मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिला से इंद्र अग्रवाल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से श्रवण जमरे से बातचीत की। बातचीत में श्रवण जमरे ने बताया उनकी दादी की तबियत अचानक रात में खराब हो गयी थी। श्रवण जमरे ने बताया रात के 9 बज गए थे और ब्लड नहीं मिल रहा था इसके बाद इन्होने 104 नंबर पर कॉल किया जिसके आधे घंटे बाद एम्बुलेंस हॉस्पिटल आयी और उन्हें ब्लड भी मिल गया। ब्लड मिलने से उनकी दादी के तबियत में भी सुधार आया है। श्रवण जमरे का कहना है कि मोबाइल वाणी में मिलने वाले स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी से बहुत लाभ मिलता है इस तरह की जानकारी के लिए वे मोबाइल वाणी का धन्यवाद दे रहे हैं

मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिला से राकेश वर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम के अंतर्गत संदीप यादव से साक्षात्कार लिया है। जिसमें संदीप ने बताया कि जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम सुनकर उन्होंने अपने जीवन मे परिवर्तन लाया है। उन्होंने खाली जमीन पर पांच पौधे लगाया है। उनको पौधे लगाते देख कर उनके साथी भी प्रेरित हुए और उन लोगों ने भी पौधे लगाए है। इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया की गांव के लोगों को पौधे लगाने के लिए जागरूक करेंगे ताकि वातावरण शुद्ध हो और ताजा ऑक्सीजन मिले और इससे परिवर्तन भी हो।

मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिला से एकता महाजन मोबाइल वाणी के माध्यम से रोहित वात्सलय से साक्षात्कार लिया है। जिसमें रोहित ने बताया कि उन्होंने मोबाइल वाणी पर जलवायु परिवर्तन से सम्बंधित कार्यक्रम को सुना जिसे सुनकर बहुत प्रभावित हुए और अपने घर में पांच पौधे लगाया। जलवायु परिवर्तन सम्बंधित कार्यक्रम को सुनकर उन्हें जानकारी मिली की पेड़ पौधा मनुष्य के लिए कितने लाभदायक है और इस जानकारी का पालन भी किया। उन्होंने इसके साथ ही साथ दूसरों को इस महत्वपूर्ण जानकारी को सुनने के लिए जागरूक किया। जलवायु परिवर्तन से जुड़ी इस महत्वपूर्ण जानकारी के लिए उन्होंने मोबाइल वाणी का धन्यवाद किया है।

मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिला से एकता महाजन मोबाइल वाणी के माध्यम से रेणुपरमार से साक्षात्कारलिया है। जिसमें रेणुपरमार ने बताया की वे मोबाइल वाणी के कार्यकर्म को सुनती है और उन्हें सुनना बहुत पसंद है। मोबाइल वाणी पर चल रहे जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम को उन्होंने सुना है जिसमें जलवायु परिवर्तनों के कारणों और प्रभाओं के बारे में बताया गया है कि जलवायु परिवर्तन से मौसम बदल रहा है। किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है फसलें खराब हो रही है और बीमारियां भी बढ़ रही है। इसके साथ ही साथ उन्होंने बताय कि वे कार्यक्रम को सुनकर अपने घर पर पेड़ लगायी हैं और लोगों से भी कहती हैं की सभी अपने घरों पर पेड़ लगाएं।

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मध्य प्रदेश राज्य के खंडवा जिले के ग्राम सोनगिर से कविता पांचोरे ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रोशन नरवरे से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि आज से 3 दिन पहले मोबाइल वाणी पर अपनी समस्या रिकॉर्ड की थी जिसमे उन्होंने बताया था उनका संबल कार्ड नहीं बन रहा था। जिसके बाद मोबाइल वाणी के सहायता से उनका संबल कार्ड बन गया इसके लिए उन्होंने मोबाइल वाणी का धन्यवाद दिया है

मध्य प्रदेश राज्य के खंडवा जिले के ग्राम सोनगिर से कविता पांचोरे ने मोबाइल वाणी के माध्यम से हरिश नरवरे से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि आज से 2 दिन पहले मोबाइल वाणी पर अपनी समस्या रिकॉर्ड की थी जिसमे उन्होंने बताया था उनका ई-श्रम कार्ड नहीं बन रहा था। जिसके बाद मोबाइल वाणी के सहायता से वे सीएससी सेंटर गए और उनका ई श्रम कार्ड तुरंत बन गया। इसके लिए उन्होंने मोबाइल वाणी का धन्यवाद दिया है

मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिला से कविता पांचोरे ने मोबाईल वाणी के माध्यम से रोशन नरवले से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि वे निष्ठा स्वास्थय वाणी की नियमित श्रोता है, निष्ठा स्वास्थय वाणी सुनने से स्थानीय और सरकारी योजनाओ के बारे में जानकारी मिली,कोरोना से बचाव की जानकारी मिली ।जिसके लिए वे निष्ठा स्वास्थ्य वाणी को धन्यवाद दे रहे हैं। 

मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिला के खातल ग्राम से कविता पांचोरे ने मोबाईल वाणी के माध्यम से हरीश नरवरे से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि वे निष्ठा स्वास्थय वाणी की नियमित श्रोता है, निष्ठा स्वास्थय वाणी से उन्हें टी बी सम्भंधित जानकारी मिली जैसे टी बी के मरीज का खान पान कैसा हो ,पौष्टिक आहार लेना चाहिए,व्यायाम करना चाहिए आदि। जिसके लिए वे निष्ठा स्वास्थ्य वाणी को धन्यवाद दे रहे हैं। 

मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिला से कविता पांचोरे ने मोबाइल वाणी के माध्यम से नितिन पंचौरे से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि वे निष्ठा स्वास्थ्य वाणी के नियमित श्रोता हैं। उन्होंने निष्ठा स्वास्थ्य वाणी पर चल रहे कार्यक्रम को सुनकर अपने दिनचर्या में बदलाव किया। कार्यक्रम सुनने के बाद वे नियमित रूप से हाथ धोते हैं उनका कहना है कि हाथ धोने को लेकर जो भ्रांतियां उनके मन में थी वो दूर हुयी और वे अब दुसरो को भी सुनने के लिए प्रेरित करते हैं