जानकारी नहीं होने के कारण पहले e श्रम कार्ड नहीं बनाए थे।

मोबाइल वाणी पर जानकारी सुनने के बाद शिवलाल सोरेन चिराग वाणी पर रिकॉर्ड करते हैं कि अब वह भी अपने लिए इस श्रम कार्ड बनवाएंगे क्योंकि यह भारत सरकार की एक मजबूत पहचान पत्र है जिससे वह क्या मजदूरी करते हैं यह पता चलता है।

जलवायु परिवर्तन के लिए गंभीर कार्य करने की जरुरत जमुई में घट रहा है वर्षापात जलवायु परिवर्तन की स्थिती में रोजी रोटी बचाने के लिए उठाने पड़ेंगे कई आवश्यक कदम मोबाईल वाणी संवादाता दीपक कुमार से कृषि विज्ञान केन्द्र जमुई के मुख्य वैज्ञानिक डॉ सुधीर कुमार की खास बातचीत सुनने के लिए लिंक को अभी क्लिक करें या मिस्ड कॉल करें 9268400111 पर। बोलेंगे तो बदलेगा

श्रोताओं मेरा नाम सुबोनी बेसरा मोबाइल वाणी रिपोर्टर (चिराग वाणी रिपोर्टर) हूं। आज मैं रेहमा गांव में हूं। शांति दीदी घरेलू हिंसा के बारे में कहानी सुनी तो उनसे घरेलू हिंसा के बारे में कुछ हम दोनों मिलकर बातचीत करेंगे। अच्छा शांति दीदी किसी का घर में लड़की पैदा होता है तो क्या वो सही है या गलत है? सही है। शांति दीदी आपको लगता है कि सही है किसी का घर में बहुत ज्यादा लड़की हो जाती है तो उसके ऊपर में महिला को अत्याचार किया जाता है। या बहुत लोग चाहते हैं। हमको लड़का ही चाहिए लड़की नहीं चाहिए क्या वैसे महिला को मार पीट कर घर से निकाल देना चाहिए या नहीं उसके साथ क्या करना चाहिए? मार पीटकर नहीं निकाल देना चाहिए।

श्रोताओं मैं मोबाइल वाणी रिपोर्टर सुबोनी बेसरा मैं रिंकी दीदी से मिली हूं। उनसे सवाल करूंगी खेती-बाड़ी के बारे में इस बार तो बारिश नहीं हुआ तो आपलोग खेती कैसे किए? रिंकी दीदी बारिश नहीं होने के कारण से हम लोग अच्छा से खेती नहीं कर पाए जो भी लगाएं थे वो भी मर गया।‌ पानी का सुविधा नहीं है क्या? पानी का सुविधा भी नहीं है। जितना भी खेती हुआ है क्या साल भर तक हो जाएगी? साल भर तक नहीं होता है, क्या करें बाहर मजदूरी करने जाना होगा। अगर आप लोग को पानी का सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा तो आपका समुदाय अपना जीवन यापन के लिए आप लोग खेती करें? पानी का सुविधा होने पर खेती करेंगे। क्या आप कुआं या चप्पाकल के बारे में फोर्म भरे हो? हां ब्लॉक में फोर्म अपलय किये थें अभी तक कुछ नहीं दस बारह साल से कुछ भी नहीं हुआ है। क्या आप इसके बारे में वार्ड सभा या ग्राम सभा में चर्चा किए हो? यहां पर ग्रामसभा एक बार हुआ था।वहां पर भी हमने चर्चा की थी। लिख कर भी जमा कर दिया लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। पीने का पानी भी बहुत दूर से लाते हैं कहां से खेती करेंगे। धन्यवाद।।

बिहार राज्य के जमुई जिला के बामड़ा पंचायत दीपक मोबाइल वाणी के माध्यम मोती लाल हसदा से बातचीत की। बातचीत में मोती लाल हसदा ने बताया वे खेती का काम करते हैं वे कर्ज लेकर बीज लगाते हैं। मोती लाल हसदा का कहना है उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं है इसलिए उन्होंने इसका लाभ नहीं उठाया है

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श्रोताओं मैं मोबाइल वाणी रिपोर्टर सुबोनी बेसरा आज मैं दामगा गांव में आई हूं। यहां पर नौ प्रकार का खान पान बनवा रहें हैं। उसके बारे में ही एक लड़की से पुछ रही हूं। खा कर कैसा लगा? मेरी नाम सुषमा हांसदा यहां पर हमलोग भुट्टा खाना, सुखी हुई मछली, कुरथी दल, खाने में बहुत अच्छा लगा। अब से हम लोग प्रतिदिन दिन में एक बार खाना चाहिए।

बिहार राज्य के जिला जमुई के चकई प्रखंड से बबिता मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि वो खेती कर के अपने परिवार का गुजर बसर करती है। आगे कह रही है कि अभी उन्होंने अपने खेतों में आलू की खेती की है तथा उन्हें उम्मीद है की जिस लगन से किया है आलू की उपज अच्छी होगी। आगे कह रही है कि बदलते ज़माने के साथ लोगों को खेती के बारे में और भी कई जानकारियाँ उपलब्ध करानी चाहिए

बिहार राज्य से शुशील मोइली वाणी के माध्यम से कह रहे है कि वो खेती करते है तथा उससे ही अपने परिवार का जुगाड़ बसर करते है .आगे कह रहे है कि उन्होंने अभी आलू का खेती किया है तथा उनके द्वारा लगाए गए धन की उपज इस बार कम हुई है क्यूंकि पानी की कमी किसानों को खूब खली है। आगे बता रहे है कि पहले की तुलना में अब मौसम वैसा नहीं है अब के मौसम में कभी भी बदलाव हो जाता है जिससे खेती में काफी नुक्सान देखने को मिलती है। शुशील का कहना है कि मौसम में बदलाव के कारण लोगों को खेती के लिए भी जानकारी में बदलाव लाना बेहद जरूरी हैं