उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इंसान जिस तरह से पृथ्वी का शोषण कर रहा है, वो कहीं न कहीं उसके खुद के विनाश की राह तैयार कर रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में बदलाव हो रहा है। जिसके कारण मानव शरीर भी प्रभावित हो रहा है। गर्मी भी इतनी ज्यादा हो रही है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह मनुष्यों में जीवित रहने के लिए अनुकूल सीमा को भी पार कर जाएगा इसका लोगों के शरीर के साथ-साथ भोजन की थाली पर भी सीधा प्रभाव पड़ेगा।

इस भीषण गर्मी की चपेट में आने से बचना है, तो मौसम विभाग या सरकार द्वारा दी जाने वाली जानकारी और चेतावनी को गभीरता से समझना है और उन बातों का पालन करना है. सावधानी और सतर्कता, इन दोनों बातों का हमें ध्यान रखना है |इस भीषण गर्मी से जुड़ी चेतावनी आपको कहाँ से मिलती है ? चेतावनी सुनने या देखने के बाद आप क्या कदम उठाते है ? आप या आपके आसपास लोग इस भीषण गर्मी से बचने के लिए क्या करते है ?

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भीषण गर्मी का कहर जारी है, चिलचिलाती गर्मी और तपनभरी हवाओं ने हालत खराब कर रखी है। इस गर्मी के मौसम में शरीर को सेहतमंद रखने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं इस बात पर खास ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि लू के चलते शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। घर से बाहर जाते समय ठंडा पानी पी कर निकलें साथ ही जेब में एक प्याज भी रख लें। पूरे दिन कम से कम दस से पंद्रह गिलास पानी से हीट स्ट्रोक से बचा जा सकता है। पानी पीने में कोताही ना बरतें, क्योंकि इस मौसम में हमारे शरीर का पानी पसीने के माध्यम से निकल जाता है। जिसके कारण व्यक्ति अक्सर कमजोर हो जाता है। जितना संभव हो सके मसालेदार तला हुआ, तीखा भोजन से बचें। धूप से बचने के लिए टोपी,चश्मे सनग्लास का प्रयोग करें। इसके साथ ही सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग कर बाहर निकलें। सूती वस्त्र का ही प्रयोग करें। सुबह की ठंडी और ताज़ी हवा का सेवन जरूर करें

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि गर्मी बहुत बढ़ गई है। लोग बहुत परेशान हो रहे है। गर्मी को कम करने के लिए अधिक से अधिक पेंड़ पौधे लगाने चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्राकृतिक वेंटिलेशन घर के अंदर के तापमान को बाहर के तापमान के करीब बनाये रखता है, और आपके घर से गर्मी को दूर करने में मदद करता है। लेकिन दिन या रात के सबसे ठंडे हिस्सों के दौरान ही वेंटिलेशन करें। प्रकृति की विकृति न केवल शहर में बल्कि अब गांवों में भी दिखाई देती है। क्योंकि अब गांव के रहन-सहन में काफी बदलाव आ गया है

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव सूखे सहित पानी की कमी को बढ़ा रहा है। बाढ़ और गर्मी भी देखने को मिल रही है। जो घरों, स्कूलों और स्वास्थ्य सुविधाओं और खाद्य आपूर्ति में महत्वपूर्ण जल और स्वच्छता बुनियादी ढांचे और सेवाओं को नुकसान पहुंचा सकती हैं। जलवायु का वर्णन करने का सबसे सरल तरीका समय के साथ आवश्यक तापमान और वर्षा को देखना है

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गर्मियों में मानव शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। अत्यधिक गर्मी के संपर्क में आने से हीट स्ट्रोक और निर्जलीकरण हो सकता है। साथ ही हृदय,श्वशन और अन्य रोग भी हो सकते हैं। अत्यधिक गर्मी उत्तरी अक्षांशों में आबादी को प्रभावित करने की अधिक संभावना है। जहाँ लोग अत्यधिक तापमान से निपटने के लिए कम तैयार हैं। जलवायु परिवर्तन मानव स्वास्थ्य को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरीकों से प्रभावित करता है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि तपती धूप के कारण सूखा पड़ सकता है और जंगल में आग लगने का खतरा बढ़ सकता है। गर्म हवाएँ फसलों तथा वन जीवों को नुकसान पहुँचाती हैं और मनुष्यों के लिए घातक होती हैं।हवा स्थिर हो जाती है, इसलिए प्रदूषण ताजी हवा से बजाय पर्यावरण में ही बना रहता है। वैश्विक ताप के परिणामस्वरूप पृथ्वी के तापमान में वृद्धि हुई है। ध्रुओं की बर्फ तेजी से पिघलने लगी है ,जिसके कारण समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से काजल सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि गर्मी बहुत बढ़ गया है। शरीर पर भी गर्मी का असर हो रहा है। गर्मी में तला हुआ खाना नहीं खाना चाहिए।

इस भीषण गर्मी से बचना है तो इन बातों का हमेशा ध्यान रखना है। नियमित रूप से पानी पीना, भोजन में पौष्टिक तत्व और ठंडी चीज़ों को शामिल करना और हल्का भोजन करना। अगर आपने इस भीषण गर्मी से बचने के लिए कोई खास तरीका अपनाया है या फिर अपने भोजन में किसी तरह की कोई खास चीजें शामिल की हैं, जिससे कि इस भीषण गर्मी में कुछ राहत मिल सके, तो अपने ये उपाय सभी के साथ जरूर बांटें।