जलवायु परिवर्तन का असर इंसानों के अलावा और भी प्राणियों पर पड़ रहा है। सरकार जलवायु परिवर्तन से लड़ने का प्रयास तो कर ही रही है,लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ...
जलवायु परिवर्तन का असर इंसानों के अलावा और भी प्राणियों पर पड़ रहा है। सरकार जलवायु परिवर्तन से लड़ने का प्रयास तो कर ही रही है,लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ...
जलवायु परिवर्तन का असर इंसानों के अलावा और भी प्राणियों पर पड़ रहा है। सरकार जलवायु परिवर्तन से लड़ने का प्रयास तो कर ही रही है,लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ...
बिहार राज्य के जिला जमुई के चकई प्रखंड से बड़की मुर्मू मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाह रही है कि बारिश का पानी हम कैसे बचा सकते हैं ?
मेरा नाम रिंकी हांसदा है। गांव सिखट्टियां पंचायत पोझा से हूं। बरसात का पानी को बचाने के बारे में बता रही हूं। बारिश के समय आंगन से पानी बाकर बाहर निकलती है। उस पानी को रोकने के लिए घर के बाहर गड्ढा खुदाई की जाती है। घर के आंगन से निकलने वाली पानी नली द्वारा गड्ढा तक पहुंचाई जाती है। गड्ढा में पानी जमा हो जाती हैं उस पानी को धूप के दिनों में सब्जी पटाने में प्रयोग करते हैं। सब्जी उतना अच्छा से नहीं पटा पाते हैं फिर भी घर में खाने भर तो पटा लेते हैं।धन्यवाद!!
मेरा नाम मनोज हंसदा है।पानी का समस्या यहां बहुत होत है मुझे बहुत प्रॉब्लम होता है खेती करने में अगर मेरी खेतों में नालियां टंकी लगाया जाए तो बहुत अच्छा होता । सरकार के तरफ से भी मदद नहीं मिल रही है। दीदी दादा आप लोग कुछ कीजिएगा।
मेरी नाम रिंकी हसदा गांव सिखटिया पोझा पंचायत से हूं। मौसम के बारे में सुनी । बारिश नहीं होने के कारण से इस साल खेती नहीं कर पाए । सब्जी बहुत कम लगाए हैं धान भी बहुत कम लगाएं। नल चप्पाकल कुआं भी नहीं है, कैसे पटायेंगे ? पीने का पानी भी बहुत दूर लाना पड़ता है। जितना भी लगाये थे सब मर गाया।
मेरा नाम शुभोनी बेसरास है.मैं रेशमा गांव में रहती हूँ। मैं यहां मालती दीदी के साथ मिली हूँ। मैं मालती दीदी से मौसम के बारे में सवाल करना चाहती हूँ। पुराने टाइम की तरह अब भी खेती बाड़ी होती है कि नही ? मेरा नाम मालती मरांडी विलेज रेशमा से। पुराने टाइम की तरह तो अब बारिश नही होती है। इस साल बारिश नही होने के कारण खेती-बाड़ी नही हो पाया। धान भी ठीक से नही लगा पाए। थोड़ा -बहुत आलू सब रोपाई किये हैं,वो भी पानी नही होने के कारण ठीक से नही हो पाया। दीदी पीने के लिए पानी है कि नही ? बारिश नही होने के कारण पानी नही है।
मेरा नाम मनोज हांसदा ,विलेज सिख्तिया ,थाना चकाई ,ठण्ड के मौसम में स्वेटर,कहीं बहार जाओगे तो मोजा,जूता,दस्ताना,मफलर ये सब पहनने चाहिए। जोहार।
बिहार राज्य के जिला जमुई के चकई प्रखंड से बबिता मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि वो खेती कर के अपने परिवार का गुजर बसर करती है। आगे कह रही है कि अभी उन्होंने अपने खेतों में आलू की खेती की है तथा उन्हें उम्मीद है की जिस लगन से किया है आलू की उपज अच्छी होगी। आगे कह रही है कि बदलते ज़माने के साथ लोगों को खेती के बारे में और भी कई जानकारियाँ उपलब्ध करानी चाहिए