इस कार्यक्रम में हम जानेंगे कि कैसे गाँव के लोग मिलकर अपने समुदाय को मजबूत बना रहे हैं। जल संरक्षण, ऊर्जा बचत और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सामूहिक प्रयासों की ताकत को समझेंगे। साथ ही, यह भी जानेंगे कि कैसे छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं और गाँव के विकास में योगदान दे सकते हैं। क्या आपके समुदाय में ऐसे समूह हैं जो जल संरक्षण, आपदा प्रबन्धन या संसाधन प्रबन्धन पर काम करते हैं? अगर हाँ, तो हमें बताएं कि वे कैसे काम करते हैं? और अगर नहीं, तो इस कार्यक्रम को सुनने के बाद क्या आप अपने समुदाय में ऐसे सामूहिक प्रयास शुरू करने के लिए तैयार हैं?
इस कार्यक्रम में एक परिवार बात कर रहा है कि कैसे बढ़ती गर्मी से बचा जाए। वे चर्चा करते हैं कि शहरों में ज्यादा पेड़-पौधे लगाने चाहिए, पानी बचाना चाहिए, और लोगों को इन बातों के बारे में बताना चाहिए। और सभी को मिलकर अपने आसपास की जगह को ठंडा और हरा-भरा बनाकर रखना चहिये
हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है।सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।
उत्तरप्रदेश राज्य के सुल्तानपुर ज़िला से शहनाज़ ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि गंदे शौचालय और गन्दा पानी स्कूल में लड़कियों की पढ़ाई में बाधाएं लाता है ।लड़की अगर पीरियड में रहती है तो शौचालय या पानी के अभाव में स्कूल नहीं आ पाती है
मध्यप्रदेश राज्य के पन्ना ज़िला से हमारे श्रोता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि इनके क्षेत्र में जो सरकार स्कूल है वो आधारभूत सुविधा के अभाव में है। स्कूल में शौचालय नहीं है ,शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है
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उत्तरप्रदेश राज्य के जिला सुल्तानपुर से फकरुद्दीन , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि शौचालय और पानी विद्यार्थियों की ज़रुरत है। बच्चे विद्यालय में काफी समय बिताते है। इसीलिए बच्चों का शौचालय का इस्तमाल करना स्वाभाविक है। शौचालय पर ध्यान देना चाहिए की वह स्वक्ष है कि नहीं। शौचालय में लड़कियों के लिए सेनेटरी पद का होना जरूरी है। विद्यालय में अच्छी सुविधा नहीं होने के कारण बच्चियाँ स्कूल छोड़ देते है।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला हरदोई से कपिल चौहान , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि स्कूलों की शौचालय की व्यवस्था को लेकर अभी भी पुख्ता इंतज़ाम नहीं किये गए है। स्कूलों की साफ़ सफाई नहीं होती है। कई स्कूलों में सफाई होती है लेकिन अच्छे से सफाई नहीं होती। पानी की व्यवस्था शौचालय में नहीं होती है। कई स्कूलों में ताले लगे रहते है। शौचालय में कई समान रख दिए जाते है। स्कूलों की व्यवस्था में सरकार को ध्यान देना चाहिए।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला हरदोई से हमारे श्रोता , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि सालों पहले तक हमारे ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की शिक्षा को लेकर उनके अभिभावक ज्यादा गंभीर नहीं होते थे। हालांकि इधर के बरसों की बात की जाए तो लड़कियों की शिक्षा पर अब अभिभावकों के साथ ही सरकार भी ध्यान दे रही है। इसमें कोई दो राय नहीं कि ग्रामीण इलाकों में परिषदीय विद्यालयों में अभी तक शौचायलयों का अभाव रहा है । जिसके चलते ग्रामीण अभिभावक अपनी लाड़लियों को विद्यालय भेजने में संकोच करते थे, लेकिन अब स्थितियां बदली है। सरकार ने कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों में शौचायलयों को बनवाने का काम शुरू कर दिया है। यहां तक कि दिव्यांग शौचालय भी स्कूलों में बनाए जा रहे हैं।
लड़कियों के सपने सच में पुरे हो , इसके लिए हमें बहुत सारे समाजिक बदलाव करने की ज़रूरत है। और सबसे ज्यादा जो बदलाव की ज़रूरत है, वो है खुद की सोच को बदलने की। शिक्षा महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है लेकिन शिक्षा को लैंगिक रूप से संवेदनशील होने की जरूरत है। गरीब और वंचित समूह के बच्चों को जीवन में शिक्षा में पहले ही सीमित अवसर मिलते हैं उनमें से लड़कियों के लिए और भी कम अवसर मिलते हैं, समान अवसर तो दूर की बात है। सरकारी स्तर पर जितने ही प्रयास किये जा रहे हों, यदि हम समाज के लोग इसके लिए मुखर नहीं होंगे , तब तक ऐसी भयावह रिपोर्टों के आने का सिलसिला जारी रहेगा और सही शौचालय न होने के कारण छात्राओं को मजबूरी में स्कूल छोड़ने का दर्द सताता रहेगा। तब तक आप हमें बताएं कि *----- आपके गांव में सरकारी स्कूल में शौचालय है, और क्या उसकी स्थिति कैसी है? *----- क्या आपको भी लगता है कि सरकारी स्कूल में शौचालय नहीं होने से लड़कियों की शिक्षा से बाहर होने का बड़ा कारण है *----- शौचालय होने और ना होने से लड़कियों की शिक्षा किस प्रकार प्रभावित हो सकती है?