल में दूध और आंखों में पानी..

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से श्रीदेवी सोनी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि लैंगिक असमानता दूर करने के लिए समाज में जागरूकता लाना होगा। समाज में सबसे पहले मानसिकता में धीरे धीरे परिवर्तन लाए ,जिसके परिणामस्वरूप महिलाओं से सम्बंधित मुद्दों पर गंभीरता से बात किया जाए। कई न्यायलय में महिलाओं को अधिकार दिलाने में मदद करता है इसकी मदद लेनी चाहिए। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं’, ‘वन स्टॉप सेंटर योजना’, ‘महिला हेल्पलाइन योजना’ और ‘महिला शक्ति केंद्र’ जैसी योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तीकरण का प्रयास किया जा रहा है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप लिंगानुपात और लड़कियों के शैक्षिक नामांकन में प्रगति देखी जा रही है।आर्थिक क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हेतु मुद्रा और अन्य महिला केंद्रित योजनाएँ चलाई जा रही हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से श्रीदेवी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि भूमि में मेहनत करने के बाद भी महिलाओं को कृषक का दर्ज़ा नहीं मिला। दशकों के बाद भी महिला को भूमि अधिकार नहीं मिल रहा है। अब तक महिला कुछ नहीं कर पाई है। भूमिहीन समाज में महिलाओं की स्थिति अब भी वैसे ही है। सरकार अब भी महिलाओं को समानता के दायरे में नहीं ला पा रही है। इसके कारण सार्वजनिक रूप से महिला खुद को प्रमाणित नहीं कर पा रही है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से लवली पांडेय ,मोबाइल वाणी के माध्यम से नारी पर प्रस्तुत एक कविता सुना रही है। जिसका शीर्षक है : एक औरत के जीवन की सच्चाई..

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से नीलू ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि आज भी बहु बेटियाँ सुरक्षित नहीं है। उन्हें आज भी दहेज़ के लिए प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को जागरूक करना होगा ताकि वो अपने ऊपर होने वाली प्रताड़ना को न सही और समस्या का डट कर सामना करें ।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से नीलू ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि समाज में महिला को वो दर्ज़ा ,वो हक़ नहीं मिल रहा है जो उन्हें मिलना चाहिए। महिला शिक्षित हो या नहीं ,उन्हें भी बराबर का दर्ज़ा मिलना चाहिए। महिलाओं को पुरुषों की तरह सामान दर्ज़ा मिलने से देश आगे बढ़ेगा ।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से नीलू ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि समाज में महिला को आज भी तंग किया जाता है। इस कारण महिला कुछ नहीं कर पाती है। महिला परेशानी में आ कर ही गलत कदम उठाती है

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से श्रीदेवी सोनी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि महिलाओं के साथ अभी भी लैंगिक असामनता हो रही है। महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम सक्षम माना जाता है जिस कारण वो घर से बाहर निकल कर बढ़ नहीं पा रही है। कुछ घर की महिलाओं को पुरुषों की तुलना में सामान नहीं मान रहे है ,उन्हें घर से निकलने नहीं दिया जाता है। जब तक पुरुष महिला का साथ नहीं देंगे तब तक महिला आगे नहीं बढ़ सकती है। समाज को व परिवार को अपने घर की महिलाओं का साथ देना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भूमि अधिकारों की उपेक्षा महिलाओं और समाज के अन्य वंचित वर्गों को और अधिक हाशिये पर धकेल देती है। शिप्रा कहती हैं कि, ‘भूमि लोगों की पहचान का एक महत्वपूर्ण साधन है। उन स्थानों पर जहां भूमि अधिकार मिलना एक सामान्य बात है, महिलाओं को स्वतंत्र अधिकार न देना उन्हें एक व्यक्ति के रूप में अदृश्य बना देता है।