दोस्तों, सरकारी स्कूलों की बदहाली किससे छुपी है? इसी कारण देश की पूरी शिक्षा व्यवस्था, प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक, पूरी तरह से बाजारवाद में जकड़ गई है। उच्च व मध्यम वर्ग के बच्चे तो प्राइवेट स्कूलों में अपने भविष्य का निर्माण करते हैं। नेताओं और नौकरशाह की बात तो दूर अधिकांश विद्यालय में कार्यरत शिक्षक के बच्चे भी सुविधा संपन्न प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई करते हैं भला ऐसे में सरकारी विद्यालयों की दुर्दशा की चिंता किसे होगी? देश के छोटे से छोटे विकास खंड में सरकारी स्कूलों में करोड़ों खर्चे जाते हैं फिर भी उनका स्तर नहीं सुधरता। -------------तो दोस्तों, आप हमें बताइए कि आपके गांव या जिला के स्कूलों की स्थिति क्या है ? -------------वहां पर आपके बच्चों को या अन्य बच्चों को किस तरह की शिक्षा मिल रही है ? -------------और आपके गाँव के स्कूलों में स्कुल के भवन , बच्चों की पढ़ाई और शिक्षक और शिक्षिका की स्थिति क्या है ? दोस्तों इस मुद्दे पर अपनी बात को जरूर रिकॉर्ड करें अपने फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर या मोबाइल वाणी एप्प में ऐड का बटन दबाकर।

बिहार राज्य के मगध जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अंजलि कुमारी ने बताया कि छात्रवृति के लिए आवेदन तो दे दिया लेकिन बायोमेट्रिक प्रमाण नहीं देने से अब राज्य के 14238 छात्रों का आवेदन रद्द कर दिया जायेगा। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

बिहार राज्य के मगध जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अंजलि कुमारी ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा की 10 वी,12 वी के बोर्ड एग्जाम देने वाले विद्यार्थी को साल में अब दो बार परीक्षा देने की जरुरत अब नहीं होगा। खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

गया (बिहार)।19 अक्टूबर 2023 को महामहिम राष्ट्रपति गया के सेंट्रल यूनिवर्सिटी साउथ बिहार के दीक्षा समारोह में पहुचेंगे जहाँ सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी साउथ बिहार के 93 छात्रो टॉपरो को स्वर्ण पदक से सम्मानित करेंगे ।सत्र 2016- 17+ 18- 19 एवं 20 को दौरान उत्तीर्ण छात्रों को किया जाएगा। दीक्षा समारोह में कुलपति महोदय जानकारी दी है।

दोस्तों, एक अनुमान के मुताबिक, हर वर्ष शिक्षा करीब 10 से 12 फीसदी की दर से महंगी होती जा रही है। हर शिक्षण संस्थान प्रत्येक वर्ष अपनी फीस बढ़ाते जा रहे हैं। घर के बाकी खर्चों पर महंगाई के बोझ के मुकाबले शिक्षा के क्षेत्र में महंगाई दोगुनी गति से बढ़ रही है। द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार, भविष्य में शिक्षा और महंगी ही होगी। आज ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिक्षा का महत्व काफी तेजी से बढ़ रहा है। सरकार का जोर विशेषकर लड़कियों को शिक्षित करने पर है। इससे प्राइमरी व माध्यमिक विद्यालयों तक तो किशोरियां पढ़ लेती हैं, लेकिन आर्थिक विपन्नता के कारण वह उच्च माध्यमिक व उच्च शिक्षा से वंचित हो जाती हैं। बाकि बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ वाला नारा याद ही होगा। खैर, हमलोग नारो के देश में रहते है और नारा लगाते लगाते खुद कब एक नारा बन जायेंगे , पता नहीं। .. तब तक महँगाई के मज़े लीजिए बाकि तो चलिए रहा है ! ----------तो दोस्तों, आप हमें बताइए कि आपके गांव या जिला के शिक्षा की की स्थिति क्या है ? ----------वहां पर आपके बच्चों को या अन्य बच्चों को किस तरह की शिक्षा मिल रही है ? ----------इस बढ़ती महँगाई के कारण शिक्षा पर होने वाला आपका खर्चा कितना बढ़ा है ? दोस्तों इस मुद्दे पर अपनी बात को जरूर रिकॉर्ड करें अपने फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर या मोबाइल वाणी एप्प में ऐड का बटन दबाकर।

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बिहार राज्य के गया जिला से मोबाइल वाणी के माध्यम से सुनील मांझी की बातचीत एक स्कूली छात्र से हुई और उस स्कूली छात्र ने बतया कि वे नौवां वर्ग का छात्र है और वे अभी नौवां वर्ग परीक्षा हो रहा है। जो की बहुत ही अच्छा जा रहा है। आगे की जानकारी के लिए इस ऑडियो लिंक पर क्लिक करें और मोबाइल वाणी ऐप पर जाएँ

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